
Pappu Yadav FIR Ahead Bihar Election 2025: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की आहट के साथ ही सियासी गलियारों में गर्मी बढ़ गई है। चुनावी पोस्टरों और नारों के बीच अब आरोप-प्रत्यारोप की बौछार भी शुरू हो चुकी है। इसी बीच पूर्णिया के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर आचार संहिता उल्लंघन का मुकदमा दर्ज किया गया है। सहदेई थाने में सीओ के आवेदन पर दर्ज हुई यह पहली एफआईआर विधानसभा चुनाव 2025 की औपचारिक शुरुआत का इशारा भी देती है। यह मामला तब उठा जब पप्पू यादव का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें वे बाढ़ प्रभावित परिवारों के बीच रुपए बांटते नजर आए।
बाढ़ पीड़ितों के बीच पप्पू यादव
वीडियो में पप्पू यादव वैशाली जिले के गनियारी गांव में बाढ़ और कटाव से बेघर हुए लोगों से मिलते दिखाई दिए। बताया जा रहा है कि उन्होंने करीब 80 परिवारों को चार-चार हजार रुपये की आर्थिक मदद दी। उनका कहना था कि गनियारी में कटाव से 150 से 200 परिवार बेघर हो चुके हैं और सरकारी मदद अभी तक नहीं पहुंची है। लेकिन जैसे ही यह वीडियो वायरल हुआ, प्रशासन हरकत में आ गया। महनार के एसडीओ नीरज कुमार ने जांच के आदेश दिए और कहा कि इस मामले में आचार संहिता उल्लंघन की पुष्टि होने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
चिराग पासवान और नित्यानंद राय पर सीधा हमला
पप्पू यादव ने मौके पर ही सत्ताधारी नेताओं पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा, “चिराग पासवान और नित्यानंद राय, आप यहीं के हैं। कम से कम इन गरीबों को देखने तो आ जाते। प्रशासन ने इन लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।” उनके इस बयान ने राजनीतिक तापमान और बढ़ा दिया है। एनडीए खेमे में इस टिप्पणी को लेकर नाराजगी भी देखी जा रही है।
मदद करना अपराध नहीं: पप्पू यादव
एफआईआर दर्ज होने के बाद भी पप्पू यादव का रुख बदला नहीं है। उन्होंने कहा, “अगर चुनाव आयोग को लगता है कि गरीबों की मदद करना अपराध है, तो मुझे सजा दे दीजिए। मैं चुनाव के डर से इंसानियत छोड़ नहीं सकता।” उनका यह बयान अब सोशल मीडिया पर ट्रेंड कर रहा है। समर्थक कह रहे हैं कि पप्पू हमेशा जनता के साथ हैं, जबकि विरोधी इसे चुनावी चाल बता रहे हैं।