Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • Satya Hindi News Bulletin। 09 मई, दिनभर की ख़बरें
    • जम्मू में फिर ब्लैकआउट, सायरन की गूंज, भारत ने ड्रोन मार गिराए
    • पाकिस्तान में खलबली, भारत की सैन्य कार्रवाई से अपने F-16 लड़ाकू विमानों की जगह बदली
    • भारतीय सेना की एल-70 तोप छुड़ा रही दुश्मन के छक्के, पाकिस्तान के लिए फिर काल बनी बोफोर्स
    • पाकिस्तान ने 300-400 ड्रोन से भारतीय शहरों को निशाना बनाया, सब नाकाम: केंद्र
    • भारत-पाक तनाव के बीच फ़र्ज़ी ख़बरों से उन्मादी माहौल क्यों बना रहे एंकर?
    • जम्मू पर मिसाइल हमला नाकाम, ब्लैकआउट हुआ
    • भारत-पाक के बीच ड्रोन हमले की गूंज; आख़िर ये ड्रोन चीज क्या है?
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » हम-तुम ईवीएम में बंद हों और खेल हो जाये
    भारत

    हम-तुम ईवीएम में बंद हों और खेल हो जाये

    By January 8, 2025No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    एक साहित्यानुरागी नौजवान दोस्त ने कई साल पहले मुझे आपबीती सुनाई थी। कवि टाइप दो बुजुर्ग उसे बियर पिलाने के बहाने फुसलाकर किसी पब में ले गये और बारी-बारी से अपनी कई कविताएं सुना डालीं।

    जब नौजवान के कुछ कहने की बारी आई तब तक नशे में दोनों बुजुर्ग कवियों की बत्ती गुल हो चुकी थी। त्रासद कथा का अंत यह है किस्मत के मारे उस नौजवान के कलाम होठों पर धरे रह गये और बियर के पैसे भी उसे अपनी जेब से भरने पड़े।

    अगर आपको लगता है कि ऐसे हादसे सिर्फ साहित्य की दुनिया में होते हैं तो आप गलत है। जो पत्रकार इलेक्शन कमीशन कवर करते हैं, उनसे उनका दर्द पूछिये। प्रेस कांफ्रेंस में सवालों के जवाब भले मिले ना मिले लेकिन उन्हें चीफ इलेक्शन कमिश्नर राजीव कुमार की स्वरचित  हाहाकारी कविताएं सुननी पड़ती हैं

    राजीव कुमार ने किसी साहित्यिक कार्यक्रम से न्यौते या किसी लिट्टी चोखा लिट्ट फेस्ट से बुलावा आने का इंतज़ार नही किया। हालांकि सीनियर आईएसएस अधिकारी होने के नाते वो इसके हकदार थे। जब सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर, मॉडल और बिल्डर बुलाये जा सकते हैं तो फिर राजीव कुमार में क्या खराबी है।

    मंच नहीं मिला कोई बात नहीं। राजीव कुमार ने इसका तोड़ निकाला और दिल्ली चुनाव की तारीख के एलान के बीच मौका पाकर उन्होंने अपनी कविता उंडेल दी। यही काम उन्होंने आम चुनाव की तारीखों के एलान के वक्त भी किया था। मोदीजी आपदा में अवसर ढूंढने को कहते हैं, राजीव कुमार ने पत्रकारों के अवसर को आपदा में बदल दिया।

    राजीव कुमार ने जब अपनी कविता शुरू की तो पत्रकारों को उम्मीद थी कि वो `हम-तुम एक ईवीएम में बंद हो और खेल हो जाये’ जैसी कोई तड़कती-भड़कती कविता सुनाएंगे। लेकिन राजीव ने एक बहुत ही गंभीर कविता पढ़ी। अगर किसी संग्रह में शामिल होती तो यकीनन साहित्य अकादमी पुरस्कार का दावा बनता।

       कई लोग पूछ रहे हैं कि राजीव कुमार का ये कदम भ्रष्टाचार की श्रेणी क्यों नहीं आएगा, आखिर उन्होंने अपनी पोजिशन का बेजा फायदा उठाया है। मैं सोचने लगा फिर मुझे अचानक हास्य कवि अशोक चक्रधर का फॉर्मूला याद आया।

    चक्रधर जी ने भ्रष्टाचार को चार श्रेणियों में विभाजित किया है—जबराना, हकराना, नजराना और शुक्राना। जैसा कि नामों से स्पष्ट है, नजराना और शुक्राना में थोड़ी सी याचना का भाव है। मतलब लेना वाला अपनी दांत दिखाते हुए कृतज्ञता जताता है। लेकिन जबराना और हकराना दो ऐसी श्रेणियां जिनमें शक्ति का प्रयोग होता है। लेना हक है तो फिर जबरिया वसूला जा सकता है। राजीव कुमार जी ने कुछ इसी अंदाज़ हक से कविताएं पेश की और जबरिया दाद भी ली।

    इसके बावजूद इस घटना को सार्वजनिक जीवन में भ्रष्टाचार का उदाहरण मानने से इनकार करता हूं। जिस इलेक्शन कमीशन के आंकड़े रातो-रात बदल जाते हैं, जिसके ईवीएम की बैटरियां पोलिंग के बाद लगभग डिस्चार्ज्ड होकर कांउटिंग वाले दिन भगवत कृपा 99 प्रतिशत तक चार्ज हो जाती हैं, उसके मुखिया ने अगर प्रेस कांफ्रेंस में एक कविता ही सुना दी तो ऐसी कौन सी आफत आ गई

    राजीव कुमार उस सांस्कृतिक क्रांति के नुमाइंदे हैं, जिसका शुभारंभ नरेंद्र मोदी के सत्ताधीश बनने के बाद हुआ है। नरेंद्र मोदी बड़े कवि हैं। गुजराती में लिखी गई कविताओं की उनकी किताब बकायदा छप चुकी है। कवि अटल बिहारी वाजपेयी भी थे। लेकिन अटल जी छंद के नियम में बंधकर और प्रांजल किस्म की हिंदी में लिखते थे।

    इसके विपरीत मोदीजी को उर्दू वाली काफियाबंदी पसंद है। मोदी खुश हो या नाराज़ अपनी रचनाधर्मिता नहीं छोड़ते। `जो जेपी का ना हुआ वो बीजेपी का क्या होगा’ से शुरु हुई मोदी काव्य यात्रा का हासिल ये है कि जब 2019 में उनके खिलाफ `चौकीदार चोर है’ नारा बुलंद हुआ तो मोदी और उनके समर्थकों ने उसका जवाब भी `चौकीदार प्योर है’ जैसी तुकबंदी में दिया। वैसे कभी-कभी तर्क की तरह तुक भी मोदीजी का साथ छोड़ देते हैं लेकिन बातों का वजन ज़रा भी कम नहीं होता है।  

    वाजपेयी के मुकाबले मोदी एक तरह से जनकवि है। इसीलिए मौजूदा राजनीति और ब्यूरोक्रेसी में अखंड काव्य धारा फूट रही है। नरेश अग्रवाल बीजेपी में आने से पहले समाजवादी पार्टी के सांसद थे।

     राज्यसभा में पढ़ी गई उनकी कविता पर गौर करें…

    व्हिस्की में विष्णु बसें, रम में श्रीराम

    जिन में माता जानकी, ठर्रे में हनुमान

    नरेश अग्रवाल को उनकी साहित्यिक प्रतिभा के आधार पर बीजेपी शामिल किया गया या फिर कोई और वजह रही, इसके बारे में की पुख्ता जानकारी नहीं है। लेकिन इसमें कोई शक नहीं कि भारतेंदु युग और द्विवेदी युग की तरह यह साहित्य का मोदी युग हैं।

    अब मूल प्रश्न यह है कि राजीव कुमार मोदी युग के अष्टछाप कवियों में कहां स्थान पाएंगे। मुझे लगता है कि उनकी तुलना केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले से की जा सकती हैं, जिनकी रचनाएं चीख-चीखकर कहती है—भला है, बुरा है, चाहे जैसा भी है, सबसे मौलिक मेरी कविता है।

    अच्छा हो मोदीजी की सदारत में लालकिले पर दुनिया का सबसेस बड़ा मुशायरा हो, जहां ऐसे तमाम कवि बुलाये जायें। इसके कई लाभ होंगे। यह पता चला कि न्यू इंडिया में महान सांस्कृतिक क्रांति घटित हो चुकी है। अब यहां कविताएं बुलेट ट्रेन की रफ्तार से लिखी जा रही हैं। लोगों को यह पता भी चलेगा कि मोदी समर्थक सिर्फ गालियां नहीं बकते बल्कि ग़ज़ल भी कहते हैं।

    चलते-चलते आखिरी सुझाव। ध्यान रखें कि इस आयोजन में मुशायरा शब्द ना हो। कवि सम्मेलन ठीक रहेगा। कहीं ऐसा ना हो कि मुशायरा शब्द सुनते ही बाबा अपने सारे बुलडोजर दिल्ली रवाना करें।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticleChandauli News: जानिए कि वर्ग के कौन-कौन कर सकते हैं जिला अध्यक्ष के लिए दावेदारी
    Next Article Rajkumari Bai Kothi History: राजकुमारी बाई की कोठी का इतिहास, जानें सिंधिया परिवार की इस ऐतिहासिक धरोहर के बारे में

    Related Posts

    Satya Hindi News Bulletin। 09 मई, दिनभर की ख़बरें

    May 10, 2025

    जम्मू में फिर ब्लैकआउट, सायरन की गूंज, भारत ने ड्रोन मार गिराए

    May 9, 2025

    पाकिस्तान ने 300-400 ड्रोन से भारतीय शहरों को निशाना बनाया, सब नाकाम: केंद्र

    May 9, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    दीपचंद सौर: बुंदेलखंड, वृद्ध दंपत्ति और पांच कुओं की कहानी

    May 3, 2025

    पलायन का दुश्चक्र: बुंदेलखंड की खाली स्लेट की कहानी

    April 30, 2025

    शाहबाद के जंगल में पंप्ड हायड्रो प्रोजेक्ट तोड़ सकता है चीता परियोजना की रीढ़?

    April 15, 2025

    सरकार ने बढ़ाए कपास बीज के दाम, किसान बोले बढ़ती लागत को कम करे

    April 14, 2025

    जल संकट: मध्य प्रदेश के 6 जिलों में 100% से ज़्यादा हो रहा भूजल दोहन

    April 14, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में खलबली, भारत की सैन्य कार्रवाई से अपने F-16 लड़ाकू विमानों की जगह बदली

    May 9, 2025

    भारतीय सेना की एल-70 तोप छुड़ा रही दुश्मन के छक्के, पाकिस्तान के लिए फिर काल बनी बोफोर्स

    May 9, 2025

    पाक सांसद ने कहा- हमारा PM मोदी का नाम लेने से डरता है, हमारा PM ही बुजदिल है

    May 9, 2025
    एजुकेशन

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025

    NEET UG 2025 एडमिट कार्ड जारी, जानें कैसे करें डाउनलोड

    April 30, 2025

    योगी सरकार की फ्री कोचिंग में पढ़कर 13 बच्चों ने पास की UPSC की परीक्षा

    April 22, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.