
Dimple Yadav controversy
Dimple Yadav controversy
Dimple Yadav controversy: उत्तर प्रदेश के सियासत में एक बार फिर सियासी संग्राम शुरू हो गया है लेकिन इस बार यह संग्राम किसी पार्टी या दलों के बीच में नहीं बल्कि समाजवादी पार्टी और मौलाना के बीच में छिड़ा हुआ है। दरअसल, ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी की ओर से एक न्यूज़ डिबेट शो के दौरान उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पत्नी व समाजवादी पार्टी से सांसद डिंपल यादव को लेकर आपत्तिजनक व अशोभनीय टिप्पणी की गई थी, जिसके बाद से सपा के बड़े नेता भले ही फ्रंट पर ना आए हो लेकिन समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं में काफी रोष देखने को मिल रहा है।
एक और भारतीय जनता पार्टी भी इस मुद्दे को हवा देती हुई नजर आ रही है वहीं दूसरी ओर सोमवार को समाजवादी पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता मो० इखलाक ने लखनऊ के हजरतगंज थाने पहुंचकर मौलाना के खिलाफ तहरीर देते हुए जांच कर कड़ी कार्रवाई की।
सपा कार्यकर्ता ने FIR दर्ज करने की मांग को लेकर हजरतगंज थाने में दी तहरीर

सपा कार्यकर्ता मो० इख़लाक़ ने तहरीर देते हुए कहा कि मौलाना का बयान न केवल डिंपल यादव का अपमान है, बल्कि पूरे महिला समाज की गरिमा को ठेस पहुंचाने वाला है। उन्होंने मांग की कि महिला का अपमान करने वाला कोई भी हो, कानून को सख्ती से काम करना चाहिए। सपा ने साफ किया कि इस तरह की बयानबाजी न बर्दाश्त होगी, न छोड़ी जाएगी। आपको बता दें कि सपा कार्यकर्ता इख़लाक़ के नेतृत्व में अन्य दर्जनों कार्यकर्ता लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली पहुंचे और मौलाना साजिद रशीदी के खिलाफ FIR दर्ज करने को लेकर तहरीर दी। उनका आरोप है कि मौलाना ने डिंपल यादव को लेकर बेहद आपत्तिजनक, अशोभनीय और महिला विरोधी टिप्पणी की है। तहरीर में कहा गया है कि यह टिप्पणी केवल सांसद का ही नहीं, बल्कि हर महिला का अपमान है।
‘यह संविधान और महिला गरिमा का अपमान है’- मो० इख़लाक़
FIR दर्ज कराने पहुंचे सपा कार्यकर्ता इख़लाक़ ने कहा कि अब देश संविधान से चलेगा। महिला का अपमान करने वाला कोई भी हो, कानून सब पर बराबर लागू होना चाहिए। यह बयान न केवल महिला गरिमा पर हमला है, बल्कि धार्मिक सौहार्द और जनप्रतिनिधि की छवि को बिगाड़ने की कोशिश है। सपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही FIR दर्ज कर मौलाना साजिद रशीदी पर कानूनी कार्यवाही नहीं की गई, तो पार्टी सड़कों पर उतरने से पीछे नहीं हटेगी। महिलाओं के सम्मान और उनके अधिकारों की लड़ाई में सपा हर मंच पर आवाज़ उठाएगी। यह मामला केवल राजनीति नहीं, सामाजिक मर्यादा और महिला गरिमा का है।
‘धर्मनिरपेक्ष भारत में नफरत की भाषा बर्दाश्त नहीं’

सपा कार्यकर्ता ने अपनी तहरीर में यह भी लिखा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, जहां सभी धर्म, जाति और लिंग के नागरिकों को बराबर अधिकार प्राप्त हैं। ऐसे में इस प्रकार की भड़काऊ और अपमानजनक भाषा कानून का उल्लंघन है। हम किसी धर्म विशेष पर सवाल नहीं उठा रहे, बल्कि महिला सम्मान की रक्षा की बात कर रहे हैं। सपा कार्यकर्ताओं ने पुलिस प्रशासन से मांग की है कि मामले को गंभीरता से लेते हुए साजिद रशीदी के खिलाफ तत्काल IPC की सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई पूरे समाज को यह संदेश देगी कि महिला सम्मान से खिलवाड़ किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
डिंपल यादव पर आपत्तिजनक बयान से शुरू हुआ बवाल
आपको बता दें कि ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी ने एक टीवी शो में कहा था कि ‘मस्जिद में दो मोहतरमा आई थीं, एक ने खुद को ढका था, दूसरी डिंपल यादव थीं… उनकी पीठ की फोटो देख लीजिए’। इस टिप्पणी के बाद मौलाना ने डिंपल यादसव को लेकर अशोभनीय टिप्पणी की थी। इस बयान के सामने आने के बाद टीवी डिबेट की मौलाना के बयान से जुड़ी क्लिप सोशल मीडिया पर तेजी के साथ वायरल होने लगी और देखते ही देखते सियासी घमासान शुरू हो गया।