
Dalit Mob Lynching: उत्तर प्रदेश के रायबरेली जिले में चोर समझकर दलित युवक हरिओम वाल्मीकि की हत्या ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया। हरिओम मदद के लिए राहुल गांधी का नाम बोलता था, लेकिन भीड़ ने एक भी नहीं सुनी और कहा कि हम बाबा वाले हैं। इस मामले में आज राहुल गांधी हरिओम के परिवार से मिलने फतेहपुर में उनके आवास पहुंचे। जिसके बाद उन्होंने ट्वीट कर सराकर और प्रशासन पर निशाना साधा और दलितों और वंचित समुदायों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े किए।
राहुल गांधी का ट्वीट
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में हरिओम की मां के साथ एक फोटो शेयर कर सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने कहा कि हरिओम वाल्मीकि की हत्या ने पूरे देश की अंतरात्मा को झकझोर दिया है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या इस देश में दलित होना अब भी एक जानलेवा गुनाह बन चुका है। उत्तर प्रदेश में प्रशासन पीड़ित परिवार को डराने में जुटा है और उन्हें उनसे मिलने से रोकने की कोशिश भी की गई। राहुल गांधी ने इसे व्यवस्था की विफलता करार दिया, जो हर बार गुनहगारों की ढाल बनकर पीड़ित को ही कठघरे में खड़ा कर देती है।
उन्होंने भाजपा सरकार से मांग की कि पीड़ित परिवार पर दबाव खत्म किया जाए और दोषियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जाए। राहुल गांधी ने यह भी स्पष्ट किया कि वे हरिओम वाल्मीकि के परिवार और देश के हर शोषित, वंचित और कमजोर नागरिक के साथ मजबूती से खड़े हैं।
राहुल गांधी ने अपने ट्वीट में यह भी कहा कि यह लड़ाई सिर्फ हरिओम के लिए नहीं है, बल्कि हर उस आवाज के लिए है जो अन्याय के सामने झुकने से इनकार करती है। उनके इस बयान से स्पष्ट है कि कांग्रेस इस मामले को केवल एक अपराध नहीं बल्कि समाज के कमजोर वर्गों की सुरक्षा और समानता के मुद्दे के रूप में उठा रही है।

राहुल गांधी के फतेहपुर पहुंचने से पहले पोस्टर वॉर
आपको बता दें कि राहुल गांधी के फतेहपुर पहुंचने से पहले कई तरह के पोस्टर सामने आए, जिसमें यह बात कही गई कि पीड़ित परिवार राहुल गांधी ने नहीं मिलना चाहते और वह वहां से चले गए। एक पोस्टर में लिखा गया कि पीड़ित परिवार का सरकार पर भरोसा है वो नहीं राहुल गांधी ने नहीं मिलना चाहते।