A big and sad news is came from Mahakumbh :
How many more lives before they learn
Maha Kumbh stampede exposes reckless mismanagement of CM Yogi.
When will authorities take crowd control seriously at Maha Kumbh🤬#MahaKumbh2025#MahakumbhStampede pic.twitter.com/Sxov3AcdFq
— Braj shyam maurya (@brijshyam07) January 29, 2025
प्रयागराज में मौनी अमावस्या के मौके पर होने वाले स्नान के लिए इतनी भीड़ जमा हो गई कि उसमें भगदड़ मच गई, जिसमें कम से कम 10 से 15 मौतें हुई हैं। हालांकि मौनी अमावस्या पर प्रयागराज में भीड़ पहले भी होती रही है लेकिन इस बार महाकुंभ की वजह से भारी भीड़ है। लेकिन उसके हिसाब से यहां पर्याप्त इंतजाम नहीं किये गये। अभी भी जब यह रिपोर्ट लिखी जा रही है तो भगदड़ को लेकर तमाम अफवाहें फैल रही हैं।
भगदड़ की घटना बुधवार तड़के हुई। बुधवार को ‘दूसरा शाही स्नान’ है। संगम पर लाखों लोगों की भीड़ उमड़ने के कारण वहां लगे पुलिस बैरिकेड टूट गए।
यह घटना महाकुंभ के लिए संगम और नदी तट पर 12 किलोमीटर लंबाई में बनाए गए सभी घाटों पर भारी भीड़ के बीच हुई। प्रत्यक्षदर्शियों ने टीवी चैनलों को बताया कि कई लोगों को चोटें आईं, जबकि कई परिवार अलग हो गए।
अधिकारियों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तीन बार बात की और स्थिति पर नजर रख रहे हैं। प्रधानमंत्री स्थिति को सामान्य बनाने और राहत के निर्देश दे रहे हैं। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी आदित्यनाथ से बात की और केंद्र सरकार से हर संभव मदद का आश्वासन दिया।
अनगिनत एंबुलेंस घटनास्थल पर हैं। घायलों को कुंभ के सेक्टर 2 में एक अस्थायी अस्पताल में भेजा गया है। अधिकारियों ने श्रद्धालुओं से संगम में डुबकी लगाने के बाद जगह खाली करने की अपील की है। अभी भी मौके पर हजारों लोग जमा हैं।
“प्रशासन सिर्फ़ VIP लोगों की सेवा में लगा रहा”
◆ महामंडलेश्वर प्रेमानंद पुरी ने महाकुंभ में हुई भगदड़ पर कहा #MahakumbhStampede | #Mahakumbh | संगम घाट | Stampede | Mahakumbh | #मौनी_अमावस्या pic.twitter.com/dax3Amn0zs
— News24 (@news24tvchannel) January 29, 2025
स्नान को लेकर कुछ भी साफ नहीं
अखाड़ों ने पहले घोषणा की थी कि भगदड़ के बाद बुधवार का अमृत स्नान रद्द कर दिया गया है। हालांकि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवींद्र पुरी ने कहा कि भगदड़ के बाद भीड़ कम होने के बाद अखाड़े योजना के अनुसार स्नान करेंगे। पुरी ने कहा- “करोड़ों लोग सुबह आए। हमने बुधवार सुबह का स्नान स्थगित करने की कोशिश की। लेकिन अब भीड़ कम हो गई है। जिन स्थानों पर हमें पवित्र स्नान करना था, उन्हें साफ किया जा रहा है। हम पवित्र स्नान करेंगे। वहां स्नान होगा। सभी अखाड़ों का कोई बड़ा जुलूस नहीं होगा, बल्कि एक रैली होगी।”
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अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रवीन्द्र पुरी ने कहा कि अखाड़े प्रशासन के साथ नियमित संपर्क में हैं और उन्होंने कहा कि लोगों के मन में डर पैदा करने के लिए गलत सूचना फैलाई गई, जिससे भगदड़ मच गई।
पुरी ने कहा “हमारे पास बहुत समय है और हमें कोई जल्दी नहीं है। हम रात में भी स्नान कर सकते हैं। सुबह लोगों के मन में डर पैदा करने के लिए गलत सूचना फैलाई गई और वे सफल हो गए। सुबह जब हमने सभी से बात की।” हमने पाया कि वास्तविकता अलग थी और बहुत सारी अफवाहें फैलाई गईं। मैं लोगों से आग्रह करना चाहता हूं कि वे संगम की ओर न भागें और जहां भी गंगा जी मिले, डुबकी लगा लें।”