ईरान ने इज़राइल के खिलाफ जवाबी हमले जारी रखने की कसम खाई है, जबकि वरिष्ठ अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि आने वाले दिनों में संघर्ष “इस क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों तक फैल जाएगा”। ईरान की फ़ार्स समाचार एजेंसी ने अधिकारियों के हवाले से चेतावनी दी है कि उनकी योजनाबद्ध सैन्य कार्रवाई इजराइल के लिए “बहुत दर्दनाक और खेदजनक” होगी।
इज़राइल ने शुक्रवार को सबसे पहले ईरान पर हमला किया था। ईरान ने शनिवार को उसका जवाब दिया और तेल अवीव में कई बिल्डिंगों को निशाना बनाया। जिसमें इज़राइल की वॉर मिनिस्ट्री की बिल्डिंग शामिल है। शनिवार को इजराइल ने दोबार ईरान पर हमला किया। जिसमें उसके दो सैन्य अधिकारी मारे गए।
ईरान की फ़ार्स समाचार एजेंसी ने एक अनाम अधिकारी के हवाले से बताया, “यह टकराव कल रात की सीमित कार्रवाई से समाप्त नहीं होगा और ईरान के हमले जारी रहेंगे, और यह कार्रवाई हमलावरों के लिए बहुत दर्दनाक और खेदजनक होगी।”
फ़ार्स न्यूज एजेंसी ने के अज्ञात अधिकारी के हवाले से बताया, “यह टकराव शनिवार की सीमित कार्रवाई से खत्म नहीं होगा और ईरान के हमले जारी रहेंगे, और यह कार्रवाई हमलावरों के लिए बहुत दर्दनाक और खेदजनक होगी।”
बर्नी सैंडर्स ने दी खास जानकारी
अमेरिकी सांसद बर्नी सैंडर्स ने ट्वीट कर एक महत्वपूर्ण बात कही है। उन्होंने कहा- ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर रविवार को बातचीत की योजना बनाई गई थी। लेकिन उससे पहले नेतन्याहू ने ईरान पर अवैध हमले किए। एक शीर्ष युद्धविराम वार्ताकार की हत्या कर दी, अमेरिकी कूटनीतिक प्रयासों को कमजोर कर दिया और अनगिनत निर्दोष लोगों की जान जोखिम में डाल दी। हम एक और नेतन्याहू द्वारा युद्ध में नहीं घसीटे जा सकते।
इज़राइली हमले के बाद दोनों पुराने दुश्मनों के बीच क्षेत्रीय युद्ध की संभावना बढ़ गई है।
इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनके देश ने “इजरायल के अस्तित्व के लिए ईरानी खतरे को कम करने के लिए एक टारगेटेड सैन्य अभियान” शुरू किया है।
उन्होंने कहा, “हमारे खिलाफ विनाश के खतरे को दूर करने के काम को पूरा करने के लिए इस अभियान में उतना ही समय लगेगा, जितना आवश्यक है।”
एक वरिष्ठ ईरानी अधिकारी ने CNN को बताया कि तेहरान इजराइल की रक्षा करने की कोशिश करने वाले किसी भी देश के क्षेत्रीय ठिकानों को निशाना बनाएगा।
उधर, दो अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि अमेरिकी सेना ने इराइल की ओर बढ़ रही ईरानी मिसाइलों को मार गिराने में मदद की। इजरायल की सेना ने कहा कि ईरान ने शुक्रवार को 100 से कम मिसाइलें दागीं और उनमें से अधिकांश को रोक दिया गया या वे लक्ष्य से चूक गईं।