नेता विपक्ष राहुल गांधी को लेकर भाजपा-कांग्रेस के संबंध खटास के नये स्तर पर पहुंच गये हैं। राहुल और कांग्रेस ने सड़क से लेकर संसद तक में अडानी घूस कांड को मजबूती के साथ देश के सामने रखा। उसका नतीजा यह निकल रहा है कि राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य नेताओं पर निम्नस्तरीय और व्यक्तिगत हमले शुरू हो गए हैं। कांग्रेस का आरोप है कि मीडिया का एक वर्ग भी इस मामले में सत्तारूढ़ पार्टी भाजपा की मदद कर रहा है। हाल ही में इंडिया टुडे के चैनल पर अमित शाह के प्रोग्राम को लेकर कांग्रेस ने तमाम बातें कहीं।
राहुल गांधी पर हमला करते हुए, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा है कि मुद्दों को उठाने के लिए कांग्रेस नेता का “प्रेरणा स्रोत” विदेश में है और वह हर बार संसद सत्र शुरू होने पर एक नया आरोप लेकर आते हैं। इसस पहले भी अमित शाह ने कहा था कि संसद शुरू होने से पहले राहुल बाबा विदेश का दौरा करते हैं।
इस संबंध में इंडिया टुडे ग्रुप का जो वीडियो लोग सोशल मीडिया पर शेयर कर रहे हैं, उसमें एंकर राहुल कंवल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का संवाद सुना जा सकता है। अमित शाह जब कहते हैं कि राहुल गांधी का प्रेरणास्त्रोत तो बाहर रहता है तो एंकर राहुल कंवल बार-बार अमित शाह से सवाल करते हैं कि वो कौन है। इस पर अमित शाह कहते हैं कि सभी को पता है। यहां जो लोग बैठे हैं, उन सबको भी पता है। हाथ उठवा लो। इतनें में प्रोग्राम में हिस्सा ले रहे लोगों में से एक शख्स उठ कर खड़ा होता है और माइक पर राहुल के विदेश जाने को लेकर एक महिला का जिक्र करते हुए निजी हमला करता है। हालांकि इस संबंध में किसी के पास कोई सबूत है। पिछले दिनों भाजपा के अमित मालवीय ने राहुल गांधी का काठमांडू में हो रही एक पार्टी का वीडियो जारी किया था, जिसमें राहुल किसी महिला से बात कर रहे हैं। यानी भाजपा की ओर से राहुल के चरित्रहनन का प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि भाजपा ने राहुल को पप्पू बताने के लिए करोड़ों रुपये खर्च कर डाले।
अमित मालवीय के साथ टीवी शो में बेशर्मी भरे व्यवहार के बाद फ्रॉड कंवल कांग्रेस नेताओं से माफी मांगते नजर आए थे।
हरियाणा और महाराष्ट्र की वजह से इस फर्जीवाड़े को फिर से राहुल जी पर निजी हमले करने की ताकत मिली है।
अब कांग्रेस को इन कुत्तों की बिल्कुल भी आवभगत नहीं करनी चाहिए। pic.twitter.com/xTYLSo4jRM
— Avinash Kadbe اویناش کڈبے (@INCAvinashkadbe) December 16, 2024
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने ताजा घटना को लेकर इंडिया टुडे और राहुल कंवल पर सीधा हमला बोला है। पवन खेड़ा ने लिखा- इससे अधिक बेशर्मी क्या थी देश के गृह मंत्री एलओपी (नेता विपक्ष राहुल गांधी) के बारे में घटिया गपशप कर रहे हैं। राहुल कंवल और अमित शाह ने दर्शकों को लुभाने वाला सस्ता रोमांच चुना। राहुल कंवल
क्या शाह से मोदी की छोड़ी गई पत्नी (जशोदा बेन) के बारे में पूछने की हिम्मत है क्या कंवल में शाह से स्नूप गेट (गुजरात की टीचर का कथित जासूसी मामला) के बारे में पूछने की हिम्मत होगी अरुण पुरी को टैग करते हुए पवन खेड़ा ने लिखा क्या इंडिया टुडे ने अपने सम्मेलनों को इस स्तर तक पहुंचा दिया है।
What was more shameless The Home Minister of the country indulging in cheap, gutter level gossip about LOP, Mr @RahulGandhi or @rahulkanwal deriving cheap thrills egging Amit Shah and audience
▪️Would @rahulkanwal have the guts to ask Shah about the abandoned wife of Modi…
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) December 15, 2024
पवन खेड़ा ने इसी मुद्दे पर दूसरा ट्वीट भी किया, जिससे इस मामले की गंभीरता का पता चलता है। पवन खेड़ा ने एक्स पर लिखा- कांग्रेस पार्टी हमेशा प्रेस की स्वतंत्रता के लिए खड़ी रही है और निष्पक्ष पत्रकारिता का सम्मान करती है। लेकिन तब नहीं जब प्रेस कार्ड रखने वाले लोग वास्तव में एक राजनीतिक दल की ओर से ट्रोल की तरह काम कर रहे हों। हमें नहीं लगता कि ऐसे ट्रोल्स से उलझना जरूरी है। इसलिए इंडिया टुडे को ब्लैकलिस्ट करने का निर्णय लिया गया है राहुल कंवल
जो लोकसभा में विपक्ष के नेता पर अपमानजनक बातें कहने वाले स्वयंभू चाणक्य के सामने इंडिया टुडे के कार्यक्रम में बेशर्मी से झुक रहा था। पिछली बार जब कंवल को अपने आचरण पर पछतावा हुआ था, तब हमने उसे मौका दिया था, लेकिन वह बार-बार अपराधी निकला है और इसलिए हमारी भागीदारी से, हम पत्रकारिता के नाम पर वह जो कर रहे हैं, उसे योग्य नहीं ठहरा सकते।
The Congress Party has always stood for freedom of the press and respects fair journalism – not when those carrying a press card are actually acting like trolls on behalf of a political party.
We do not think it is necessary to engage with such trolls. It has therefore been…
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) December 15, 2024
एक्स पर वीना जैन ने टिप्पणी की है कि संघी एक कारण से इतने डरपोक हैं और उन्होंने इसे फिर से साबित कर दिया
गृह मंत्री अमित शाह और एंकर राहुल कंवल राहुल गांधी के बारे में इतना साहस भी नहीं है कि सीधे तौर पर कह सकें, क्योंकि वे जानते हैं कि ये उनका फैलाया हुआ झूठ है।
Sanghis are C0wards for a reason & they proved it again
Home Minister Amit Shah & National media anchor Rahul Kanwal doing Dog whistling about Rahul Gandhi
They don’t even have enough guts to say that directly, because they know that they are spread manufactured Lie 🤥🤡 pic.twitter.com/KOKLXMu0TK
— Veena Jain (@DrJain21) December 16, 2024
शांतनु ने एक्स पर पीएम मोदी की पत्नी जशोदा बेन का मामला उठाया। शांतनु ने लिखा- क्या राहुल कंवल जशोदाबेन के बारे में मोदी या अमित शाह से सवाल पूछने की हिम्मत दिखाएंगे यहां, उन्हें नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी जी के निजी जीवन के बारे में फर्जी खबरों को बढ़ावा देते देखा जा सकता है।
Will Rahul Kanwal show guts to ask questions about JashodaBen to Modi or Amit Shah
Here, he can be seen amplifying the fake news about the personal life of LoP Rahul Gandhi Ji. https://t.co/idlfsJHkIj pic.twitter.com/MEQF099FzI
— Shantanu (@shaandelhite) December 15, 2024
सरल पटेल नामक यूजर ने एक्स पर लिखा- गृह मंत्री अमित शाह ने LoP (नेता विपक्ष) पर बेबुनियाद टिप्पणी की। राहुल कंवल
जानबूझकर ऐसे बयान देकर भड़का रहे हैं। इसके बाद एंकर एक दर्शक सदस्य की ओर मुड़ा जिसने राहुल गांधी के निजी जीवन के बारे में झूठी और व्यक्तिगत टिप्पणियाँ कीं।
क्या यही एंकर जसोदाबेन के बारे में अमित शाह या नरेंद्र मोदी से सवाल पूछने की हिम्मत करेगा या उस महिला के बारे में पूछें जो अटल बिहारी वाजपेई जी के आवास पर रहती थी
यूएस फेडरल कोर्ट में हाल ही में भारतीय कारोबारी गौतम अडानी, उनके भतीजे सागर अडानी समेत 7 लोगों पर दो अभियोग पेश किये गये। चार्जशीट के बराबर इस अभियोग में आरोप है कि अडानी समूह ने भारत में सोलर पावर अनुबंध पाने के लिए भारत के सरकारी अधिकारियों को 2000 करोड़ से ज्यादा की रिश्वत दी। हालांकि अडानी समूह ने इसका खंडन किया है। लेकिन अमेरिकी कोर्ट को बताया गया कि अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने जांच करके सबूत पेश किये हैं। इस सबूत में सागर अडानी का जब्त मोबाइल भी है, जिसके वाट्सऐप संदेश को डिकोड करके पता लगाया गया कि किस तरह अडानी समूह ने रिश्वत की रकम बढ़ा दी थी। राहुल गांधी पिछले डेढ़ साल से अडानी के खिलाफ भ्रष्टाचार के मुद्दे उठा रहे थे। अमेरिका में मामला सामने आने के बाद कांग्रेस और समूचे विपक्ष ने इस मामले को उठाना शुरू कर दिया। अडानी पर राहुल के हमले के बाद पहले उनकी लोकसभा से सदस्यता छीनी गई, जिसे सुप्रीम कोर्ट ने बहाल किया। उसके बाद उन पर अब व्यक्तिगत हमले किये जा रहे हैं। पिछले दस वर्ष से ज्यादा समय से सत्ता में काबिज भाजपा राहुल गांधी के खिलाफ राजनीतिक आरोप नहीं लगा पा रही है।