Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • क्रिसमस पर लखनऊ के इन रेस्ट्रॉन्ट्स और होटल में मिलेगा ख़ास इंतज़ाम, इन डिशेस का लें यहाँ आनंद
    • Best Honeymoon Destinations: बेस्ट हनीमून डेस्टिनेशन, कम बजट में भी मिलेगा यूरोप वाला फील
    • New Year 2026: कम खर्च, डबल सेलिब्रेशन! न्यू ईयर पर सुबह-शाम का अलग रंग दिखाती हैं ये 5 जगहें
    • Hanuman Temple Lucknow: लखनऊ में स्थित बंजरगबली का ये मंदिर है बेहद ख़ास
    • मेवात दिवस: गांधी जी का वचन, भरोसे की वो तारीख, जिसने इतिहास की दिशा बदल दी
    • उत्तर प्रदेश के इस जिले में बनेगा 7 मंज़िला बस स्टैंड, 400 बसों की एक साथ होगी पार्किंग
    • IRCTC Tour: क्रिसमस पर घूमने का शानदार मौका! IRCTC के बजट टूर पैकेज से करें सस्ती और आरामदायक यात्रा
    • Best Adventure Parks: ये हैं लखनऊ के बेस्ट पार्क, सर्दी की धुप के साथ लीजिये एडवेंचर का भी मज़ा
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » Visakhapatnam Glass Skywalk: भारत में खुला देश का सबसे लंबा ‘ग्लास स्काईवॉक’
    Tourism

    Visakhapatnam Glass Skywalk: भारत में खुला देश का सबसे लंबा ‘ग्लास स्काईवॉक’

    Janta YojanaBy Janta YojanaDecember 8, 2025No Comments7 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    Indias Longest Glass Skywalk Opens in Visakhapatnam at 862 Feet

    Indias Longest Glass Skywalk Opens in Visakhapatnam at 862 Feet

    Visakhapatnam Glass Skywalk: भारत हमेशा से अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और विविधता के कारण पर्यटकों को आकर्षित करता रहा है। पहाड़ हों, समुद्र हों या ऐतिहासिक धरोहरें यहां हर तरह की जगह मौजूद है। अब इस सूची में एक और रोमांचक आकर्षण जुड़ गया है। विशाखापट्टनम यानी विजाग में देश का सबसे लंबा कैंटिलीवर ग्लास स्काईवॉक लोगों के लिए खोल दिया गया है। 862 फीट की ऊंचाई पर बने इस पारदर्शी पुल पर चलने का अनुभव ऐसा है जैसे आप हवा में तैर रहे हों। नीचे गहरी खाई, सामने नीला समुद्र और चारों ओर पहाड़ों का नज़ारा अब यह सब देखने के लिए आपको चीन या अमेरिका जाने की जरूरत नहीं। यह अनोखा रोमांच अब भारत में ही मिल रहा है।

    नया साल हमेशा नई यादों के साथ शुरू करना अच्छा लगता है और विजाग का ग्लास स्काईवॉक इस मौके को और भी खास बनाने के लिए तैयार है। दिसंबरऔर जनवरी महीनों में यहां का मौसम बेहद सुहावना होता है, हवा ठंडी रहती है और आसमान बिल्कुल साफ दिखाई देता है। ऐसे में ग्लास ब्रिज पर खड़े होकर समुद्र और पहाड़ों के बीच नया साल मनाना किसी फिल्मी सीन जैसा अनुभव देता है।

    परिवार, दोस्तों या कपल हर किसी के लिए यह ट्रिप परफेक्ट है। यहां आप तस्वीरें ले सकते हैं, शांत माहौल का मज़ा ले सकते हैं और रोमांच के साथ प्राकृतिक खूबसूरती को महसूस कर सकते हैं। शहर की भीड़-भाड़ से दूर इस ऊंचाई पर खड़े होकर नया साल शुरू करना अपने आप में एक यादगार पल बन जाता है। यही वजह है कि यह जगह इस बार न्यू ईयर टूरिस्ट स्पॉट के तौर पर तेजी से लोकप्रिय हो रही है।

    कहां बना है भारत का सबसे लंबा ग्लास स्काईवॉक

    यह ग्लास स्काईवॉक आंध्र प्रदेश के खूबसूरत शहर विशाखापट्टनम में कैलासागिरी हिलटॉप पर बनाया गया है। कैलासागिरी पहले से ही विजाग का एक प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट है, जहां से समुद्र और शहर का खूबसूरत पैनोरमिक व्यू दिखाई देता है। समुद्र के बिल्कुल पास स्थित इस पहाड़ी पर खड़े होकर नीचे फैली नीली लहरों को देखना अपने आप में एक अद्भुत अनुभव है। 1 दिसंबर को इसका उद्घाटन होने के बाद से यहां पर्यटकों की भीड़ तेजी से बढ़ने लगी है। सात करोड़ रुपए की लागत से बने इस प्रोजेक्ट ने विजाग की पर्यटन पहचान को एक नया आयाम दे दिया है।

    कांच पर चलने का रोमांच कैसा लगता है

    स्काईवॉक की असली पहचान इसके कांच के फर्श से होती है। यहां कदम रखते ही नीचे की गहरी घाटी साफ दिखाई देती है। ऐसा लगता है जैसे आपके पैरों के नीचे जमीन गायब हो गई हो और आप सीधे हवा में चल रहे हों। पारदर्शी फ्लोर होने की वजह से नीचे मौजूद गहराई और आसपास की प्रकृति आपको बिल्कुल नए अंदाज में दिखाई देती है। चाहे आप दिन के समय आएं या शाम के समय, कांच से दिखने वाला दृश्य 3D इफेक्ट जैसा लगता है जो इस अनुभव को और भी रोमांचक बना देता है।

    स्काईवॉक का मजबूत और अनोखा डिजाइन

    यह स्काईवॉक अपनी अनूठी बनावट के लिए भी जाना जा रहा है। इसका पूरा ढांचा ट्रिपल-लेयर टेम्पर्ड लैमिनेटेड ग्लास से तैयार किया गया है, जिसकी मोटाई लगभग 40 मिलीमीटर है। यह कांच तापमान, भार और तेज हवाओं को सहन करने की क्षमता रखता है। ब्रिज को मजबूत बनाने के लिए लगभग 40 टन स्टील का उपयोग किया गया है। ताकि समुद्र के किनारे होने के बावजूद इसकी सुरक्षा पर कोई असर न पड़े। सबसे खास बात इसका कैंटिलीवर डिजाइन है। जिसमें ब्रिज पहाड़ी से बाहर की ओर निकला हुआ है और नीचे कोई सपोर्ट नहीं है। इस तरह का डिजाइन हवा में खड़े होने का अहसास देता है। जो रोमांच को कई गुना बढ़ा देता है।

    समुद्र और पहाड़ों का शानदार पैनोरमिक नजारा

    कैलासागिरी हिलटॉप से दिखाई देने वाला व्यू हमेशा से ही विजाग की खासियत रहा है। लेकिन ग्लास स्काईवॉक पर खड़े होकर यही दृश्य और भी भव्य होकर सामने आता है। एक तरफ दूर-दूर तक फैला अरब सागर और दूसरी ओर विजाग शहर की चमक यह दृश्य किसी पोस्टकार्ड की तरह दिखाई देता है। सूर्योदय और सूर्यास्त का समय यहां आने वालों के लिए सबसे खास होता है, क्योंकि लाल-पीली रोशनी कांच पर पड़कर पूरे माहौल को जादुई बना देती है।

    भीड़ से बचकर आराम से घूमने की सुविधा

    पर्यटकों की भीड़ को नियंत्रित करने और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक समय में 20 से 40 लोगों के छोटे बैच को ही एंट्री दी जाती है। इससे न केवल भीड़ कम रहती है, बल्कि हर व्यक्ति को बिना हड़बड़ी के फोटो, वीडियो और व्यू का मजा लेने का पूरा समय मिलता है। इस तरह का मैनेजमेंट पूरे अनुभव को और भी सुखद बना देता है।

    फोटोग्राफी और कंटेंट क्रिएशन के लिए ड्रीम लोकेशन

    यह स्काईवॉक सिर्फ एडवेंचर का ठिकाना नहीं, बल्कि फोटोग्राफी और कंटेंट क्रिएशन की एक बेहतरीन जगह भी है। यहां से लिया गया हर शॉट बेहद खूबसूरत दिखाई देता है। कपल शूट, ट्रैवल व्लॉग, इंस्टाग्राम रील्स या ड्रोन शॉट्स हर तरह का कंटेंट यहां आसानी से बेहद आकर्षक बन जाता है। यही वजह है कि उद्घाटन के कुछ ही दिनों में यह जगह सोशल मीडिया पर वायरल हो चुकी है और आने वाले समय में यह विजाग की नई पहचान बनने को मजबूती से तैयार है।

    दुनिया का पहला ग्लास स्काईवॉक कहां बना था

    ग्लास स्काईवॉक या ग्लास ब्रिज का विचार दुनिया में नया नहीं है। सबसे पहला और सबसे प्रसिद्ध ग्लास स्काईवॉक अमेरिका के ग्रैंड कैन्यन में बनाया गया था। 2007 में खुले इस हॉर्सशू शेप स्काईवॉक ने दुनिया भर के एडवेंचर प्रेमियों का ध्यान खींचा। इसके बाद चीन ने कई ऊंचे ग्लास ब्रिज बनाए, जिनमें झांगजियाजी का ग्लास ब्रिज प्रमुख है। यह ब्रिज बेहद बड़ी ऊंचाई पर बना है और रोमांच का एक बेहतरीन उदाहरण माना जाता है। लेकिन अब भारत भी इस दौड़ में पीछे नहीं रहा। विजाग का नया ग्लास स्काईवॉक अंतरराष्ट्रीय स्तर की डिजाइन और मज़बूती के साथ तैयार किया गया है।

    भारत में रोमांचक पर्यटन तेजी से बढ़ रहा है और इस तरह के प्रोजेक्ट इस विकास को नई ऊर्जा दे रहे हैं। विजाग का ग्लास स्काईवॉक स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ देशभर के यात्रियों को एक नया अनुभव प्रदान कर रहा है।

    यहां कैसे पहुंचे – आसान यात्रा जानकारी

    विजाग यानी विशाखापट्टनम देश के बड़े शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, इसलिए यहां पहुंचना बेहद आसान है।

    हवाई मार्ग से

    विशाखापट्टनम इंटरनेशनल एयरपोर्ट सबसे नजदीकी एयरपोर्ट है, जो शहर से लगभग 10 से 12 किलोमीटर दूर है। दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु, हैदराबाद, कोलकाता जैसे शहरों से यहां नियमित उड़ानें मिलती हैं। एयरपोर्ट से टैक्सी या कैब लेकर आप 20 से 25 मिनट में कैलासागिरी पहुंच सकते हैं।

    रेल मार्ग से

    विजाग रेलवे स्टेशन (Visakhapatnam Junction) दक्षिण भारत का एक प्रमुख रेलवे जंक्शन है। देश के लगभग सभी बड़े शहरों से यहां ट्रेनें मिल जाती हैं। स्टेशन से कैलासागिरी हिलटॉप तक कैब, ऑटो या स्थानीय बस उपलब्ध रहती है और आप आसानी से पहुंच सकते हैं।

    सड़क मार्ग से

    विजाग की सड़कें काफी अच्छी हैं। आंध्र प्रदेश, ओडिशा और तेलंगाना के कई शहरों से यहां की बस सेवाएं उपलब्ध हैं। अगर आप कार से यात्रा कर रहे हैं, तो समुद्र किनारे की सड़कें आपके सफर को और भी खूबसूरत बना देती हैं।

    कैलासागिरी पहुंचने का तरीका

    कैलासागिरी में ग्लास स्काईवॉक हिलटॉप पर स्थित है, जहां तक सड़क मार्ग से सीधे पहुंचा जा सकता है। पार्किंग की सुविधा भी उपलब्ध है। चाहें तो आप रोपवे का विकल्प भी चुन सकते हैं। जिससे ऊपर जाते समय पूरे विजाग का खूबसूरत दृश्य दिखता है।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticlePM मोदी 25 दिसंबर को करेंगे राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन, लखनऊ बनेगा देशभक्ति और प्रेरणा का स्थल
    Next Article New Year 2026 Party :नए साल पर लखनऊ में इन जगहों पर होंगीं ज़बरदस्त पार्टी, जानिए एंट्री फीस और सबकुछ
    Janta Yojana

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    Related Posts

    क्रिसमस पर लखनऊ के इन रेस्ट्रॉन्ट्स और होटल में मिलेगा ख़ास इंतज़ाम, इन डिशेस का लें यहाँ आनंद

    December 24, 2025

    Best Honeymoon Destinations: बेस्ट हनीमून डेस्टिनेशन, कम बजट में भी मिलेगा यूरोप वाला फील

    December 24, 2025

    New Year 2026: कम खर्च, डबल सेलिब्रेशन! न्यू ईयर पर सुबह-शाम का अलग रंग दिखाती हैं ये 5 जगहें

    December 23, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    मूंग की फसल पर लगा रसायनिक होने का दाग एमपी के किसानों के लिए बनेगा मुसीबत?

    June 22, 2025

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    मुख्य न्यायाधीश बी.आर. गवई ने माहेश्वरी प्रसाद इंटर कॉलेज के वार्षिक समारोह में किया शिरकत, गरीब बच्चों की शिक्षा पहल की खुले दिल से प्रशंसा की

    November 1, 2025

    Doon Defence Dreamers ने मचाया धमाल, NDA-II 2025 में 710+ छात्रों की ऐतिहासिक सफलता से बनाया नया रिकॉर्ड

    October 6, 2025

    बिहार नहीं, ये है देश का सबसे कम साक्षर राज्य – जानकर रह जाएंगे हैरान

    September 20, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.