भारत जोड़ो यात्रा के दौरान बच्चों ने राहुल गांधी को गुल्लक दी थी। राहुल ने उसको ट्वीट किया था। उन बच्चों के माता-पिता पर ईडी के छापे पड़े। प्रताड़ित किए जाने के आरोप लगे। अब दोनों ने आत्महत्या कर ली। दरअसल, मध्य प्रदेश में राहुल गांधी और कांग्रेस के एक ‘जबरदस्त फैन’ द्वारा पत्नी के साथ शुक्रवार को सुसाइड कर लेने के बाद राजनीति गर्म है। राजधानी भोपाल से लगे सीहोर जिले में सुसाइड की वारदात शुक्रवार सुबह सामने आयी है। जिले के आष्टा में कारोबारी मनोज परमार और उनकी पत्नी नेहा का शव शुक्रवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला।
शव मिलने के बाद से परिवार में हड़कंप है। मृतक दंपत्ति के तीन बच्चे हैं। सबसे बड़ी बिटिया है। दो बेटे हैं। मृतक के भाई और अन्य परिजन भी आष्टा में रहते हैं। सभी का हाल बेहाल है। मौके पर पहुंची पुलिस ने मृतक के पास से पांच पेज का सुसाइड नोट मिलने की पुष्टि की है। सुसाइड नोट में क्या लिखा है इसका खुलासा पुलिस ने अभी नहीं किया है।
परमार के इंदौर और सीहोर स्थित चार ठिकानों पर आठ रोज पहले 5 दिसंबर को ईडी यानी प्रवर्तन निदेशालय ने छापा मारा था। छापे के दौरान दोनों ही स्थानों से चल-अचल और बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज जब्त किए गए हैं। साथ ही साढ़े तीन लाख रुपए का बैंक बैलेंस भी फ्रीज किया गया है। मामला पंजाब नेशनल बैंक में 6 करोड़ रुपए के फ्रॉड से जुड़ा बताया गया है। इस मामले में पूर्व में परमार की गिरफ्तारी भी की गई थी। इसके बाद से वे परेशान थे।
राहुल गांधी को न्याय यात्रा में की थी गुल्लक भेंट
मनोज परमार ने न्याय यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी को गुल्लक भेंट की थी। इसके बाद वे चर्चा में आ गए थे। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि गुल्लक भेंट करने के बाद से परमार को भारतीय जनता पार्टी ने निशाने पर ले लिया है। उन्हें बेवजह परेशान किया जा रहा है।
गुल्लक भेंट करने संबंधी चित्र और पूरा वाक़या राहुल गांधी ने यात्रा के दौरान स्वयं एक्स पर साझा किया था। इसके बाद ख़बर ने मीडिया की ज़्यादा सुर्खियां बटोरी थीं। मनोज का कांग्रेस से प्रेम सुर्ख़ियाँ बना था।
बेटे का आरोप ईडी ने मानसिक दबाव बनाया
मनोज परमार के तीन बच्चों में जिया (18), बेटे जतिन (16) और यश (13) शामिल हैं। जतिन ने मीडिया से कहा, ‘ईडी वालों ने मानसिक तौर पर प्रेशर बनाया था। इस कारण माता-पिता ने सुसाइड किया है।’
मनोज के भाई और हर्षपुर के सरपंच राजेश परमार ने भी मनोज पर ईडी का मानसिक दबाव होने की बात का समर्थन किया है। उन्होंने बताया, ‘इससे पहले भी कार्रवाई हुई थी, इससे वह परेशान हो चुका था। साथ में बीजेपी वाले भी परेशान कर रहे थे, इसीलिए उसने यह कदम उठाया।’
परिजनों के अनुसार मनोज गुरुवार को पत्नी और बच्चों के साथ सुसनेर के पास बगलामुखी मंदिर में दर्शन करने गए थे। सभी रात करीब 8 बजे घर लौटे थे। शांति नगर स्थित एक मकान में तीनों बच्चों को सुला दिया। इसी मकान के पास बने दूसरे मकान में पत्नी नेहा के साथ सोने चले गए।
शुक्रवार सुबह काफी देर तक दोनों नहीं आए तो बड़ा बेटा जतिन वहां देखने पहुंचा। कमरे का दरवाजा अटका भर था। अंदर जाकर देखा तो माता-पिता फंदे पर लटके थे। उसने अन्य परिजन को जानकारी दी। पुलिस को भी फोन लगाया। सुबह क़रीब 8.30 बजे मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों को फंदे से उतारकर पोस्टमार्टम हाउस भिजवाया।
सीहोर कांग्रेस के पूर्व जिला अध्यक्ष कैलाश परमार का कहना है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में मनोज परमार के बेटे ने गुल्लक टीम बनाकर मदद की थी, तभी से वे भारतीय जनता पार्टी की नज़र में थे। कुछ दिन पहले ईडी की रेड डलवाकर मनोज के परिवार को मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया, इसके कारण आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा।
कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने लगाये ये आरोप
घटना सामने आने के बाद से मध्य प्रदेश में राजनीति गर्माई हुई है। मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्रीद्वय कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने एक्स पर पोस्ट कर पूरे मामले में भाजपा को कठघरे में खड़ा किया है। दोनों नेताओं ने अपने-अपने एक्स में कहा है, ‘कांग्रेस से जुड़ाव, भाजपा को रास नहीं आता था। उन्हें लगातार प्रताड़ित किया गया। ईडी की रेड के बाद वे टूट गए। सुसाइड का क़दम उठाने को मजबूर हुए।’
कांग्रेस ने दी आंदोलन की चेतावनी
मनोज परमार के सुसाइड की सूचना मिलते ही मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी आष्टा सिविल अस्पताल के पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे। उन्होंने परमार के परिजन से बात की। पुलिस अधिकारियों से मामले का अपडेट लिया।
पटवारी ने मीडिया से कहा, ‘ईडी से परेशान होकर मनोज ने पत्नी समेत आत्महत्या की। दोषी अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए। ऐसा नहीं होता है तो कांग्रेस आंदोलन करेगी।’
ईडी रेड पर एमपी भाजपा ने दी थी यह प्रतिक्रिया
ईडी की कार्रवाई के बाद बीजेपी के प्रदेश प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने अपने सोशल मीडिया एक्स पर राहुल गांधी को गुल्लक भेंट करने सहित कांग्रेस नेताओं के साथ वाले मनोज एवं बच्चों के कई फोटो शेयर करते हुए लिखा था, “ये वही उद्योगपति मनोज परमार है, जो रात दिन भाजपा को कोसता है, जिसने बच्चों की एक ‘गुल्लक टीम’ बनाई हुई है। ये गुल्लक टीम राहुल गांधी से लेकर कमलनाथ जी, पवन खेड़ा, भूपेश बघेल, हिमाचल के मुख्यमंत्री और अन्य बड़े कांग्रेस के नेताओं को समय-समय पर पैसों की गुल्लक भेंट करती है।”
सलूजा यहीं नहीं रुके थे, उन्होंने आगे लिखा था, ‘राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में भी ये टीम राहुल गांधी को गुल्लक भेंट करने पहुंची थी। खुद राहुल गांधी ने इसको ट्वीट किया था। ये गुल्लक टीम कांग्रेस का प्रचार करती है, दिनभर सोशल मीडिया पर भाजपा को कोसती है। मनोज परमार रात दिन अपनी इस गुल्लक टीम को प्रमोट करता है। इस गुल्लक टीम की आड़ में भ्रष्टाचार की कमाई का कैसा खेल खेला जा रहा था, यह आज पता चला है।’
सुसाइड केस के बाद समाचार लिखे जाने के समय तक मध्य प्रदेश भाजपा की ओर से कोई नई प्रतिक्रिया सामने नहीं आयी है।