भारत ने गुरुवार को लाहौर में पाक एयर डिफेंस सिस्टम को तबाह कर दिया है। भारत की ओर से एक बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान के कई स्थानों पर एयर डिफेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाया गया। भारत ने यह जवाबी कार्रवाई की। भारतीय सेना ने एक बयान में कहा है कि पाकिस्तान ने पहले ऐसा हमला किया।
भारतीय सेना के एक एक बयान में कहा गया है, ‘आज सुबह भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान में कई स्थानों पर एयर डिफ़ेंस रडार और सिस्टम को निशाना बनाया। भारत की जवाबी कार्रवाई उसी क्षेत्र और उसी तीव्रता के साथ थी, जैसी पाकिस्तान की थी। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय कर दिया गया है।’
बयान में कहा गया है, ‘7-8 मई की रात को पाकिस्तान ने उत्तरी और पश्चिमी भारत में कई सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की, जिनमें अवंतीपुरा, श्रीनगर, जम्मू, पठानकोट, अमृतसर, कपूरथला, जालंधर, लुधियाना, आदमपुर, बठिंडा, चंडीगढ़, नल, फलोदी, उत्तरलाई और भुज शामिल थे। इसके लिए ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग किया गया। इन हमलों को भारत की एकीकृत काउंटर यूएएस ग्रिड और एयर डिफेंस सिस्टम ने निष्क्रिय कर दिया। इन हमलों का मलबा अब कई स्थानों से बरामद किया जा रहा है, जो पाकिस्तानी हमलों के सबूत हैं।’
बयान में आगे यह भी कहा गया है, ‘पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे की गोलीबारी बढ़ा दी है। इसमें कुपवाड़ा, बारामूला, उड़ी, पुंछ, मेंढर और राजौरी सेक्टरों में मोर्टार और भारी कैलिबर तोपों का उपयोग किया जा रहा है। पाकिस्तानी गोलीबारी के कारण 16 निर्दोष लोगों की जान चली गई है। इनमें तीन महिलाएँ और पाँच बच्चे शामिल हैं। यहाँ भी, भारत को मजबूरन जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी ताकि पाकिस्तान की ओर से मोर्टार और तोपों की गोलीबारी को रोका जा सके।’
रॉयटर्स और स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, गुरुवार को पाकिस्तान के लाहौर में कई जोरदार धमाकों की आवाजें सुनी गईं, जिसके बाद सायरन बजने लगे और लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार, लाहौर के गोपाल नगर और नसीराबाद इलाकों में वाल्टन एयरपोर्ट के पास धमाके सुने गए। रिपोर्ट है कि लाहौर, कराची, और रावलपिंडी जैसे प्रमुख शहरों में वायु रक्षा रडार और प्रणालियों को निशाना बनाया गया। सबसे महत्वपूर्ण उपलब्धि लाहौर में एक वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय करना रहा। कहा जा रहा है कि यह पाकिस्तान की चीनी निर्मित HQ-9/P या FD-2000 प्रणाली हो सकती है।
पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया है कि उनकी एयर डिफेंस यूनिटों ने भारतीय हमलों का जवाब दिया और कुछ भारतीय ड्रोन और मिसाइलों को मार गिराया। हालाँकि, भारतीय सैन्य सूत्रों ने इन दावों को खारिज करते हुए कहा कि ऑपरेशन पूरी तरह सफल रहा। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार भारत की ओर से इस हमले में Su-30MKI जेट्स और Kh-31P एंटी-रेडिएशन मिसाइलों का उपयोग किया गया। ये खासकर रडार प्रणालियों को तबाह करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। ये मिसाइलें HT-233 रडार जैसे लक्ष्यों को तेजी से तबाह करने में सक्षम हैं।
लाहौर में वायु रक्षा प्रणाली को निष्क्रिय करना भारत के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक जीत है। लाहौर, भारत-पाकिस्तान सीमा के क़रीब होने के कारण, पाकिस्तान की सैन्य रणनीति में एक अहम स्थान रखता है। इस सिस्टम का निष्क्रिय होना पाकिस्तान की हवाई रक्षा क्षमता को कमजोर करता है।
भारत की यह कार्रवाई न केवल सैन्य दृष्टिकोण से अहम है, बल्कि यह एक मजबूत संदेश भी देती है कि भारत किसी भी उकसावे का जवाब देने में सक्षम और तैयार है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में तनाव चरम पर है। इसके जवाब में भारत ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इसमें पाकिस्तान और पीओके में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक हमले किए गए। भारत ने दावा किया कि ये हमले आतंकी ढांचे तक सीमित थे और पाकिस्तानी सैन्य सुविधाओं को निशाना नहीं बनाया गया। हालाँकि, पाकिस्तान ने इन हमलों में 31 नागरिकों की मौत का दावा किया और इसे कायरतापूर्ण करार देते हुए जवाबी कार्रवाई की धमकी दी।
इस बढ़े हुए तनाव के बीच जानकारों का मानना है कि दोनों देशों के बीच संवाद के चैनल खुले रखना अहम है ताकि स्थिति अनियंत्रित न हो। हालाँकि, दोनों पक्षों की सख्त बयानबाजी और सैन्य गतिविधियाँ स्थिति को और मुश्किल बना रही हैं। भारत की ओर से यह साफ़ है कि वह शांति के लिए प्रतिबद्ध है, लेकिन अपनी संप्रभुता और नागरिकों की सुरक्षा से कोई समझौता नहीं करेगा।