Robotics labs in Sunam : विद्यार्थियों को समय के अनुरूप शिक्षा प्रदान करने के लिए एक नई पहल के तहत, सुनाम अपने सभी सरकारी हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में रोबोटिक लैब्स की शुरुआत करके देश का अग्रणी विधानसभा क्षेत्र बन गया है. यह परियोजना शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति लाने और विद्यार्थियों को अत्याधुनिक तकनीक की मदद से और अधिक सक्षम बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी। यह जानकारी आज पंजाब के रोजगार सृजन, कौशल विकास और प्रशिक्षण मंत्री अमन अरोड़ा ने क्षेत्र के सरकारी हाई स्कूल, खेरी में एक उन्नत रोबोटिक लैब का उद्घाटन करते हुए साझा की।
‘दूसरे चरण के तहत 11 सरकारी स्कूलों को रोबोटिक लैब्स प्रदान की गई’
अमन अरोड़ा ने कहा कि यह पहल विद्यार्थियों को गुणवत्ता युक्त और वैज्ञानिक शिक्षा प्रदान करने के साथ-साथ आधुनिक युग का अग्रणी बनने के लिए आवश्यक कौशल प्रदान करने के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। उन्होंने कहा कि आज दूसरे चरण के तहत 11 सरकारी स्कूलों को रोबोटिक लैब्स प्रदान की गई हैं, जबकि पहले चरण में 18 स्कूलों को रोबोटिक लैब्स से सुसज्जित किया गया था।
इन तकनीकों से सुसज्जित हैं ये लैब्स
उन्होंने बताया कि इन सभी स्कूलों में क्यूरियस लैब्स, गुरुग्राम द्वारा नियुक्त प्रशिक्षकों द्वारा नियमित प्रशिक्षण दिया जाएगा। ये भविष्य-उन्मुख रोबोटिक लैब्स विद्यार्थियों को वास्तविक दुनिया की समस्याओं के रचनात्मक समाधान खोजने, प्रयोग और शोध करने के लिए प्रोत्साहित करेंगी। उन्होंने बताया कि ये लैब्स अल्ट्रासोनिक सेंसर, आईआर सेंसर, टच सेंसर, साउंड सेंसर, एयर क्वालिटी सेंसर (एम क्यू 135), लाइट सेंसर (एल डी आर), तापमान सेंसर (एल एम 35), मिट्टी सेंसर, पीआईआर मोशन सेंसर, अल्कोहल सेंसर (एम क्यू 3), मेटल टच सेंसर, कार्बन मोनोऑक्साइड सेंसर (एम क्यू 7), आईआर सेंसर, रिले सेंसर, फ्लेम सेंसर, कलर सॉर्टिंग सेंसर और रेन ड्रॉप सेंसर से सुसज्जित हैं। इन लैब्स के साथ सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को एआई और इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) जैसी उभरती तकनीकों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए किट और घटकों सहित अन्य संसाधनों का भी लाभ मिलेगा।
‘शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद’
उन्होंने कहा, इस पहल के साथ, सुनाम क्षेत्र में शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है. जिससे अकादमिक उत्कृष्टता और नवाचार में एक नया मानदंड स्थापित होगा। इस परियोजना के लिए आईसीआईसीआई बैंक द्वारा वित्त पोषित किया गया है. इसे क्यूरियस लर्निंग लैब्स, गुरुग्राम के सहयोग से चलाया गया है। क्यूरियस लर्निंग लैब्स के सीईओ और संस्थापक सारंग गंगन ने कहा कि हमें इस महत्वपूर्ण और अनूठी पहल का हिस्सा बनने पर गर्व हो रहा है, जो विद्यार्थियों को तेजी से बदलती तकनीकों के अग्रणी बनने और भविष्य के लिए तैयार होने के लिए कौशल और नवाचार प्रदान कर रही है।
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