पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर को 20 मई को फील्ड मार्शल के पद पर प्रमोशन किया गया। यह प्रमोशन पाकिस्तान के इतिहास में केवल दूसरी बार हुआ है, इससे पहले यह सम्मान जनरल अयूब खान को प्राप्त हुआ था। पाकिस्तान सरकार ने इस पदोन्नति को उनकी “राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित करने और दुश्मन को हराने में उत्कृष्ट रणनीति और साहसी नेतृत्व” के लिए दी गई मान्यता बताया। हालांकि, इस फैसले ने सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाओं और ट्रोलिंग को जन्म दिया है, जिसमें कई यूजर्स ने इसे “स्वयं को पदोन्नत करने” का मामला करार दिया।
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, जनरल आसिम मुनीर को हाल ही में भारत के साथ हुए सैन्य संघर्ष, विशेष रूप से “ऑपरेशन सिंदूर” में उनकी भूमिका के लिए यह सम्मान दिया गया। हालांकि, कई विश्लेषकों और सोशल मीडिया यूजर्स ने इस दावे पर सवाल उठाए हैं, क्योंकि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को भारत की ओर से भारी सैन्य नुकसान का सामना करना पड़ा था। भारत ने 9-10 मई की रात को नूर खान एयरबेस सहित कई पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर सटीक हमले किए, जिसमें एक AWACS विमान के नष्ट होने की पुष्टि भी हुई।
सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने मुनीर की इस पदोन्नति को “विफलता के लिए पुरस्कार” करार दिया। कुछ ने टिप्पणी की कि “पाकिस्तान के हवाई अड्डों को बमबारी का सामना करना पड़ा और फिर भी मुनीर को फील्ड मार्शल बना दिया गया।” एक यूजर ने लिखा, “असीम मुनीर ने खुद को फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया। यह एक मजाक है।”
भारतीय गायक अदनान सामी, जो पहले पाकिस्तानी नागरिक थे और बाद में भारतीय नागरिकता ले चुके हैं, ने भी इस घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पुरानी बॉलीवुड फिल्म का एक मजेदार क्लिप साझा किया, जिसमें वे मुनीर की इस पदोन्नति का मजाक उड़ाते नजर आए। सामी ने अपने पोस्ट में लिखा, “जनरल आसिम मुनीर का पाकिस्तान सरकार के सामने फील्ड मार्शल बनने के बाद स्वीकृति भाषण!! ” इस पोस्ट ने सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरीं और इसे व्यापक रूप से शेयर किया गया।
कई अन्य यूजर्स ने भी बॉलीवुड फिल्मों के दृश्यों का उपयोग कर मुनीर की आलोचना की। एक यूजर ने नाना पाटेकर की एक फिल्म का क्लिप साझा किया, जिसमें वह खुद की तारीफ करते हुए दिखाई दे रहे हैं, और इसे मुनीर के “स्वयं को पदोन्नत करने” से जोड़ा।
सोशल मीडिया पर इस पदोन्नति को लेकर तीखी आलोचना और व्यंग्य देखने को मिला। कुछ प्रमुख टिप्पणियां देखिए:
- एक यूजर ने लिखा, “भारत के सामने बार-बार घुटने टेकने वाले जनरल असीम मुनीर अब बने फील्ड मार्शल! ना कोई जंग जीती, ना कोई इज्जत बची, फिर भी मिल गया सबसे ऊँचा ओहदा!”
- एक अन्य यूजर ने व्यंग्य करते हुए कहा, “पाकिस्तान हैप्पी इंडेक्स में सबसे ऊपर है, क्योंकि वहां बंकर में छुपने और हवाई अड्डों को तबाह करवाने के लिए फील्ड मार्शल बनाया जाता है।”
- कुछ यूजर्स ने इसे पाकिस्तान में सैन्य शक्ति के बढ़ते दबदबे का प्रतीक बताया और कहा कि यह कदम इमरान खान के समर्थकों और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के साथ तनाव को और बढ़ाएगा।
विश्लेषकों का मानना है कि मुनीर की यह पदोन्नति पाकिस्तान में सैन्य शक्ति के और मजबूत होने का संकेत है। पहले से ही मुनीर पर यह आरोप लगता रहा है कि उन्होंने शहबाज शरीफ की सरकार को कठपुतली के रूप में स्थापित किया है। इस पदोन्नति के बाद कई लोगों ने आशंका जताई है कि यह कदम पाकिस्तान को सैन्य तानाशाही की ओर ले जा सकता है, जैसा कि अयूब खान के समय में हुआ था।
यह पदोन्नति ऐसे समय में हुई है जब भारत और पाकिस्तान के बीच हाल के सैन्य तनाव के बाद एक नाजुक युद्धविराम लागू हुआ है। ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों और सैन्य अड्डों पर हमले किए थे, जिसके जवाब में पाकिस्तान ने भी जवाबी कार्रवाई की थी। हालांकि, भारत ने दावा किया कि उसके सभी पायलट सुरक्षित हैं और उसने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भारी नुकसान पहुंचाया।
जनरल असीम मुनीर की फील्ड मार्शल के रूप में पदोन्नति ने न केवल पाकिस्तान के सैन्य और राजनीतिक परिदृश्य में हलचल मचाई है, बल्कि सोशल मीडिया पर भी इसे लेकर तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। भारत में इसे पाकिस्तान की सैन्य विफलताओं को छिपाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है, जबकि अदनान सामी जैसे हस्तियों ने इसे हास्य और व्यंग्य का विषय बना दिया। यह घटना भारत-पाकिस्तान संबंधों और पाकिस्तान के आंतरिक सैन्य-राजनीतिक गतिशीलता पर और अधिक चर्चा को जन्म दे सकती है।