Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • Lucknow News: पूर्व IAS अवनीश अवस्थी पर टिप्पणी… अखिलेश यादव पर भड़का परशुराम परिषद
    • अपराध और भ्रष्टाचार से घिरा बिहार, तेजस्वी का NDA पर सीधा हमला, कहा-विकास ठप, जनता देख रही है
    • तो राघोपुर के रण में होगी बिहार की सबसे बड़ी जंग! PK बनाम तेजस्वी से बदल जाएगा चुनावी समीकरण?
    • बिहार में गरमाई सियासत! BJP-JDU ने तेजस्वी के 10 सवालों का दिया जवाब, RJD के ‘जंगलराज’ पर बड़ा पलटवार
    • Uttarakhand Trip Alert: उत्तराखंड में इन जगहों पर अभी जाना है खतरनाक, सावधानी जरूरी
    • अखिलेश यादव की गाड़ी पर 8 लाख का चालान! सपा सुप्रीमो बोले- ऐसी गाड़ी दी है, जिससे चला ही नहीं …
    • यूपी में गरमाई सियासत! विधायक केतकी सिंह को सपा की अधिवक्ता सभा का नोटिस, लगाए ये गंभीर आरोप
    • Gairsain Travel Guide: उत्तराखंड का खूबसूरत पहाड़ी कस्बा गैरसैंण, घूमने की पूरी गाइड
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » Kanipakam Ganesh Temple: सीधे ब्रह्म जी से जुड़ा है इस मंदिर का नाता, जहां बढ़ रहा है गणेश जी का आकार
    Tourism

    Kanipakam Ganesh Temple: सीधे ब्रह्म जी से जुड़ा है इस मंदिर का नाता, जहां बढ़ रहा है गणेश जी का आकार

    Janta YojanaBy Janta YojanaSeptember 4, 2025No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    Kanipakam Ganesh Temple

    Kanipakam Ganesh Temple

    Kanipakam Ganesh Temple: आंध्रप्रदेश आध्यात्मिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण जगह मानी जाती है। जहां के हर कोने में आपको मंदिर मिल जाएंगे। आंध्र प्रदेश के इन पवित्र मंदिरों का न केवल धार्मिक महत्व है, बल्कि सदियों पुरानी शानदार वास्तुकला लोगों को अचंभित करने पर मजबूर कर देती है। इसी कड़ी में चित्तुर जिले के इरला मंडल नाम की जगह पर मौजूद गणेश जी का मंदिर अपनी वास्तुकला और रहस्यों के चलते दूर-दूर तक लोकप्रिय है। इस मंदिर को पानी के देवता का मंदिर भी कहा जाता है। इस मंदिर से जुड़ी एक बेहद रोचक मान्यता है कि यहां मौजूद भगवान गणेश की मूर्ति का आकार समय के साथ बढ़ता जा रहा है। साथ में ये भी मान्यता जुड़ी है कि बाहुदा नदी के बीच बने इस गणेश मंदिर में मौजूद कुंड के पवित्र जल में स्नान करने से तमाम तरह की बीमारियां जड़ से खत्म हो जाती हैं। यह तीर्थ एक नदी के किनारे बसा है। इस कारण इसे कनिपक्कम नाम दिया गया था। मान्यता के अनुसार, यहां आने वाले भक्तों के कष्ट दूर हो जाते हैं। तिरुपति जाने वाले भक्त इस मंदिर में आकर भगवान गणेश का आशीर्वाद जरूर ग्रहण करते हैं।

    चित्तुर स्थित गणेश मंदिर का इतिहास

    चित्तुर स्थित गणेश मंदिर का इतिहास 11 वीं शताब्दी से जुड़ा है। इस मंदिर का निर्माण 11 वीं शताब्दी में चोल राजा कुलोठुन्गा चोल प्रथम ने करवाया था। आगे चलकर इस मंदिर का जिर्णोद्धार विजयनगर वंश के राजा ने सन 1336 में करवाया। और इस मंदिर को और अधिक भव्य और विस्तार देने का भी काम किया।

    ब्रह्मदेव से जुड़ा है इस मंदिर का नाता

    इस गणेश मंदिर का नाता ब्रह्मदेव से भी जुड़ा है। मान्यता है कि, एक बार खुद ब्रह्मदेव इस स्थल पर प्रगट थे। तब से यहां एक खास परम्परा सदियों से निभाई जा रही है। इस मंदिर में सितंबर या अक्टूबर में आने वाली गणेश चतुर्थी से ब्रह्मोत्स शुरू हो जाता है। तभी से इस मंदिर में 20 दिन का ब्रह्मोत्सव मनाया जाता है। इस तरह का उत्सव बहुत अपने आप में बेहद अनोखा है जो शायद ही किसी और मंदिरों में मनाया जाता है। इस दौरान मंदिर प्रांगड़ से भक्तों के विशाल हुजूम के बीच गाजे बाजे के साथ रथ यात्रा निकाली जाती है। ब्रह्मोत्सव पर यह यात्रा गणेश चतुर्थी के दूसरे दिन से सुबह और शाम एक निकाली जाती है। भगवान गणेश प्रतिदिन अलग-अलग वाहनों और साज श्रृंगार के साथ इस रथ यात्रा में भक्तों के दर्शन हेतु निकलते हैं। यात्रा में शामिल गणेश जी के रथ को खुशबूदार और आकर्षक रंगों वाले फूलों और चटकीले कपड़ों सुसज्जित किया जाता है।

    नदी में स्नान करने से कष्टों और पापों से मुक्ति प्रदान करता है ये मंदिर

    मध्य प्रदेश के इस लोकप्रिय मंदिर को लेकर ये भी मान्यता बेहद प्रचिलत है कि पापी व्यक्ति यदि भगवान से अपने पाप कर्मों की क्षमा मांगने के साथ ही यहां स्थित नदी में स्नान कर ये कसम खाए कि वह फिर कभी जीवन में पाप और अधर्म के रास्ते पर नहीं चलेगा। ऐसा प्रण करने के बाद जब स्नान कर वह व्यक्ति गणेश जी की प्रतिमा के दर्शन करता है तो भगवान उसे क्षमा करते हैं। 

    आकार बदल रही है भगवान गणेश की मूर्ति

    इस मंदिर से सबसे रहस्यमई बात यह है कि इस मंदिर में मौजूद गणेश की मूर्ति का आकार प्रतिदिन बदलता है। ये सिर्फ एक मनगढ़ंत मान्यता ही नहीं बल्कि इसका प्रमाण भी है। असल में इस मंदिर में मौजूद गणेश प्रतिमा कि पेट और घुटने का आकार काफी बढ़ गया है।इस बात का प्रमाण है उनके पुराने वस्त्र। कहा जाता है कि करीब पचास दशक पहले भगवान गणेश की एक भक्त श्री लक्ष्माम्मा ने उन्हें एक कवच भेंट किया था। लेकिन मूर्ति का आकार बढ़ने की वजह से अब वह कवच कनिपक्कम भगवान को फिट नहीं बैठता।

    बेहद रोचक है मंदिर के निर्माण से जुड़ी कहानी

    मंदिर के निर्माण के पीछे भी कई किस्से प्रचिलत हैं। एक पौराणिक कथा के अनुसार तीन भाई थे। उनमें से एक गूंगा, दूसरा बहरा और तीसरा अंधा था। तीनों ने अपने जीवन यापन के लिए मिलकर जमीन का एक छोटा सा टुकड़ा खरीदा। अब एक समस्या आ खड़ी हुई वह ये कि उस जमीन पर बीज बोने के लिए पानी की जरुरत थी। आस पास कहीं पानी का कोई विकल्प न मिलने पर, तीनों भाइयों ने खेत कुआं खोदना शुरू किया। बहुत गहरी खुदाई करने के बाद भी पानी नहीं निकला। उन तीनों भाइयों ने मिलकर पानी की आस में थोड़ा और खोदने की कोशिश की। लेकिन तभी उन्हें गणेशजी की प्रतिमा दिखाई दी। उस प्रतिमा को देखते ही तीनों भाइयों की किस्मत चमक गई। इन तीनों गूंगे, बहरे और अंधे भाइयों के शारीरिक विकार सब दूर हो गए। वे देखने, सुनने और बोलने लग गए। इस आश्चर्यचकित कर देने वाली घटना के बाद उस गांव में रहने वाले लोग वहां प्रतिमा के प्रतिदिन दर्शन करने आने लगे। बाद में भगवान गणेश की मूर्ति को वहीं पानी के बीच ही एक मंदिर बनाकर उन्हें स्थापित कर दिया।

    कैसे पहुंचे

    एयर वे के माध्यम से तिरुपति हवाईअड्डा इस मंदिर से केवल 86 किमी की दूरी पर मौजूद है।

    कनिपक्कम गणेश मंदिर तिरुपतिबस स्टेशन से करीब आठ 72 किमी दूर पर स्थित है। इस स्टेशन से मंदिर जाने लिए आराम से बस और कैब की सुविधा मिलती है।

    ट्रेन से जाने पर कनिपक्कम गणेश मंदिर तिरुपति रेलवे स्टेशन से करीब 70 किमी की दूरी पर है।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticleBihar Bandh बवाल! ‘मोदी के लोगों ने गर्भवती मां को अस्पताल जाने से रोका’, RJD का हमला, वीडियो वायरल
    Next Article Bihar Election 2025 Date: बिहार विधानसभा चुनाव की डेट कब आएगी? यहां जानें लेटेस्ट अपडेट
    Janta Yojana

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    Related Posts

    Uttarakhand Trip Alert: उत्तराखंड में इन जगहों पर अभी जाना है खतरनाक, सावधानी जरूरी

    September 6, 2025

    Gairsain Travel Guide: उत्तराखंड का खूबसूरत पहाड़ी कस्बा गैरसैंण, घूमने की पूरी गाइड

    September 5, 2025

    Salbardi Travel Guide: सतपुड़ा की गोद में बसा प्रकृतिक स्थान, जानिए सालबर्डी के बारे में

    September 4, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    मूंग की फसल पर लगा रसायनिक होने का दाग एमपी के किसानों के लिए बनेगा मुसीबत?

    June 22, 2025

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    RIMC देहरादून में जुलाई 2026 टर्म के लिए एडमिशन शुरू, 15 अक्तूबर तक कर सकते हैं आवेदन

    August 17, 2025

    UP पुलिस में बंपर भर्ती! 4543 पदों के लिए आवेदन शुरू, जानें क्या है आवेदन प्रक्रिया और अंतिम तिथि

    August 12, 2025

    NPCI की UPI में बड़ी क्रांति: क्या बदलाव हैं और आपको कैसे बचना चाहिए UPI फ्रॉड से?

    August 7, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.