बुध वक्री 2024: एस्ट्रोसेज की हमेशा से यही पहल रही है कि किसी भी महत्वपूर्ण ज्योतिषीय घटना की नवीनतम अपडेट हम अपने रीडर्स को समय से पहले दे पाएं और इसी कड़ी में हम आपके लिए लेकर आए हैं जल्द ही वक्री होने वाले बुध से संबंधित यह खास ब्लॉग। इस ब्लॉग में हम आपको 26 नवंबर, 2024 को वृश्चिक राशि में वक्री हो रहे बुध से जुड़ी सारी जानकारी प्रदान करेंगे। साथ ही यह भी बताएंगे कि बुध के वक्री होने पर देश-दुनिया पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा।
बुध के वक्री होने से कंफ्यूज़न और अशांति पैदा होती है। बुध वक्री अवस्था में अक्सर गलतफहमियां पैदा करता है, तकनीकी क्षेत्र में समस्याएं उत्पन्न करता है और इसकी वजह से यात्रा के दौरान दुर्घटना होने का खतरा अधिक रहता है।
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ज्योतिष में वक्री बुध का संबंध बदलाव और बाधाओं से है। इस दौरान बुध ग्रह आकाश में पीछे की ओर चलते हुए प्रतीत होता है। ऐसा माना जाता है कि वक्री अवस्था में आने पर बुध तकनीक, यात्रा, संचार एवं जीवन के कई अन्य पहलुओं को प्रभावित करता है। बुध ग्रह एक साल में लगभग तीन से चार बार वक्री चाल चलता है और हर बार लगभग तीन सप्ताह के लिए वक्री अवस्था में रहता है।
संचार के हर तरीके जैसे कि बोलना, सुनना, सीखना, पढ़ना, संपादन का काम करना, रिसर्च करना, मोलभाव करना, खरीद-फरोख्त आदि पर बुध का प्रभाव होता है। बुध का असर सभी तरह के आधिकारिक अनुबंधों और समझौतों पर भी देखने को मिलता है। इसके साथ ही टर्म पेपर या किताबों की पांडुलिपियों, पट्टों और वसीयत आदि पर भी बुध का शासन है।
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बुध वृश्चिक राशि में वक्री: समय
26 नवंबर, 2024 को शाम 07 बजकर 39 मिनट पर बुध अपने शत्रु मंगल की राशि वृश्चिक में वक्री होंगे। बुध के वक्री होने से देश-दुनिया पर क्या असर पड़ेगा, यह जानने से पहले आप बुध के वृश्चिक राशि में होने से जुड़ी कुछ विशेष बातों के बारे में जान लें।
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बुध का वृश्चिक राशि में होना: विशेषताएं
बुध ग्रह के वृश्चिक राशि में वक्री होने पर अंतरंगता और ईमानदारी से संबंधित समस्याएं पैदा हो सकती हैं। आप उन रहस्यों या झूठ को उजागर कर सकते हैं जिन्हें आप अब तक छिपाने की कोशिश कर रहे थे। आपको अतीत में मिले किसी धोखे या विश्वासघात का परिणाम भुगतना पड़ सकता है।
बुध के वक्री अवस्था में आने का एक प्रमुख लाभ यह है कि ये हमें सुधार करने, लोगों के साथ फिर से बातचीत करने और उन चीज़ों को सीखने का अवसर देता है जिन्हें हम पहले नहीं सीख पाए थे। हालांकि, इन चीज़ों के लिए आपको धैर्य बनाए रखना होगा। यह विचारों और वास्तवकिता के बीच के फर्क को समझने का समय होता है। हम जो देख रहे हैं और सुन रहे हैं, उससे निकले तथ्यों और निष्कर्षों पर इस दौरान सवाल उठाया जा सकता है जो कि सही भी है।
जिन जातकों की कुंडली में जन्म के समय बुध वृश्चिक राशि में होते हैं, वे जातक बहुत गुस्सैल स्वभाव के होते हैं। दुनिया के बारे में गहरी समझ रखने की वजह से इनके लिए ऐसे प्रश्नों और संदेहों को टालना मुश्किल हो सकता है जिनका अब तक जवाब न दिया गया हो। आपको पता है कि आपके पास जो जानकारी है वो सिर्फ एक शुरआत है और आपको सही उत्तर पाने के लिए और अधिक गहराई तक जाना होगा।
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बुध वृश्चिक राशि में वक्री: वैश्विक स्तर पर प्रभाव
व्यवसाय और वित्तीय स्थिति
निर्यात करने वाली कंपनियों के मालिकों को सफलता मिलने के आसार हैं लेकिन इन्हें विदेशों से पेमेंट मिलने में देरी हो सकती है।व्यवसाय के क्षेत्र में मंदी का असर भारत समेत अन्य जगहों के कलाकारों और रचनात्मक क्षेत्र से जुड़े व्यवसायों पर भी देखने को मिलेगा।मैनेजमेंट की कमी, गलत संचार एवं गलतफहमियों की वजह से बड़ी कंपनियों और उनके संचालन के कार्य पर नकारात्मक असर पड़ेगा।
नेता, मीडिया और स्पीकर
इस दौरान सरकारी पद पर बैठे अधिकारियों को अपने अनुचित बयानों को लेकर मांफी मांगनी पड़ सकती है या फिर उन्हें इसका परिणाम भुगनता पड़ सकता है।कुछ देश भारत के लिए मुश्किलें पैदा करने का प्रयास कर सकते हैं लेकिन चूंकि बुध के अस्त होने का समय अनुकूल नहीं है इसलिए भारत को बहुत सोच-विचार करने के बाद ही इसके जवाब में कोई कदम उठाना चाहिए।सरकारी प्रतिनिधि और अधिकारी इस दौरान ऐसे बयान देते हुए नज़र आ सकते हैं जिससे समस्याएं या असहमति पैदा हो सकती है।ऊंचे पदों पर बैठे और नामचीन लोग कई तरह के सवाल पूछे जाने पर क्रोधित और अधीर दिखाई दे सकते हैं। इसकी वजह से समस्याएं उत्पन्न होने की आशंका है।पत्रकारिता और चिकित्सा जैसे संचार से संबंधित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों की बातों से अधिकारी और प्रभावशाली लोग नाराज़ हो सकते हैं।इस दौरान काउंसलर और मोटिवेशनल स्पीकरों के काम में बाधाएं एवं अड़चनें आने के संकेत हैं।
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बुध वृश्चिक राशि में वक्री: स्टॉक मार्केट पर असर
बुध वृश्चिक राशि में रहते हुए ही 26 नवंबर को इसी राशि में वक्री हो रहे हैं। चूंकि, बुध वक्री अवस्था में हैं इसलिए इस दौरान उनकी क्षमता और ताकत क्षीण हो जाएगी। आगे जानिए कि बुध के वृश्चिक राशि में वक्री होने का स्टॉक मार्केट पर क्या प्रभाव पड़ेगा।सीमेंट, बिजली, दवा बनाने वाली कंपनियां, पब्लिक सेक्टर और केमिकल उद्योग अच्छा प्रदर्शन करेंगे।इसके अलावा बिजली उत्पादों, बिजली, चाय, कॉफी, सीमेंट, डायमंड, केमिकल और हैवी इंजीनियरिंग के उद्योग भी अच्छा काम करते हुए नज़र आएंगे।हालांकि, कुछ उद्योग विशेष रूप से सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में मंदी का सामना करना पड़ सकता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
उत्तर. बुध के लिए हरा रंग है।
उत्तर. बुध के लिए बुधवार का दिन होता है।
उत्तर. बुध ग्रह के लिए चांदी का धातु होता है।
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