
Rahul Roy Viral Performance (Image Credit-Social Media)
Rahul Roy Viral Performance
Rahul Roy Viral Performance: सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें फिल्म ‘आशिकी(1990)’ से डेब्यू करने वाले एक्टर राहुल रॉय नजर आ रहे हैं। वह अपने दोस्त आरके श्रीवास्तव की भतीजी की शादी का हिस्सा बने हैं। स्टेज पर गिटार लेकर राहुल रॉय अपनी फिल्म ‘आशिकी’ का गाना ‘सांसों की जरूरत है…’ को रिक्रिएट कर रहे हैं। डीजे पर यह गाना बज रहा है और राहुल उसपर परफोर्म कर रहे है। उनके फैंस को यह वीडियो पसंद आया।
बिहार पहुंचे आशिकी फेम राहुल रॉय एवं The Great Khali ने पेश की दोस्ती की मिशाल
Bollywood Actor Rahul Roy और WWE चैंपियन द ग्रेट खली मैथमेटिक्स गुरु आरके श्रीवास्तव सर के घर बिक्रमगंज रोहतास पहुंचे। वे राजीव गांधी मैदान के पास स्थित मैथमेटिक्स गुरु आर के श्रीवास्तव की भतीजी रानी श्रीवास्तव के शादी समारोह में शामिल हुए।
रोहतास जिले के बिक्रमगंज में शादी समारोह का माहौल तब और रोमांचक हो गया जब आशिकी फेम राहुल रॉय और ‘द ग्रेट खली’ अपने पुराने मित्र और गणित गुरु आरके श्रीवास्तव के घर उनकी भतीजी रानी श्रीवास्तव की शादी में आशीर्वाद देने आए और इस दौरान शादी की रस्मों को अपनी हाथों से निभाया।
जहां राहुल रॉय ने अपने फिल्म के गानों पर परफॉर्मेंस दिया वही The Great khali ने अपने मित्र आरके श्रीवास्तव सर की भतीजी के शादी की हल्दी रस्म में हिस्सा लिया।
बिहार में हुई एक शादी का एक दिल छू लेने वाला पल इंटरनेट पर वायरल हो गया है, और इसका श्रेय राहुल रॉय को जाता है, जिनकी कला और आकर्षण ने बॉलीवुड रोमांस के एक पूरे युग को परिभाषित किया।
यह अभिनेता बिहार के जाने-माने गणित शिक्षक आरके श्रीवास्तव की भतीजी की शादी में मेहमान बनकर पहुँचे थे। लेकिन इसके बाद जो हुआ वह मेहमानों के लिए किसी सुखद अनुभव से कम नहीं था।
कौन है प्रसिद्ध शिक्षक आरके श्रीवास्तव जिसके घर पहुंचे The Great khali एवं Rahul Roy
भारत के प्रसिद्ध शिक्षक आरके श्रीवास्तव का जीवन काफी संघर्षशील और प्रेरणायक है। बचपन में पिता को खोया, कुछ वर्षों बाद इकलौते बड़े भाई भी इस दुनिया को छोड़कर चले गए। इतने बड़े दुःख का पहाड़ टूटने और आर्थिक तंगी के बावजूद आरके श्रीवास्तव सर ने कभी हार नहीं मानी। बिक्रमगंज रोहतास के आर के श्रीवास्तव (रजनी कांत श्रीवास्तव) का शैक्षणिक कार्य शैली और पाठशाला “सुपर थर्टी” से कम सुपर नहीं है। एक समय पर देश के नामी कोचिंगो के करोड़ों रुपए के प्रस्ताव को ठुकराकर उन्होंने आर्थिक रूप से गरीब परिवार के स्टूडेंट्स के जीवन को बदलने का निर्णय लिया। सिर्फ 1 रू गुरू दक्षिणा लेकर सैकड़ों गरीबों को IITian बना चुके है। संसाधन की कमी के बाबजूद आर के श्रीवास्तव( रजनी कांत श्रीवास्तव) ने पढाना आरंभ कर आज जो मुकाम हासिल किया है और जिस तेजी से उस पथ पर अग्रसर होते हुए, गरीब स्टूडेंट्स के सपने साकार कर रहे है, उसकी जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है।


