सीएम योगी (न्यूजट्रैक)
UP News:�यूपी विधानसभा उप चुनावों में मिली शानदार सफलता के बाद अब योगी सरकार और भाजपा की नजरें 2027 के विधानसभा चुनाव पर हैं। वहीं उप चुनावों के बाद योगी कैबिनेट में फेरबदल की सुगबुगाहट तेज हो गई है। माना जा रहा है कि कई मंत्रियों की छुट्टी हो सकती है तो कई नए चेहरों को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। चर्चा है कि करहल से हार के बाद भी मुलायम सिंह यादव के दामाद और धमेंद्र यादव के जीजा अनुजेश यादव को योगी कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। उन्हें कोई महत्वपूर्ण विभाग दिया जा सकता है। वहीं उप चुनाव में जीते कुंदरकी के विधायक समेत कई और विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है। कई मंत्रियों के विभाग भी बदले जा सकते हैं। वहीं सहयोगी भी मंत्रिमंडल में अपने लिए एक-एक मंत्री बनाने के लिए दबाव डालने लगे हैं।
विधानसभा उपचुनाव में 9 में से 7 सीटें जीतने के बाद अब योगी कैबिनेट में जल्द ही फेरबदल की चर्चा होने लगी है। कई विधायक मंत्री बनने के लिए अपनी गणित बैठाने में जुट गए हैं। वहीं भाजपा के सहयोगी दल भी कैबिनेट में अपना कोटा बढ़ाने की दावेदारी करने के लिए जोर-शोर से तैयारी में जुट गए हैं।
बड़े पैमाने पर फेरबदल की तैयारी�
सूत्रों कि मानें तो योगी कैबिनेट में फेरबदल जनवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव के बाद ही संभव है। माना जा रहा है कि इस बार कैबिनेट में बड़े पैमाने पर फेरबदल की तैयारी चल रही है। उन कैबिनेट मंत्रियों और राज्य मंत्रियों पर गाज गिरनी तय है जिनका परफार्मेंस अच्छा नहीं है। वहीं कई मंत्रियों को संगठन में भेजा जा सकता है तो संगठन के कई लोगों को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
सूत्रों की मानें तो योगी कैबिनेट में यूपी विधानसभा उपचुनाव के पहले से ही फेरबदल की सुगबुगाहट शुरू हुई थी, लेकिन किसी न किसी कारण के चलते यह मामला टलता रहा। उपचुनाव निपटने के बाद अब सरकार और पार्टी के स्तर पर 2027 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू हो चुकी है। इसी को देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि योगी कैबिनेट में जल्द की विस्तार हो सकता है। इसे अब अधिक दिनों तक टाला नहीं जा सकता है। सूत्रों की मानें तो इस संबंध में दिल्ली में जल्द ही बैठक होने वाली है और इसी बैठक में योगी कैबिनेट के विस्तार की रुपरेखा तय की जाएगी। इसके बाद ही कैबिनेट विस्तार को अंतिम रूप दिया जाएगा।
ओबीसी और दलित चेहरों को मंत्रिमंडल में मिलेगी तरजीह
सूत्रों की मानें तो कैबिनेट विस्तार में ओबीसी और दलित बिरादरी के कई चेहरों को जगह दी जा सकती है। 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा को जिस तरह से ओबीसी और दलित मतदाताओं के बिखराव से यूपी में भारी नुकसान उठाना पड़ा था। उप चुनाव में उसकी भरपाई करने के लिए सरकार और संगठन ने कड़ी मशक्कत की थी। जिसका रिजल्ट भी देखने को मिला। इसलिए कैबिनेट विस्तार में ओबीसी और दलित चेहरों को भी शामिल करने की बात कही जा रही है।�
इन विधायकों को मिल सकता है मौका
सूत्रों की मानें तो हाल की में हुए उपचुनाव में भाजपा ने 9 में से 7 सीटों पर जीत दर्ज की है। इन सात नए विधायकों में से दो को मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है। विशेषतौर पर कुंदरकी और अंबेडकर नगर की कटेहरी सीट से जीते भाजपा विधायकों को मंत्री बनाया जा सकता है।
हार कर भी इनका मंत्री बनना तय!
भाजपा ने करहल सीट पर मुलायम सिंह यादव के दामाद अनुजेश यादव को चुनाव लड़ाया था लेकिन वे सपा के तेज प्रताप यादव से हार गए। लेकिन उसके बाद भी उन्हें योगी कैबिनेट में शामिल किए जाने की चर्चा जोरों पर हैं। इसका कारण भी है भाजपा यादव परिवार को उनके गढ़ में ही घेरने के लिए अनुजेश यादव को मंत्री बना सकती है।
…तो इनकी होगी छुट्टी
योगी सरकार में उन मंत्रियों की विदाई तय मानी जा रही है जो काफी समय से मंत्री रहने के बाद भी बेहतर परफार्म नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे मंत्रियों को बाहर का रास्त दिखाया जा सकता है। संगठन और सरकार के स्तर पर कई ऐसे मंत्रियों के कार्यों की समीक्षा की जा रही है। जिनका परफार्मेंस अच्छा नहीं रहा है। वहीं संगठन से कुछ ऐसे चेहरों को सरकार में शामिल किया जा सकता है जो संगठन में अपने बेहतर काम काज के लिए तत्पर रहे हैं।
सहयोगी भी कर सकते हैं दावेदारी
रालोद और निषाद पार्टी भी मंत्रिमंडल में एक-एक मंत्री पद पाने की कोशिश में जुटे हैं। उपचुनाव में एक भी सीट पर टिकट नहीं मिलने के बाद निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद जहां कैबिनेट विस्तार में एक और पद पाने की कोशिश में जुटे हैं तो वहीं उप चुनाव में मीरापुर सीट जीतने वाला रालोद भी एक और मंत्री पद पाने के लिए दबाव बना सकता है। इन सारी संभावनाओं को देखते हुए योगी कैबिनेट विस्तार में भारी पैमाने पर फेरबदल होने की बात कही जा रही है।