Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • अशोका यूनिवर्सिटी के छात्र, फैकल्टी एसोसिएट प्रोफेसर अली खान के साथ खड़े हुए
    • महाराष्ट्रः छगन भुजबल को कैबिनेट मंत्री बनाना पड़ा, महायुति की कैसी मजबूरी
    • ऑपरेशन सिंदूर पर स्वामी प्रसाद मौर्य का बड़ा बयान: हमले में एक भी आतंकी नहीं मरा, ऑपरेशन सिंदूर के नाम पर बहनों को धोखा
    • हे प्रभु! पहले गद्दार मीर जाफर से राहुल गांधी की तुलना, फिर आसीम मुनीर संग बना दिया विवादित फोटो
    • Live ख़बरेंः राहुल गांधी के सवालों का बीजेपी जवाब नहीं दे रही, लेकिन पोस्टर से हमला
    • भारत-पाकिस्तान संघर्ष में क्या चीन फायदे में रहा?
    • Nepal Summer Destinations: नेपाल समर डेस्टिनेशन के लिए एक बेहतरीन लो बजट पर्यटन स्थल, धार्मिक, सांस्कृतिक, पर्यटन और रोमांच का अद्भुत संगम
    • Maharastra News: महाराष्ट्र मंत्रिमंडल का विस्तार, NCP नेता छगन भुजबल फिर बने मंत्री
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » ग़ज़ा पर इज़रायली बमबारी, 43 मरे, पहली बार कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन का कड़ा विरोध
    भारत

    ग़ज़ा पर इज़रायली बमबारी, 43 मरे, पहली बार कनाडा, फ्रांस, ब्रिटेन का कड़ा विरोध

    Janta YojanaBy Janta YojanaMay 20, 2025No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    इज़रायली सेना ने ग़ज़ा पर बमबारी की, जिसमें आधी रात को 43 लोग मारे गए। सेना ने दक्षिणी शहर खान यूनिस में फिलिस्तीनियों को एक “अभूतपूर्व हमले” से पहले भागने का आदेश दिया। कनाडा, फ्रांस और यूके के नेताओं ने इज़रायल के खिलाफ “ठोस कार्रवाई” करने की धमकी दी है। इन देशोंने कहा कि अगर इज़रायल ग़ज़ा में अपने नए हमले को समाप्त नहीं करता है तो प्रतिबंध का सामना करने को तैयार रहे। जबकि 22 देशों ने इजरायल से घिरे हुए इलाके में सहायता पहुंचाने का आग्रह किया।

    इज़रायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस आह्वान को खारिज कर दिया और हमले को जारी रखने का वादा किया। जिसमें इज़रायल द्वारा पूरे ग़ज़ा पर नियंत्रण करने की योजना भी शामिल है। ग़ज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इज़रायल द्वारा किए जा रहे नरसंहार में अब तक कम से कम 53,339 फिलिस्तीनी मारे गए हैं और 121,034 घायल हुए हैं। सरकारी मीडिया कार्यालय ने मृतकों की संख्या 61,700 से अधिक बताई है, जिसमें कहा गया है कि मलबे के नीचे लापता हजारों लोगों के मारे जाने की आशंका है। 7 अक्टूबर 2023 को हमास के नेतृत्व वाले हमलों के दौरान इज़रायल में अनुमानित 1,139 लोग मारे गए और 200 से अधिक लोगों को बंदी बना लिया गया था। उसी का बदला लेने के लिए इज़रायल अब तक यह कार्रवाई कर रहा है।

    22 देशों ने इज़रायल से ग़ज़ा में मदद की “पूर्ण बहाली” की अनुमति देने की मांग की है। इनमें यूरोप, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और कुछ बाल्टिक देश भी शामिल हैं। उन्होंने उस तथाकथित नए मॉडल को पूरी तरह से खारिज कर रहे हैं जिसे इज़रायल ने सहायता बांटने करने के लिए पेश किया है, जिसके बारे में उनका कहना है कि यह इज़रायल के कब्जे वाले क्षेत्र में इज़रायली सेना द्वारा नियंत्रित बिंदु होंगे। यानी जहां इज़रायल चाहेगा, वहां सहायता बांटनी होगी। विदेश मंत्रियों का कहना है कि यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है क्योंकि मानवीय सहायता का कभी भी राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए और यह सभी के लिए समान और सुलभ होनी चाहिए।

    यह घटनाक्रम ब्रसेल्ज में यूरोपियन यूनियन के विदेश मंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक से पहले आया है, जहां यूरोपीय संघ ग़ज़ा पर अपनी स्थिति पर चर्चा करेगा। ग़ज़ा पर डेढ़ साल से चल रही बमबारी के बाद यूरोपियन यूनियन के रवैए में यह बदलाव पहली बार देखा जा रहा है। खाने-पीने पर इज़रायली नाकाबंदी को लेकर दुनिया के अन्य देशों में भी आक्रोश देखा जा रहा है।

    एमनेस्टी इंटरनेशनल ने ग़ज़ा पर घेराबंदी को लेकर इज़रायल के सहयोगियों की निंदा की है। उसने कहा कि “यह अपमानजनक और नैतिक रूप से निंदनीय है” कि ग़ज़ा में लगभग 80 दिनों तक भुखमरी के बाद भी दुनिया को इज़रायल पर इतना दबाव बनाने में काफी समय लगा कि वह कुछ सहायता पहुंचा सके। और फिर भी, “कुछ सहायता ट्रकों को आने देना – जो समुद्र में एक बूंद पानी के बराबर है। जबकि दूसरी तरफ सैन्य अभियानों को तेज किया गया है। यह इज़रायल के चल रहे नरसंहार को छुपाने का एक निंदनीय प्रयास है।”

    बहरहाल, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस और कनाडा के नेताओं ने सोमवार को धमकी दी कि यदि इज़रायल ने अपना नया सैन्य हमला बंद नहीं किया और ग़ज़ा में सहायता पहुंचाने से रोकना जारी रखा तो वे टारगेटेड प्रतिबंधों सहित “ठोस कार्रवाई” करेंगे।

    इज़रायल कई हफ़्तों से ऑपरेशन “गिदोन के रथ” के बारे में चेतावनी दे रहा है। उसका कहना है कि इसका उद्देश्य “ग़ज़ा में युद्ध के सभी लक्ष्यों” को प्राप्त करना है, जिसमें हमास को हराना और क्षेत्र में शेष बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करना शामिल है। इस ऑपरेशन को इज़रायल के सुरक्षा मंत्रिमंडल ने 5 मई को मंजूरी दी थी। पहले के विपरीत, सेना ग़ज़ा के उन क्षेत्रों में रहेगी, जिन पर उसने कब्ज़ा कर लिया है।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleयुद्धविराम में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं, MEA ने संसदीय समिति को बताया
    Next Article पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार
    Janta Yojana

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    Related Posts

    अशोका यूनिवर्सिटी के छात्र, फैकल्टी एसोसिएट प्रोफेसर अली खान के साथ खड़े हुए

    May 20, 2025

    महाराष्ट्रः छगन भुजबल को कैबिनेट मंत्री बनाना पड़ा, महायुति की कैसी मजबूरी

    May 20, 2025

    Live ख़बरेंः राहुल गांधी के सवालों का बीजेपी जवाब नहीं दे रही, लेकिन पोस्टर से हमला

    May 20, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025

    सरकार की वादा-खिलाफी से जूझते सतपुड़ा के विस्थापित आदिवासी

    May 14, 2025

    दीपचंद सौर: बुंदेलखंड, वृद्ध दंपत्ति और पांच कुओं की कहानी

    May 3, 2025

    पलायन का दुश्चक्र: बुंदेलखंड की खाली स्लेट की कहानी

    April 30, 2025

    शाहबाद के जंगल में पंप्ड हायड्रो प्रोजेक्ट तोड़ सकता है चीता परियोजना की रीढ़?

    April 15, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025

    NEET UG 2025 एडमिट कार्ड जारी, जानें कैसे करें डाउनलोड

    April 30, 2025

    योगी सरकार की फ्री कोचिंग में पढ़कर 13 बच्चों ने पास की UPSC की परीक्षा

    April 22, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.