
Bihar Election 2025 CM Yogi Entry: बिहार विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानथ की एंट्री से माहौल अब और गरमा गया है। आज, गुरुवार को दानापुट सीट पर बीजेपी उम्मदीवार रामकृपाल यादव के नामांकन के दौरान सीएम योगी मौजूद रहें। इसके बाद सीएम योगी ने जनता को संबोधित किया जिससे माहौल और ज्यादा खास बन गया। मंच पर सीएम योगी की मौजूदगी से लोगों का जोश देखने लायक है।
दानापुर में सीएम योगी की गरज
दानापुर में जैसे ही सीएम योगी पहुंचे, उन्हें देखने और सुनने के लिए भीड़ लग गई। भारी भीड़ के बीच योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले जनता का आभार व्यक्त किया और कहा, “दानापुर की अपनी एक ऐतिहासिक पहचान है, यह भारत के महान गणितज्ञ आर्यभट्ट की जन्मभूमि है।” उनके इस वक्तव्य पर तालियों की गूंज ने माहौल को और जीवंत कर दिया।
बिहार की महानता पर सीएम योगी का सम्मान
सीएम योगी ने अपने संबोधन में बिहार के गौरवशाली इतिहास को याद किया। उन्होंने कहा कि यही वह भूमि है जिसने आचार्य कौटिल्य, चंद्रगुप्त मौर्य और सम्राट अशोक महान जैसे महापुरुषों को जन्म दिया है। यही नहीं, यह क्षेत्र गुरु गोविंद सिंह जी की पवित्र जन्मभूमि के रूप में भी जाना जाता है।
सीएम योगी ने आगे कहा कि उत्तर प्रदेश और बिहार का रिश्ता सिर्फ एक संबंध नहीं है, एक साझी विरासत है। एक आत्मा का संबंध है, एक संस्कृति का संबंध है और एक संकल्प का भी संबंध है। यह संबंध उसी प्रकार से अटूट है जैसे भगवान राम और मां जानकी का संबंध अटूट है। डबल इंजन की सरकार बिहार में फिर से स्थापित हो और डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में बिहार की विकास गति तेजी से आगे बढ़ती दिखाई दे। जो कार्य पिछले 20 सालों में नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA की सरकार ने कर दिखाया है, वह गति इसी प्रकार से बनी रहे, इसके लिए अपने बिहार के बहनों-भाईयों का आह्वान करने के लिए आज मैं यहां आया हूं।
उन्होंने आगे कहा, “1990 से 2005 तक बिहार का जंगलराज और परिवारवाद कौन नहीं जानता है। आपने देखा होगा कि वो कौन लोग थे जिन्होंने बिहार की आध्यात्मिक ज्ञानभूमि को परिवारवाद और अपराध की भूमि बनाकर, हमारे नौजवानों के सामने पहचान का संकट खड़ा कर दिया था। यहां विकास के नाम पर किस प्रकार की अराजकता फैलाई गई थी यह किसी से छिपा नहीं है… इसलिए पिछले 20 वर्ष में बिहार को उस कलंक से मुक्त करने का काम NDA की सरकार जिस प्रभावी ढंग से किया है। आज बिहार में डबल इंजन की सरकार उसे और प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के लिए फिर से आह्वान करने आई है।”
आखिर में जब सीएम योगी का भाषण खत्म हुआ, पूरा पंडाल “जय श्रीराम” और “भारत माता की जय” के नारों से गूंज उठा। दानापुर की यह सभा न सिर्फ राजनीतिक रैली थी, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विरासत का एक जीवंत प्रदर्शन भी बन गई।