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    Home » Famous Unique Park: ओस्लो का अनोखा पार्क, जहाँ हर मूर्ति बताती है इंसान के जन्म से लेकर मौत तक की कहानी
    Tourism

    Famous Unique Park: ओस्लो का अनोखा पार्क, जहाँ हर मूर्ति बताती है इंसान के जन्म से लेकर मौत तक की कहानी

    Janta YojanaBy Janta YojanaJuly 5, 2025No Comments9 Mins Read
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    Famous Unique Vigeland Park History (Photo – Social Media)

    Famous Unique Vigeland Park History (Photo – Social Media)

    Unique Park: दुनिया में कई पार्क अपने प्राकृतिक सौंदर्य या ऐतिहासिक महत्व के लिए जाने जाते हैं, लेकिन नॉर्वे की राजधानी ओस्लो में स्थित विगेलैंड पार्क (Vigeland Park) अपनी अनोखी पहचान रखता है। यह पार्क केवल एक हरा-भरा स्थान नहीं, बल्कि मानवीय जीवन के गूढ़ दर्शन और गहरी कलात्मक अभिव्यक्ति का जीवंत प्रतीक है, जो इंसान के जन्म से लेकर मृत्यु तक की यात्रा को मूर्तियों के माध्यम से प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करता है। यह यूरोप का सबसे बड़ा ऐसा मूर्तिकला उद्यान है जो केवल एक कलाकार गुस्ताव विगेलैंड के समर्पित कार्यों से सुसज्जित है। यहाँ की हर मूर्ति, हर संरचना और हर पगडंडी मानवीय जीवन की यात्रा , जन्म, प्रेम, संघर्ष, वृद्धावस्था और मृत्यु को बेहद भावनात्मक, दार्शनिक और गूढ़ कलात्मक दृष्टि से प्रस्तुत करती है। जो दर्शकों को भीतर तक झकझोर देती है।

    आइये जाने इस अनूठे पार्क के बारे में !

    पार्क का इतिहास

    विगेलैंड पार्क का निर्माण कार्य 1924 में शुरू हुआ और यह 1943 तक चला। इस अद्वितीय पार्क की परिकल्पना और मूर्तियों की रचना नॉर्वे के प्रसिद्ध मूर्तिकार गुस्ताव विगेलैंड ने की थी, जिन्होंने अपने जीवन के लगभग दो दशक इस कलात्मक परियोजना को समर्पित कर दिए। वर्ष 1924 में ओस्लो की नगर परिषद और गुस्ताव विगेलैंड के बीच एक ऐतिहासिक समझौता हुआ जिसके तहत पार्क में उनके प्रस्तावित फाउंटेन स्मारक को स्थापित करने के बदले उन्हें स्थायी स्टूडियो और आवास प्रदान किया गया। इस सुविधा के साथ विगेलैंड ने अपना समूचा जीवन पार्क की सैकड़ों मूर्तियों के निर्माण में लगा दिया, जो मानव जीवन के विविध पहलुओं को दर्शाती हैं। उन्होंने अपने सभी कलाकृतियाँ ओस्लो शहर को समर्पित कर दीं। जिससे यह पार्क उनके जीवन कार्य का एक जीवंत और अमर स्मारक बन गया।

    पार्क का आकार और संरचना

    विगेलैंड पार्क जो वास्तव में ओस्लो के फ्रोगनर पार्क (Frogner Park) के भीतर स्थित है, अपने विशाल क्षेत्र और कलात्मक महत्व के लिए जाना जाता है। यह अद्वितीय मूर्तिकला परिसर लगभग 80 एकड़ (32 हेक्टेयर) में फैला हुआ है और इसमें कांस्य, ग्रेनाइट और लोहे से बनी 200 से अधिक प्रभावशाली मूर्तियाँ स्थापित हैं। पार्क को पाँच प्रमुख खंडों में विभाजित किया गया है: मुख्य प्रवेश द्वार, ब्रिज, फाउंटेन क्षेत्र, मोनोलिथ प्लेटफॉर्म और व्हील ऑफ लाइफ। प्रत्येक खंड मानव जीवन के विभिन्न पहलुओं जैसे बचपन, प्रेम, संघर्ष, वृद्धावस्था और मृत्यु को कलात्मकता और गहन जीवनदर्शन के साथ प्रस्तुत करता है। विशेष रूप से मोनोलिथ और व्हील ऑफ लाइफ जैसे खंड जीवन के चक्र और मानवीय भावनाओं की जटिलताओं को गहराई से उजागर करते हैं, जो इसे एक साधारण पार्क से कहीं अधिक, एक आध्यात्मिक और दार्शनिक अनुभव बनाते हैं।

    प्रवेश द्वार से शुरुआत

    विगेलैंड पार्क का मुख्य प्रवेश द्वार अपनी भव्यता और कलात्मकता से आगंतुकों को मंत्रमुग्ध कर देता है। यहाँ लगे काले लोहे के विशाल और सजीव डिज़ाइन वाले गेट न केवल नॉर्वेजियन शिल्पकला की उत्कृष्ट मिसाल हैं बल्कि वे इस कलात्मक परिसर में प्रवेश की एक प्रतीकात्मक शुरुआत भी करते हैं। द्वार के पास स्थित सुंदर बाग-बगिचे और हरियाली का वातावरण आगंतुकों को एक शांत, सौंदर्यपूर्ण अनुभव प्रदान करता है। प्रवेश के तुरंत बाद आगंतुक एक पुल (Bridge) पर पहुँचते हैं, जो पार्क का पहला प्रमुख खंड है और जिसमें 58 कांस्य मूर्तियाँ लगी हुई हैं। ये मूर्तियाँ मानवीय शरीर की भंगिमाओं के माध्यम से बचपन, युवावस्था, मातृत्व, पितृत्व, प्रेम, संघर्ष जैसे जीवन के विभिन्न भावनात्मक और सामाजिक पहलुओं को बेहद प्रभावशाली ढंग से दर्शाती हैं। यह पुल केवल एक मार्ग नहीं बल्कि मानवीय रिश्तों और अनुभवों की यात्रा का आरंभिक बिंदु प्रतीत होता है।

    ब्रिज (Bridge) – इंसानी भावनाओं की अभिव्यक्ति

    प्रवेश के तुरंत बाद आगंतुक एक पुल (Bridge) पर पहुँचते हैं, जो पार्क का पहला प्रमुख खंड है। विगेलैंड पार्क का यह ब्रिज (Bridge) न केवल इस मूर्तिकला परिसर का एक प्रमुख हिस्सा है बल्कि इसकी सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय आकर्षणों में से भी एक है। इस पुल पर लगभग 58 कांस्य मूर्तियाँ स्थापित हैं जो मानव जीवन की विविध भावनाओं और अवस्थाओं को प्रभावशाली ढंग से चित्रित करती हैं। इन मूर्तियों में प्यार, गुस्सा, चिंता, खेल, मातृत्व और जीवन की विभिन्न उम्र संबंधी अवस्थाएँ दर्शाई गई हैं, जो दर्शकों को भावनात्मक रूप से जोड़ती हैं। इस खंड की सबसे चर्चित और प्रतिष्ठित मूर्ति है Sinnataggen यानी The Angry Boy जो एक छोटे बच्चे की कांस्य प्रतिमा है, जिसमें वह गुस्से में पैर पटकते हुए नजर आता है। यह मूर्ति न केवल विगेलैंड पार्क की प्रतीक बन चुकी है, बल्कि पर्यटकों के बीच सबसे लोकप्रिय फोटो स्पॉट भी है। यह पुल मानो इंसानी भावनाओं की एक चलती-फिरती प्रदर्शनी हो जो हर देखने वाले को जीवन के किसी न किसी पहलू से जोड़ देता है।

    फाउंटेन (Fountain) – जीवन का संघर्ष

    विगेलैंड पार्क का फाउंटेन सेक्शन अपने विशाल आकार और गूढ़ कलात्मकता के कारण दर्शकों पर गहरा प्रभाव छोड़ता है। फाउंटेन के चारों ओर कांस्य से निर्मित पेड़ खड़े हैं, जिनकी शाखाओं पर विभिन्न मानव आकृतियाँ उकेरी गई हैं। ये मूर्तियाँ जीवन के चार प्रमुख चरणों बाल्यकाल, युवावस्था, प्रौढ़ता और वृद्धावस्था को दर्शाती हैं। जो समय के साथ इंसान के बदलते अनुभव और भावनाओं को गहराई से अभिव्यक्त करती हैं। प्रत्येक पेड़ और उस पर बनी मूर्तियाँ इस दर्शन को उजागर करती हैं कि जीवन निरंतर परिवर्तनशील है और समय का प्रवाह हर व्यक्ति के अस्तित्व को आकार देता है। यह खंड न केवल दृष्टिगत रूप से मनोहारी है बल्कि दर्शकों को जीवन, समय और परिवर्तन पर चिंतन करने के लिए भी प्रेरित करता है।

    मोनोलिथ (Monolith Plateau) – जीवन का सार

    विगेलैंड पार्क का मोनोलिथ (Monolith) खंड इसकी सबसे प्रसिद्ध और प्रभावशाली संरचना मानी जाती है जो कला, दर्शन और जीवन के गहन अर्थों का अद्वितीय संगम प्रस्तुत करता है। यह 46 फीट (लगभग 14 मीटर) ऊँचा एक विशाल ग्रेनाइट स्तंभ है जिसमें 121 मानवीय आकृतियाँ इस तरह उकेरी गई हैं कि वे एक-दूसरे से जुड़ी हुई प्रतीत होती हैं और ऊपर की ओर चढ़ती जाती हैं। यह दृश्य मानो आत्मा के उच्च चेतना की ओर प्रयासरत यात्रा को दर्शाता है। इन आकृतियों में जीवन के संघर्ष, प्रेम, मृत्यु और पुनर्जन्म जैसे जटिल पहलुओं को भावनात्मक और दार्शनिक प्रतीकों के रूप में पिरोया गया है। मोनोलिथ के चारों ओर भी कई ग्रेनाइट मूर्तियाँ स्थापित हैं। जो परिवार, प्रेम, अकेलापन और अस्तित्व जैसी गहरी मानवीय भावनाओं को दर्शाती हैं। यह क्षेत्र दर्शकों को केवल देखने का नहीं बल्कि आत्मचिंतन और जीवन के अर्थ पर गहराई से सोचने का अवसर भी प्रदान करता है।

    व्हील ऑफ लाइफ (Wheel of Life) – चक्र का प्रतीक

    विगेलैंड पार्क की अंतिम और अत्यंत गूढ़ मूर्तिकला है Wheel of Life (Livshjulet) जो जीवन के अनंत चक्र का गहन प्रतीक मानी जाती है। यह गोलाकार ग्रेनाइट संरचना चार मानव आकृतियों दो पुरुष, दो महिलाएँ और एक बच्चे से मिलकर बनी है। जो एक-दूसरे से इस तरह जुड़े हुए हैं कि एक निरंतर घूर्णन की भावना उत्पन्न होती है। यह मूर्ति जन्म, जीवन, मृत्यु और पुनर्जन्म के चिरस्थायी चक्र को दर्शाती है और यह स्पष्ट करती है कि जीवन कोई एकरूपी रेखा नहीं बल्कि एक गोलाकार यात्रा है जो निरंतर चलती रहती है। इस मूर्तिकला की गोल आकृति जीवन की निरंतरता, संबंधों की गहराई और मानवीय अस्तित्व की स्थायित्व भावना को सजीव रूप में प्रकट करती है। यह खंड दर्शकों को जीवन के गूढ़ रहस्यों से जोड़ता है और उन्हें इस दर्शन पर विचार करने को प्रेरित करता है कि जीवन कभी खत्म नहीं होता यह बस एक नए रूप में आगे बढ़ता रहता है।

    गुस्ताव विगेलैंड की दृष्टि और शैली

    गुस्ताव विगेलैंड न केवल एक महान मूर्तिकार थे बल्कि एक गहरे दार्शनिक चिंतक भी थे जिनकी कला मानवीय जीवन के सबसे संवेदनशील और गूढ़ पहलुओं को उजागर करती है। उनकी मूर्तियाँ केवल सजावटी कलाकृतियाँ नहीं थीं बल्कि जीवन, मृत्यु, प्रेम, संघर्ष और भावनाओं की जीवंत अभिव्यक्तियाँ थीं। विगेलैंड मानते थे कि मानवीय शरीर अपने सबसे स्वाभाविक रूप में भावनाओं और अनुभवों को व्यक्त करने का सर्वोत्तम माध्यम है। यही कारण है कि उनकी अधिकांश मूर्तियाँ नग्न अवस्था में हैं क्योंकि वे किसी भी सामाजिक परत, बनावटीपन या बाहरी पहचान से परे केवल ‘मानव’ और ‘सत्य’ को प्रस्तुत करना चाहते थे। इस नग्नता में कोई अश्लीलता नहीं बल्कि एक प्रकार की शुद्धता, सच्चाई और सार्वभौमिकता छिपी है, जो हर दर्शक को आत्मदर्शी बनाती है। उनकी कला किसी उम्र, जाति, वर्ग या रंग के भेद से परे है । वह केवल मनुष्य की आत्मा और उसके अनुभवों को छूती है, जिससे हर व्यक्ति खुद को इन मूर्तियों में पहचान सकता है।

    विगेलैंड संग्रहालय

    विगेलैंड पार्क के समीप स्थित विगेलैंड म्यूज़ियम उस कलाकार के जीवन और रचनात्मक यात्रा का सजीव दस्तावेज है जिसने इस अद्वितीय मूर्तिकला परिसर को आकार दिया। यह म्यूज़ियम वास्तव में गुस्ताव विगेलैंड के पुराने स्टूडियो और निवास स्थान में ही स्थित है, जहाँ उनकी कला और विचारों की पूरी दुनिया संरक्षित है। यहाँ आगंतुक उनके प्रारंभिक रेखाचित्रों, डिजाइनों, अधूरी मूर्तियों और अन्य दुर्लभ कलाकृतियों के माध्यम से उनके संपूर्ण कलात्मक सफर को जान सकते हैं। म्यूज़ियम में उनकी कार्यप्रणाली को दर्शाते हुए प्लास्टर मॉडल, लकड़ी की तैयारियाँ और व्यक्तिगत वस्तुएँ भी प्रदर्शित की गई हैं। जो दर्शकों को कलाकार की सोच, संघर्ष और निर्माण प्रक्रिया को गहराई से समझने का अवसर देती हैं। यह म्यूज़ियम केवल एक संग्रहालय नहीं बल्कि नॉर्वेजियन कला के इतिहास में गुस्ताव विगेलैंड के अमिट योगदान का साक्षात्कार स्थल है।

    पर्यटन और वैश्विक पहचान

    विगेलैंड पार्क आज केवल एक दर्शनीय स्थल नहीं बल्कि ओस्लो का सांस्कृतिक हृदय बन चुका है हर साल लाखों पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है। यह यूरोप के सबसे बड़े और प्रसिद्ध मूर्तिकला पार्कों में से एक है और नॉर्वे के सबसे चर्चित पर्यटन स्थलों में गिना जाता है। लेकिन इसकी लोकप्रियता सिर्फ इसकी मूर्तियों या स्थापत्य सौंदर्य तक सीमित नहीं है। यह एक ऐसी जगह है जहाँ लोग आत्मचिंतन, जीवन की गहराइयों को महसूस करने और मानवीय भावनाओं को समझने के लिए भी आते हैं। यहाँ का शांत वातावरण और गूढ़ मूर्तिकला दर्शन एक गहरे भावनात्मक और दार्शनिक अनुभव को जन्म देता है। खास बात यह है कि यह पार्क 24 घंटे खुला रहता है और यहाँ प्रवेश पूरी तरह निःशुल्क है। जो नॉर्वे की उस सांस्कृतिक सोच को दर्शाता है जो कला और जीवन-दर्शन को हर व्यक्ति के लिए सुलभ और समावेशी मानती है।

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