ईरान ने यूएस के हमलों की पुष्टि करते हुए दावा किया है कि उसके परमाणु ठिकानों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। अलजज़ीरा ने क़ुम के सांसद के हवाले से खबर दी है कि सिर्फ एंट्री (प्रवेश) और एग्जिट (निकासी) गेट पर मामूली नुकसान हुआ है। उसने स्वतंत्र सूत्रों से भी यही बात कही है। अल जज़ीरा के मुताबिक मनन रईसी, जो क़ुम संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, जहां फोर्डो स्थित है, का कहना है कि भूमिगत परमाणु स्थल पर हमला “सतही” था।
तस्नीम समाचार एजेंसी के अनुसार, रईसी ने कहा, “सटीक जानकारी के आधार पर, मैं कहता हूं कि झूठ बोलने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति के दावों के विपरीत, फोर्डो परमाणु सुविधा को गंभीर नुकसान नहीं पहुंचा है और जो नुकसान हुआ है, वह केवल जमीन पर है, जिसे ठीक किया जा सकता है।”
उन्होंने पहले के आकलन को भी दोहराया कि अमेरिकी हमलों के बाद रेडियो एक्टिव चीजों का कोई रिसाव नहीं पाया गया है।
क़ुम में कोई खतरा नहीं
ईरान के प्रेस टीवी ने सूत्रों के अनुसार बताया कि ईरान ने तीन भूमिगत परमाणु स्थलों के चारों ओर हवाई सुरक्षा पहले ही सक्रिय कर रखी थी और प्रवेश व निकास बिंदुओं पर मामूली बाहरी क्षति को छोड़कर हमले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया गया।सूत्र ने कहा कि तीनों जगहों को पहले ही खाली करा लिया गया था और संवर्धित यूरेनियम को भी सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया था।
हालांकि ट्रंप ने कहा था कि वह ईरान पर हमले को लेकर “दो सप्ताह के भीतर” अंतिम निर्णय लेंगे। लेकिन सूत्र ने कहा कि चूंकि इसराइल लगातार दबाव बनाए हुए था, इसलिए ईरान भी सतर्क था।प्रेस टीवी से बात करते हुए एक अधिकारी ने कहा कि ईरान वर्तमान में इसराइली शासन और अमेरिका की आक्रामकता के खिलाफ खुद का बचाव कर रहा है, जबकि ट्रंप जीत का भ्रम पैदा करना चाहते हैं।
अधिकारी ने कहा कि ईरान के खिलाफ इसराइली शासन के युद्ध में शामिल होकर, अमेरिका ने प्रभावी रूप से खुद को अपराध में भागीदार बना लिया है और क्षेत्र में अपने हितों को ईरानी प्रतिशोध के लिए उजागर कर दिया है।
ईरान के परमाणु ऊर्जा संगठन का बयान
उसने कहा- “संगठन ने कानूनी अनुवर्ती उपायों सहित महान ईरानी लोगों के अधिकारों की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कार्यों को अपने एजेंडे में रखा है।”इससे पहले, एक सोशल मीडिया पोस्ट में, ट्रम्प ने उन हमलों की जिम्मेदारी ली थी। उन्होंने दावा किया, “हमने ईरान के तीन परमाणु स्थलों, जिनमें फोर्डो, नतन्ज़ और इसफ़हान शामिल हैं, पर अपना बहुत सफल हमला पूरा कर लिया है।”यह घोषणा अमेरिकी मीडिया में आई उन रिपोर्टों के बाद की गई है, जिनमें कहा गया था कि पेंटागन मिसौरी के व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स को फारस की खाड़ी की ओर ले जा रहा है। लेकिन ईरान को इस हमले का अंदेशा पहले से ही था, उसने तीनों भूमिगत परमाणु स्थलों के आसपास हवाई सुरक्षा सक्रिय कर दी थी।