Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • UP की डिजिटल राजनीति में ‘क्षत्रिय भौकाल’, रेल दिया जाएगा और दबदबा बना रहेगा… मायावती की भी तूफानी एंट्री
    • Chhattisgarh News: पूर्व CM भूपेश बघेल का बेटा चैतन्य गिरफ्तार, शराब घोटाले पर ED की छापेमारी के बाद बड़ी कार्रवाई
    • Khatu Shyam Ji Baba Ki Kahani: खाटू श्याम जी बाबा: हारे का सहारा, बाबा श्याम की कहानी, जिन्हे कहा गया कलियुग का अवतार
    • Daulatabad Fort Story in Hindi: युद्धों और राजनीतिक उथल-पुथल का साक्षी- यादव राजाओं द्वारा निर्मित- दुर्जेय किलों में से एक दौलताबाद किला- जानिए गौरवशाली इतिहास और रोमांचक किस्से
    • PM Modi Bihar Visit: PM मोदी का बड़ा मास्टरस्ट्रोक! मोतिहारी से 7217 करोड़ की सौगात, 2025 चुनाव के लिए बीजेपी की 21 सीटों पर नजर
    • ‘ED आ गई…,’ छापा या सियासी साजिश? भूपेश बघेल के ट्वीट से छत्तीसगढ़ की सियासत में मचा भूचाल
    • Moradabad News: केशव मौर्य का दौरा बना चर्चा का विषय: राहुल गांधी पर किया तीखा हमला
    • छत्तीसगढ़ में राजनीतिक भूकंप! DAP खाद घोटाले पर विधानसभा में हंगामा, 23 कांग्रेस विधायक निलंबित
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » नागपुर हिंसाः कौन है फहीम शमीम खान, उनके संगठन की सोच क्या है
    भारत

    नागपुर हिंसाः कौन है फहीम शमीम खान, उनके संगठन की सोच क्या है

    By March 20, 2025No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    नागपुर हिंसा के लिए पुलिस ने कथित “मास्टरमाइंड” स्थानीय माइनॉरिटीज डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) के कार्यकर्ता फहीम शमीम खान को बताया है। मुगल सम्राट औरंगजेब की कब्र को ढहाने की मांग को लेकर हुए विरोध प्रदर्शन के बाद नागपुर में हिंसा भड़क गई थी।

    एमडीपी, मोहम्मद हामिद इंजीनियर के नेतृत्व वाली इमान तंजीम का राजनीतिक मोर्चा है, जिसने अतीत में मुसलमानों में कट्टरपंथी माने जाने वाले वहाबी संप्रदाय के बढ़ते प्रभाव पर चिंता जताई थी। 2015 में, इंजीनियर उन मुस्लिम नेताओं के प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे, जिन्होंने सुन्नी समुदाय की चिंताओं पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। यानी पीएम मोदी से जिन मुस्लिम नेताओं को मिलने की अनुमति मिली थी, उनमें हामिद इंजीनियर भी थे। यानी एमडीपी को केंद्र सरकार ने उदारवादी संगठन के रूप में जरूर चिह्नित किया होगा।

    हामिद इंजीनियर की तंजीम विशेष रूप से अहले सुन्नतुल जमात के राजनीतिक सशक्तिकरण और पारंपरिक सुन्नी प्रथाओं के संरक्षण के लिए काम करती है।

    2009 में स्थापित एमडीपी, अन्य मुस्लिम संप्रदायों के बढ़ते राजनीतिक प्रभाव के जवाब में शुरू हुई थी और इसका नारा है: “जो सूफी संतों की बात करेगा, वही भारत पर राज करेगा।”

    हालांकि, राजनीतिक रूप से इसे ज्यादा सफलता नहीं मिली। मंगलवार को गिरफ्तार किए गए खान पेशे से व्यवसायी हैं और नागपुर के निवासी हैं, जो एक दशक से एमडीपी से जुड़े हुए हैं। पिछले साल उन्होंने लोकसभा चुनाव में नागपुर से पार्टी के उम्मीदवार के रूप में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के खिलाफ चुनाव लड़ा था, जिसमें उन्हें सिर्फ 1,000 से अधिक वोट मिले और 29 उम्मीदवारों में सातवां स्थान प्राप्त हुआ। यानी नागपुर के मुस्लिम मतदाताओं ने भी फहीम शमीम खान को वोट नहीं दिया। 

    एमडीपी का कहना है कि फहीम शमीम खान सोमवार के विरोध प्रदर्शन के दौरान पवित्र कुरान की आयतों के कथित अपमान में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने के लिए गणेश पेठ पुलिस स्टेशन गए थे, लेकिन वहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

     पार्टी नेता अलीम पटेल ने कहा, “देश में हर किसी को विरोध करने का अधिकार है। संविधान आपको औरंगजेब का पुतला जलाने की इजाजत देता है और हमें इससे कोई समस्या नहीं है। लेकिन पवित्र छंदों का अपमान क्यों फहीम हमारे कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां अपमान में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने गए थे। हमें हैरानी है कि पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई करने के बजाय उन्हें गिरफ्तार कर लिया।”

    अपनी स्थापना के बाद से, एमडीपी ने पैगंबर का अपमान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर कई विरोध प्रदर्शन आयोजित किए हैं और पूरे भारत में कई चुनाव लड़े हैं।

    एमडीपी बरेलवी विचारधारा को मानती है, जो 19वीं सदी के अंत में बरेली में शुरू हुआ एक सामाजिक सुधार आंदोलन था, जहां इसके संस्थापक अहमद रजा खान का जन्म हुआ था। यह विचारधारा पैगंबर मुहम्मद और सूफियों के प्रति श्रद्धा और मजार आधारित धार्मिक प्रथाओं पर जोर देती है। संख्यात्मक रूप से, बरेलवी विचारधारा भारतीय मुसलमानों के बहुमत का प्रतिनिधित्व करती है, लेकिन दारुल उलूम देवबंद जैसे संप्रदायों की तरह राजनीतिक प्रभाव नहीं रखती।

    खान ने अतीत में मुसलमानों के लिए राजनीतिक विकल्प बनाने की बात सार्वजनिक रूप से की है। पिछले साल के विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने कहा था, “कांग्रेस के भीतर मुस्लिम मतदाताओं की स्थिति भारतीय शादियों में पेशेवर नर्तक की तरह है। वह बारात में नृत्य कर सकता है और माहौल को रोशन कर सकता है, लेकिन जब बारात शादी के स्थान पर पहुंचती है, तो उसे अंदर तक नहीं बुलाया जाता।” उन्होंने मुसलमानों से अपने लिए एक विकल्प बनाने का आग्रह किया था। ऐसी सोच का आदमी नागपुर में दंगा भड़का सकता है, तमाम सवाल खड़े करता है कि फहीम शमीम खान किस तरह के मास्टरमाइंड थे।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleशनि गोचर और सूर्य ग्रहण होगा एक साथ, देश-दुनिया में आएंगे कौन से बड़े बदलाव? जानिए
    Next Article आरओ/एआरओ प्री परीक्षा की तारीख जारी, एक पाली में होगा पेपर

    Related Posts

    ट्रंप की तकरीर से NATO में दरार!

    June 25, 2025

    ईरान ने माना- उसके परमाणु ठिकानों को काफी नुकसान हुआ, आकलन हो रहा है

    June 25, 2025

    Satya Hindi News Bulletin। 25 जून, शाम तक की ख़बरें

    June 25, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    मूंग की फसल पर लगा रसायनिक होने का दाग एमपी के किसानों के लिए बनेगा मुसीबत?

    June 22, 2025

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    MECL में निकली भर्ती, उम्मीवार ऐसे करें आवेदन, जानें क्या है योग्यता

    June 13, 2025

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.