
Ayodhya Tourism Boost (Image Credit-Social Media)
Ayodhya Tourism Boost
PM Modi Ayodhya Ram Mandir Flag Hoisting: साल 2024 के जनवरी में राम मंदिर की प्राण-प्रतिष्ठा के बाद से ही अयोध्या में पर्यटन में तेज़ी देखने को मिली। वहीँ अब ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि साल 2028 तक इससे ₹18,000 करोड़ का राजस्व प्राप्त होगा। वहीँ अयोध्या में ध्वजारोहण कार्यक्रम के बाद पर्यटन में और भी ज़्यादा वृद्धि होने की आशंका जताई जा रही है।
25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अयोध्या में ध्वजारोहण का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ है। आपको बता दें कि शहर का पर्यटन अभी तक आतिथ्य, परिवहन, खुदरा और सेवा क्षेत्र में सालाना 8 करोड़ से 12500 करोड़ रूपए के बीच राजस्व उत्पन्न कर रहा है। वहीं सूत्रों से मिली खबर के अनुसार ऐसा कहा जा रहा है कि साल 2028 तक उत्तर प्रदेश की कुल पर्यटन अर्थव्यवस्था 70 करोड रुपए हो सकती है। जिसमें अकेले अयोध्या 25% अपना योगदान देगी यानी लगभग 18000 करोड़ रूपए।
आपको बता दें कि केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा अयोध्या में विकास परियोजनाओं पर लगभग 5000 करोड रुपए खर्च किए जा रहे हैं। वहीं जनवरी से लेकर जून 2025 तक 23 करोड़ पर्यटक अयोध्या नगरी आए और दिसंबर तक 50 करोड़ लोगों के पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के बाद से ही उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था में अयोध्या का महत्वपूर्ण योगदान रहा है साथ ही श्री राम मंदिर की ध्वजा पर सूर्य देव विराजमान है जो पर्यटकों को और भी ज्यादा आकर्षित करेगा।
इसके अलावा आपको बता दे कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ साल 2029 तक उत्तर प्रदेश को 1 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी बनाने को लेकर कई तरह की योजनाएं भी चलाने वाले हैं। वहीं अयोध्या का पर्यटन इस मिशन में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। राम निर्माण के बाद से ही अयोध्या में पर्यटकों की संख्या में काफी ज़्यादा वृद्धि हुई है। आपको बता दें कि राम मंदिर में अभी तक जितना निर्माण कर हुआ है उसमें लगभग 2150 करोड रुपए खर्च हो चुके हैं।
इतना ही नहीं अयोध्या में स्थित होटल, रेस्टोरेंट, कई तरह की दुकानें, टूल एंड ट्रेवल्स, पूजा सामग्री और प्रसाद के कारोबार पहले से भी कहीं ज्यादा मुनाफा कमा रहे हैं। अयोध्या में पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखकर 76 से ज्यादा होटल अभी तक खुल चुके हैं। इसके अलावा कई निजी होटल कंपनियां भी अयोध्या में लगातार निवेश कर रही है।
फिलहाल ध्वजारोहण के कार्यक्रम के बाद अब श्रद्धालुओं की संख्या में और भी ज्यादा वृद्धि होने की संभावना जताई जा रही है। इसे स्थानीय व्यापारियों में स्थानीय व्यापारियों और लघु उद्योग और हस्तशिल्पों के व्यापार को भी तेजी मिलने की संभावना है।


