Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • असम: रहीमा बेगम को ‘बांग्लादेश में धकेला’, ग़लती पता चली तो वापस लाया
    • विमान गिरने के मामले में मोदी सरकार ने देश को गुमराह कियाः खड़गे
    • Satya Hindi News Bulletin। 31 मई, सुबह तक की ख़बरें
    • बड़े मुद्दों पर चुप क्यों रहते हैं बॉलीवुड सितारे?
    • धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर
    • ऑपरेशन सिंदूर पर बॉलीवुड सितारों में सन्नाटा क्यों है?
    • ‘लव जिहाद’ के झूठे जाल में फंसा साक़िब, 5 साल बाद मिला इन्साफ़
    • लव जिहाद का पहला मामला यूपी कोर्ट में धराशायी, योगी सरकार लाई थी कानून
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » राजस्थानः राणा सांगा कौन थे, क्यों है विवाद, सही इतिहास जानिए
    भारत

    राजस्थानः राणा सांगा कौन थे, क्यों है विवाद, सही इतिहास जानिए

    By March 25, 2025No Comments7 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    राजस्थान में इतिहास से जुड़ी घटना को लेकर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। समाजवादी पार्टी के नेता ने 16वीं सदी के मेवाड़ के शासक राणा सांगा के बारे में एक टिप्पणी की। जिसने राजस्थान के नेताओं को नाराज कर दिया। यहाँ राणा सांगा और उनके पौत्र महाराणा प्रताप को बहुत सम्मान दिया जाता है। समाजवादी पार्टी के सांसद रामजी लाल सुमन ने आरोप लगाया कि राणा सांगा ने लोधी राजाओं को हराने के लिए बाबर को भारत बुलाया था। हालांकि इतिहासकार इसे एक गलत धारणा बताते हैं।

    मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस मामले को तूल देते हुए कहा कि यह टिप्पणी राज्य के लोगों की भावनाओं के खिलाफ है। इसके बाग उदयपुर में विरोध प्रदर्शन हुए, जो राणा सांगा और महाराणा प्रताप का पूर्व राज्य था और जहाँ आज भी उनकी स्मृतियाँ मौजूद हैं। सोमवार 24 मार्च को राज्य विधानसभा में इस मामले पर हंगामा हुआ। दक्षिणपंथी राजपूत समूह, करणी सेना, ने धमकी दी है कि वे समाजवादी पार्टी के नेता की “जुबान काट देंगे।”

    राणा सांगा से पहले औरंगजेब का विवाद चल रहा था। सपा के वरिष्ठ नेता अबू आजमी ने मुगल बादशाह औरंगजेब की तारीफ की थी। भाजपा नेताओं और हिंदू समूहों ने औरंगजेब को महिमामंडित करने के प्रयासों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। उन्होंने इतिहास के गड़े मुर्दे उखाड़ते हुए आरोप लगाया कि औरंगजेब ने हिंदुओं पर अत्याचार किए थे। विश्व हिन्दू परिषद और बजरंग ने औरंगजेब की कब्र खोदने की धमकी दी। उन्होंने नागपुर में प्रदर्शन किया, जिसके बाद हिंसा शुरू हो गई थी।

     - Satya Hindi

    समाजवादी पार्टी सांसद ने क्या कहा

    राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन का एक वीडियो हाल ही में सामने आया था, जिसमें उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है कि राणा सांगा एक “गद्दार” थे जिन्होंने इब्राहिम लोधी को हराने के लिए बाबर को बुलाया था। फिर, शुक्रवार को राज्यसभा में गृह मंत्रालय के कामकाज पर चर्चा के दौरान, सुमन ने अपने बयान पर कायम रहते हुए राणा सांगा को बाबर के भारत आक्रमण से जोड़ा।

    आईएएनएस के अनुसार, उन्होंने कहा, “भाजपा नेता अक्सर दावा करते हैं कि मुसलमानों में बाबर का डीएनए है। लेकिन बाबर को भारत किसने बुलाया था यह राणा सांगा थे जिन्होंने इब्राहिम लोधी को हराने के लिए उन्हें बुलाया था। उस तर्क से, अगर मुसलमान बाबर के वंशज हैं, तो आप भी राणा सांगा—एक गद्दार—के वंशज हैं।”

    • उन्होंने कहा कि भारत के मुसलमान किसी मुगल बादशाह को आदर्श नहीं मानते। वे मोहम्मद साहब और सूफी संतों की परंपराओं को अपना आदर्श मानते हैं।

    विधानसभा में हंगामा

    सोमवार 24 मार्च को राजस्थान विधानसभा में, भाजपा विधायक श्रीचंद कृपलानी ने सुमन के बयान का विरोध किया और कार्रवाई की मांग की। जैसे ही उन्होंने यह मुद्दा उठाया, कांग्रेस विधायक हरिमोहन शर्मा ने आपत्ति जताई और कहा कि इस विषय पर सदन में चर्चा नहीं की जा सकती। इस पर भाजपा विधायकों ने जोरदार विरोध दर्ज किया और कांग्रेस को निशाना बनाया। कांग्रेस के खिलाफ नारे लगाते हुए, भाजपा विधायकों ने सवाल किया कि राणा सांगा के अपमान पर सदन में चर्चा क्यों नहीं की जा सकती।

    मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार से जुड़े विश्वराज मेवाड़ ने राणा सांगा पर टिप्पणी के लिए समाजवादी पार्टी के नेता की आलोचना की। उन्होंने कहा कि वे राज्यसभा में गलत जानकारी देकर लोगों को गुमराह कर रहे हैं, ऐसे बयान देकर समाज में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं, उन्होंने न केवल राजस्थानियों बल्कि पूरे भारत की भावनाओं को ठेस पहुँचाई है।

    विवाद दिल्ली तक पहुँचाः भाजपा के वरिष्ठ नेता रवि शंकर प्रसाद ने कहा, “इन दिनों ऐतिहासिक शख्सियतों पर चर्चा हो रही है। कोई राणा सांगा जैसे महान और वीर राजा को देशद्रोही बता रहा है, तो कोई औरंगजेब का पक्ष लेने में लगा है।” पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने इसे इतिहास को तोड़ने-मरोड़ने का प्रयास बताया। केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा, “महाराणा सांगा ने जिस स्वतंत्रता की अलख जगाई, उसने न केवल भारत को गुलामी से बचाया, बल्कि भारत की संस्कृति को अमर रखने में भी बड़ा योगदान दिया।” उन्होंने कहा कि केवल “छोटी बुद्धि” और “संकीर्ण मानसिकता” वाले लोग ही ऐसे बयान देते हैं।

    भाजपा के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कहा, “राणा सांगा भारत की पहचान रहे हैं। उन्होंने अपने पूरे जीवन में बाबर और अन्य आक्रमणकारियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। देश की रक्षा करने वाले के बजाय एक आक्रमणकारी को महिमामंडित करना बेहद अशोभनीय और अनुचित है।” भाजपा सांसद शशांक मणि ने समाजवादी पार्टी के सांसद के बयान को “निंदनीय” बताया और कहा कि लोगों को राणा सांगा जैसे महापुरुषों को नमन करना चाहिए, न कि ऐसे “अनुचित” बयान देने चाहिए।

    अखिलेश यादव का जवाबः समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि वह इतिहास को चुनिंदा तरीके से न उछाले। उन्होंने कहा- “अगर भाजपा इतिहास के पन्ने पलटती रही, तो लोग यह भी याद करेंगे कि छत्रपति शिवाजी के राज्याभिषेक के समय किसी ने हाथ से उनका अभिषेक नहीं किया था। कहा जाता है कि उनका अभिषेक बाएं पैर के अंगूठे से किया गया था। क्या भाजपा आज इसकी निंदा करेगी”

    एक उदाहरण देते हुए, यादव ने गैलीलियो के साथ हुए अन्याय का जिक्र किया, जिन्हें यह कहने के लिए सजा दी गई थी कि पृथ्वी सूर्य के चारों ओर घूमती है।”गैलीलियो को उनके वैज्ञानिक दावे के लिए दंडित किया गया था, और सदियों बाद चर्च ने अपनी गलती के लिए माफी माँगी। अगर भाजपा छत्रपति शिवाजी महाराज का सम्मान करती है, तो क्या वे इस तथ्य के लिए माफी माँगेंगे कि उनका अभिषेक बाएं पैर के अंगूठे से किया गया था”

    राणा सांगा कौन थेः राणा सांगा या संग्राम सिंह प्रथम, महाराणा प्रताप के दादा, राजस्थान के सबसे प्रिय राजाओं में से एक हैं, जिन्होंने 1508 से 1528 तक मेवाड़ पर शासन किया। वीरता को सर्वोच्च मानने वाली संस्कृति में, उनका एक शानदार सैन्य करियर रहा, जिन्होंने दिल्ली, मालवा और गुजरात के सुल्तानों को 18 निर्णायक युद्धों में हराया। मुगल वंश के संस्थापक बाबर के खिलाफ उन्होंने दो निर्णायक लड़ाइयाँ लड़ीं—1527 में बयाना की लड़ाई में उन्होंने निर्णायक जीत हासिल की।

    राणा सांगा ने मुगल सेना को ध्वस्त कर दिया था, बाबर के शिविर पर कब्जा कर लिया और युद्ध का सामान—हथियार, गोला-बारूद, संगीत वाद्ययंत्र और यहाँ तक कि तंबू—लूट लिए। इनमें से कुछ वस्तुएँ उदयपुर के संग्रहालयों में प्रदर्शित हैं।

    • हालाँकि, राणा दो महीने बाद खंडवा की लड़ाई हार गए, जब बाबर ने अपनी तोपें ले आया। युद्ध के बाद, वह अपने घावों की वजह से चल बसे। यानी मुगलों के खिलाफ जीत को राणा सांगा दो महीने ही मना सके।

    क्या राणा सांगा ने बाबर को दिल्ली बुलाया था

    ऐतिहासिक साक्ष्यों के अनुसार, राणा सांगा ने बाबर को नहीं बुलाया था। दस्तावेज़ी स्रोत बताते हैं कि बाबर, जो समरकंद हारने के बाद भारत पर नजर गड़ाए हुए था, को दिल्ली के सुल्तान इब्राहिम लोधी के रिश्तेदार दौलत खान लोधी ने बुलाया था।

    • बाबर ने 1526 में पानीपत की पहली लड़ाई में इब्राहिम लोधी को हराया और मुगल साम्राज्य की स्थापना की, जो अगले 200 सालों तक चला।

    इतिहासकार चंद्रप्रकाश शर्मा ने कहा, “राणा सांगा ने पहले ही इब्राहिम लोधी को एक बार हरा दिया था, तो उन्हें बाबर की मदद की क्या जरूरत थी वास्तव में, राणा सांगा ने बयाना में बाबर के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।”

    आज का बयाना कैसा है

    राणा सांगा के योगदान पर राजनीति होने के बावजूद, बयाना—जहाँ बाबर के साथ उनकी महान लड़ाई हुई थी—आज उपेक्षित है। उसे भुला दिया गया और बदहाल है। बीजेपी राणा सांगा का राग अलाप रही है लेकिन बयाना कस्बे की उसे चिन्ता नहीं है। भरतपुर से 30 किमी दूर यह ऐतिहासिक स्थल खंडहर में तब्दील हो रहा है। यहाँ केवल एक बोर्ड लगा है, जो यात्रियों को बयाना के ऐतिहासिक युद्धक्षेत्र की ओर इशारा करता है। बयाना के विकास के लिए बीजेपी सरकार के पास कोई योजना नहीं है। हां, उसके पास राणा सांगा के नाम पर हिन्दू मुसलमान करने की पूरी योजना है।

    रिपोर्ट और संपादनः यूसुफ किरमानी

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleटैरो मासिक राशिफल अप्रैल: इन राशियों का खुलेगा भाग्‍य!
    Next Article कामरा बोले- माफी नहीं मांगूंगा, शिंदे ने कहा “क्रिया की प्रतिक्रिया” 

    Related Posts

    असम: रहीमा बेगम को ‘बांग्लादेश में धकेला’, ग़लती पता चली तो वापस लाया

    June 1, 2025

    विमान गिरने के मामले में मोदी सरकार ने देश को गुमराह कियाः खड़गे

    May 31, 2025

    Satya Hindi News Bulletin। 31 मई, सुबह तक की ख़बरें

    May 31, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025

    सरकार की वादा-खिलाफी से जूझते सतपुड़ा के विस्थापित आदिवासी

    May 14, 2025

    दीपचंद सौर: बुंदेलखंड, वृद्ध दंपत्ति और पांच कुओं की कहानी

    May 3, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.