भारतीय वाणिज्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा है कि एक और सख्त कदम उठाते हुए भारत ने पाकिस्तान से वस्तुओं के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात पर प्रतिबंध लगा दिया है। पाकिस्तान से प्रत्यक्ष आयात तो बहुत कम हुआ है, लेकिन कुछ वस्तुएं अप्रत्यक्ष माध्यमों या तीसरे देशों के माध्यम से देश में आ रही हैं। वाणिज्य मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, विदेश व्यापार नीति (एफ़टीपी) में एक नया जोड़ा गया प्रावधान “अगले आदेश तक तत्काल प्रभाव से पाकिस्तान से आने वाले या निर्यात किए जाने वाले सभी सामानों के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात या भेजने” पर प्रतिबंध लगाता है। यानी भारत में अब लाहौरी नमक तक नहीं आ सकेगा। लाहौरी नमक भारत के पंजाबी समुदाय में काफी लोकप्रिय है।
अधिसूचना में कहा गया कि यह प्रावधान राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में लगाया गया है।
शिपिंग महानिदेशालय द्वारा जारी एक अन्य आदेश में कहा गया है कि पाकिस्तान का झंडा लगे किसी भी जहाज को किसी भी भारतीय बंदरगाह पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। आदेश में यह भी कहा गया है, “यह आदेश भारतीय संपत्तियों, कार्गो और उससे जुड़े बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने, जनहित और भारतीय शिपिंग के हित में जारी किया गया है।”
इससे पहले पाकिस्तान ने भी भारत के साथ सभी तरह के व्यापार को निलंबित करने की घोषणा की थी। अटारी-वाघा सीमा पर 2023-24 में 3,886.53 करोड़ रुपये का व्यापार हुआ। भारत के रणनीतिक कदमों से पाकिस्तान के छोटे व्यापारियों और निर्माताओं पर गंभीर आर्थिक प्रभाव पड़ने की उम्मीद है।
चन्नी के बयान पर भड़की बीजेपी
पहलगाम आतंकी हमले पर कांग्रेस पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाते हुए बीजेपी ने शनिवार को आरोप लगाया कि पार्टी अपने नेताओं के एक दूसरे के विपरीत बयानों के माध्यम से नागरिकों और सशस्त्र बलों दोनों का मनोबल गिरा रही है। दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चन्नी ने शुक्रवार को पुलवामा घटना के बाद भारत द्वारा अपनाए गए कदमों पर संदेह जताया। चन्नी ने आरोप लगाया, “वे कहते हैं कि पाकिस्तान में सर्जिकल स्ट्राइक की गई। कुछ नहीं हुआ, किसी ने सर्जिकल स्ट्राइक नहीं देखी। किसी को पता ही नहीं चला।”