Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • Lucknow news: …तो इस लिए बीजेपी नहीं चुन पा रही प्रदेश अध्यक्ष
    • Bajrang Manohar Sonawane Wikipedia: संघर्ष, सेवा और सफलता का प्रतीक, बीड से लोकतंत्र की आवाज़-बजरंग मनोहर सोनवाने
    • Bihar Elections 2025: PM मोदी के ‘हनुमान’ चिराग ने BJP की पीठ में घोंपा छुरा, सभी सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का किया ऐलान
    • Bhakt Pundalik Story: माँ-बाप की सेवा ने भगवान को रुकने पर मजबूर कर दिया, जानिए पुंडलिक की कहानी
    • बिहार चुनाव से पहले बवाल! महुआ मोइत्रा ने वोटर लिस्ट विवाद पर खटखटाया कोर्ट का दरवाजा
    • ‘अगर मुझे कुछ हुआ तो अखिलेश यादव होंगे जिम्मेदार..’, BJP नेता ने सपाइयों के खिलाफ दर्ज कराई FIR, सियासत में मचा संग्राम
    • Spiti Valley Kaise Ghume: स्पीति घाटी- हिमालय के इस ठंडे रेगिस्तान में छुपे हैं, बेपनाह सुकून के ख़जाने
    • Lucknow News: अखिलेश यादव ने सीएम योगी के लिए पेश किया ‘सौदा’ बोले – बेचना ही है तो हमें बेच दें JPNIC, चंदा लगाकर ख़रीद लेंगे
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » Delhi Politics: दिल्ली की सत्ता गंवाने के बाद क्या होगा आम आदमी पार्टी और केजरीवाल का भविष्य?
    राजनीति

    Delhi Politics: दिल्ली की सत्ता गंवाने के बाद क्या होगा आम आदमी पार्टी और केजरीवाल का भविष्य?

    By February 9, 2025No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    Delhi Politics

    Delhi Politics: दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी (AAP) को करारी हार का सामना करना पड़ा है। 11 साल तक दिल्ली की सत्ता पर काबिज रहने के बाद अरविंद केजरीवाल को सत्ता से बेदखल होना पड़ा। इस चुनाव में बीजेपी ने जबरदस्त प्रदर्शन करते हुए 70 में से 48 सीटों पर जीत हासिल कर सत्ता पर कब्जा जमा लिया, जबकि आम आदमी पार्टी महज 22 सीटों पर सिमट गई। इस हार के साथ ही केजरीवाल और उनकी पार्टी के भविष्य को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।

    AAP की हार और केजरीवाल के लिए बड़ा झटका

    यह हार केवल आम आदमी पार्टी के लिए ही नहीं, बल्कि खुद अरविंद केजरीवाल के लिए भी एक बड़ा झटका है। पहली बार ऐसा हुआ है जब केजरीवाल अपनी विधानसभा सीट हार गए। इसके अलावा मनीष सिसोदिया, सौरभ भारद्वाज जैसे पार्टी के दिग्गज नेता भी चुनाव हार चुके हैं। इससे पार्टी का मनोबल प्रभावित हुआ है और पार्टी का नेतृत्व संकट में आ सकता है।

    क्या AAP के लिए दिल्ली का किला ढह गया?

    दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हार के साथ ही उसके विकास मॉडल पर भी सवाल उठने लगे हैं। केजरीवाल सरकार की शिक्षा और स्वास्थ्य नीतियों को अब तक चुनावों में सफलता मिलती रही थी, लेकिन इस बार जनता ने उसे पूरी तरह नकार दिया। बीजेपी की शानदार जीत यह दिखाती है कि दिल्ली के मतदाता बदलाव चाहते थे।

    इस हार का असर केवल दिल्ली तक सीमित नहीं रहेगा। आम आदमी पार्टी ने पिछले कुछ सालों में राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार करने की कोशिश की थी और पंजाब में सरकार भी बनाई थी। लेकिन दिल्ली में हार के बाद पार्टी की राष्ट्रीय राजनीति में प्रभावी भूमिका पर सवाल उठ सकते हैं।

    अब विपक्ष में कैसे करेगी AAP राजनीति?

    दिल्ली में अब पहली बार आम आदमी पार्टी विपक्ष में बैठेगी। सवाल यह है कि बीजेपी की सरकार के खिलाफ कौन मजबूत विपक्षी नेता होगा, क्योंकि केजरीवाल, सिसोदिया और कई बड़े चेहरे चुनाव हार चुके हैं। फिलहाल गोपाल राय और आतिशी जैसे नेताओं की भूमिका अहम हो सकती है, लेकिन क्या वे बीजेपी सरकार को प्रभावी तरीके से चुनौती दे पाएंगे, यह देखने वाली बात होगी।

    पार्टी के लिए आगे की राह कितनी मुश्किल?

    आम आदमी पार्टी को अपनी सियासी जमीन बचाने के लिए अब नए सिरे से रणनीति बनानी होगी। चुनावों में हार के बाद विधायकों को पार्टी से जोड़े रखना भी एक चुनौती होगी। आम आदमी पार्टी किसी एक विचारधारा पर आधारित पार्टी नहीं है, बल्कि इसे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई के नाम पर बनाया गया था। सत्ता में रहने से पार्टी को मजबूती मिली, लेकिन अब सत्ता से बाहर रहने के बाद पार्टी को अपने नेताओं और कार्यकर्ताओं को जोड़े रखने की चुनौती होगी।

    क्या राष्ट्रीय स्तर पर कमजोर होगी AAP?

    दिल्ली में हार का असर पंजाब की राजनीति पर भी पड़ेगा। आम आदमी पार्टी ने राष्ट्रीय पार्टी बनने की जो कोशिश की थी, उस पर भी ब्रेक लग सकता है। कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों के साथ AAP का गठबंधन कमजोर हो सकता है, क्योंकि दिल्ली में हार के बाद उसकी सियासी ताकत पर सवाल उठेंगे।

    केजरीवाल क्या करेंगे?

    अरविंद केजरीवाल के लिए यह हार व्यक्तिगत रूप से बहुत बड़ा झटका है। अन्ना आंदोलन से राजनीति में कदम रखने वाले केजरीवाल ने 2013 में दिल्ली में सरकार बनाई थी। इसके बाद 2015 और 2020 में जबरदस्त जीत हासिल कर सत्ता में बने रहे। लेकिन अब सत्ता से बाहर रहने के बाद उनके नेतृत्व पर सवाल उठ सकते हैं। अब देखना होगा कि केजरीवाल इस हार से उबरकर अपनी पार्टी को कैसे दोबारा मजबूत करते हैं। क्या वे दिल्ली में विपक्ष के रूप में मजबूती से उभरेंगे, या फिर पार्टी का अस्तित्व कमजोर होता जाएगा? यह आने वाले समय में साफ होगा।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleअंक ज्योतिष साप्ताहिक राशिफल: 09 फरवरी से 15 फरवरी, 2025
    Next Article आंबेडकर विवाद के बीच बीजेपी ने एससी आरक्षित 4 सीटें कैसे जीत लीं?

    Related Posts

    Lucknow news: …तो इस लिए बीजेपी नहीं चुन पा रही प्रदेश अध्यक्ष

    July 6, 2025

    Bajrang Manohar Sonawane Wikipedia: संघर्ष, सेवा और सफलता का प्रतीक, बीड से लोकतंत्र की आवाज़-बजरंग मनोहर सोनवाने

    July 6, 2025

    Bihar Elections 2025: PM मोदी के ‘हनुमान’ चिराग ने BJP की पीठ में घोंपा छुरा, सभी सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने का किया ऐलान

    July 6, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    मूंग की फसल पर लगा रसायनिक होने का दाग एमपी के किसानों के लिए बनेगा मुसीबत?

    June 22, 2025

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    MECL में निकली भर्ती, उम्मीवार ऐसे करें आवेदन, जानें क्या है योग्यता

    June 13, 2025

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.