विपक्ष के नेता और वरिष्ठ कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले का दौरा किया। उन्होंने पाकिस्तान की ओर से हुई गोलीबारी के कारण जानमाल के नुकसान और संपत्ति के विनाश को “त्रासदी” करार दिया। राहुल ने कई पीड़ित परिवारों से मुलाकात भी की। राहुल गांधी इससे पहले पहलगाम भी गए थे। पहला दौरा 22 अप्रैल की घटना में मारे गए 26 लोगों के परिवारों की हमदर्दी में किया गया था। पहलगाम के बाद भारत ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ। उसी समय पाकिस्तान ने सीमा पर बसे भारतीय गांवों को निशाना बनाया।
गांधी ने एक स्थानीय स्कूल का दौरा किया और उन बच्चों के साथ समय बिताया, जिन्होंने अपने दोस्तों को खोया या जो गोलीबारी से अन्यथा प्रभावित हुए थे। उन्होंने बच्चों को मजबूत रहने और अपनी पढ़ाई जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया। राहुल ने बच्चों से अनौपचारिक होते हुए कहा- “लोगों से बात करो, खूब खेलो, और स्कूल में ढेर सारे दोस्त बनाओ।”
उन्होंने अपने पास बैठे दो छात्रों—एक लड़के और एक लड़की—से भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चली गोलीबारी में खोए दोस्तों के बारे में धीरे से जानकारी हासिल की। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि उनका यह दौरा सीमावर्ती संघर्ष प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों की समस्याओं को राष्ट्रीय ध्यान में लाने के उद्देश्य से था।
राहुल गांधी ने अपनी पुंछ यात्रा का वीडियो शेयर करते हुए एक्स पर लिखा- “आज (शनिवार) मैं पुंछ में पाकिस्तानी गोलाबारी में जान गंवाने वालों के परिवारों से मिला। टूटे हुए घर, बिखरा सामान, नम आंखें और हर कोने में अपनों को खोने की दर्दनाक कहानियां – ये देशभक्त परिवार हर बार युद्ध का सबसे बड़ा बोझ साहस और गरिमा के साथ उठाते हैं। उनके साहस को सलाम।”
राहुल गांधी के साथ कई वरिष्ठ कांग्रेस नेता थे, जिनमें जम्मू-कश्मीर कांग्रेस अध्यक्ष तारिक हामिद कर्रा, वरिष्ठ नेता गुलाम अहमद मीर, पार्टी प्रवक्ता रविंदर शर्मा, जम्मू-कश्मीर प्रभारी डॉ. नसीर हुसैन और राजौरी विधायक इफ्तिखार अहमद शामिल थे। इस समूह ने उन गांवों और स्कूलों का दौरा किया, जो हाल के हमलों में क्षतिग्रस्त हुए थे।
गांधी ने पुंछ में 12 वर्षीय जुड़वां बच्चों जोया और ज़ैन के परिवार से मुलाकात की, जो पाकिस्तान द्वारा सीमा पार से की गई गोलाबारी में मारे गए थे।उन्होंने पुंछ के गुरुद्वारा श्री गुरु सिंह सभा का भी दौरा किया, जो गोलाबारी से क्षतिग्रस्त एक धार्मिक स्थल है।
पुंछ, जो पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) के पास स्थित है, सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों में से एक था। वहां 13 लोगों की मौत हुई, जिनमें 12 साल के जुड़वां भाई-बहन शामिल थे। कई घर, दुकानें और वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए।
यह गांधी का जम्मू-कश्मीर का दूसरा दौरा था, जो 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुआ, जिसमें 25 पर्यटक और एक स्थानीय निवासी मारे गए थे। इस हमले ने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ा दिया और भारतीय वायुसेना द्वारा ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया।