Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • Satya Hindi News Bulletin । 20 जून, दिनभर की ख़बरें
    • युवा अब डिग्री के साथ बेरोजगारी भी ढो रहे हैं?
    • इसराइल पर इस्तेमाल की गई ईरान की सेजिल मिसाइल कितनी ख़तरनाक़?
    • United Nations History: कैसे रखी गई संयुक्त राष्ट्र संघ की नींव? क्या है इसका इतिहास, जानिए सबकुछ विस्तार से!
    • कितनी ख़तरनाक ईरान की सेजिल मिसाइल ?
    • ख़ामेनई के बाद कौन?
    • आयतुल्लाह ख़ामेनई के बाद ईरान का अगला सर्वोच्च नेता कौन?
    • उद्धव ने दिए मनसे से गठबंधन के संकेत, क्या बीएमसी चुनाव में साथ लड़ेंगे?
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » ट्रंप-मुनीर चर्चा: अमेरिका करेगा ईरान के ख़िलाफ़ पाकिस्तान का इस्तेमाल?
    भारत

    ट्रंप-मुनीर चर्चा: अमेरिका करेगा ईरान के ख़िलाफ़ पाकिस्तान का इस्तेमाल?

    Janta YojanaBy Janta YojanaJune 20, 2025No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल आसीम मुनीर की व्हाइट हाउस में हुई मुलाक़ात ने वैश्विक कूटनीति में भूचाल ला दिया है। ईरान-इसराइल तनाव के बीच दोनों की इस चर्चा ने सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या अमेरिका पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र को ईरान के ख़िलाफ़ रणनीतिक हथियार बना रहा है?
    इस सवाल का जवाब खुद डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तानी सेना के बयानों में ही मिल सकता है। पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसीम मुनीर ने बुधवार को व्हाइट हाउस में राष्ट्रपति ट्रृंप के साथ एक विशेष लंच बैठक में हिस्सा लिया। यह मुलाक़ात इसलिए भी अहम है क्योंकि पाकिस्तानी सेना प्रमुख का व्हाइट हाउस में इस तरह का दौरा असामान्य माना जाता है और मध्य पूर्व में इसराइल और ईरान के बीच जंग छिड़ी है। ट्रंप ने मुलाक़ात के बाद संवाददाताओं से कहा, ‘मुझे जनरल मुनीर की मेजबानी करने का सम्मान मिला। हमने ईरान-इसराइल तनाव सहित कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। पाकिस्तान ईरान को बहुत अच्छी तरह जानता है, शायद सबसे बेहतर, और वे इस स्थिति से खुश नहीं हैं।’
    ट्रंप ने कहा, ‘यह नहीं कि वे इसराइल के साथ बुरे हैं। वे वास्तव में दोनों को जानते हैं, लेकिन शायद वे ईरान को बेहतर जानते हैं, और वे देख रहे हैं कि क्या हो रहा है, और उन्होंने मेरी बात से सहमति जताई।’
    इस्लामाबाद में पाकिस्तानी सेना ने गुरुवार को एक बयान में पाकिस्तान सेना ने कहा, ‘ईरान और इसराइल के बीच मौजूदा तनावों पर भी विस्तृत विचार-विमर्श हुआ, जिसमें दोनों नेताओं ने संघर्ष के समाधान के महत्व पर जोर दिया।’ इसने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति ने दीर्घकालिक रणनीतिक हितों के आधार पर पाकिस्तान के साथ पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार संबंध विकसित करने में गहरी रुचि दिखाई।
    पाकिस्तान की भौगोलिक स्थिति यह है कि वह ईरान के पड़ोस में है। यही स्थिति इस क्षेत्र में रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बनाती है। यह भी बताया जा रहा है कि ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ व्यापार और आतंकवाद विरोधी सहयोग को बढ़ाने की संभावनाओं पर भी चर्चा की।
    हाल के महीनों में ईरान और इसराइल के बीच तनाव चरम पर पहुँच गया है। इसराइल द्वारा ईरान के सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए गए हैं। इसके जवाब में ईरान ने कड़ी प्रतिक्रिया देने की धमकी दी है। इस स्थिति में इसराइल का प्रमुख सहयोगी अमेरिका क्षेत्र में अपनी सैन्य रणनीति को मज़बूत करने की कोशिश कर रहा है। ट्रंप ने इस मुलाक़ात में यह भी दावा किया कि उनकी मध्यस्थता ने भारत और पाकिस्तान के बीच एक ख़तरनाक परमाणु युद्ध को रोका। इसके लिए उन्होंने जनरल मुनीर की प्रशंसा की और यहाँ तक कि कहा कि मुनीर उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित करना चाहते हैं।
    हालाँकि, इस दावे को लेकर सोशल मीडिया पर कुछ यूजरों ने इसे ट्रंप की बढ़ाचढ़ा कर पेश करने शैली का हिस्सा बताया, जबकि अन्य ने इसे क्षेत्रीय तनाव को कम करने में पाकिस्तान की भूमिका के रूप में देखा। एक यूजर ने लिखा, ‘ट्रंप ने मुनीर को बुलाया क्योंकि वे ईरान पर हमले के लिए पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र और रनवे का उपयोग करना चाहते हैं। पाकिस्तान इस स्थिति में ना कहने की स्थिति में नहीं है।’

    पाकिस्तान की दुविधा

    पाकिस्तान के लिए यह मुलाक़ात एक मुश्किल कूटनीतिक चुनौती लेकर आई है। एक ओर, वह अमेरिका के साथ अपने संबंधों को मज़बूत करना चाहता है, जो उसे आर्थिक और सैन्य सहायता प्रदान करता है। दूसरी ओर, ईरान के साथ उसका पड़ोसी रिश्ता और साझा सीमा इसे एक संवेदनशील मुद्दा बनाती है।
    मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से संकेत दिया गया है कि ट्रंप ने मुनीर से ईरान के ख़िलाफ़ खुफ़िया जानकारी साझा करने और हवाई क्षेत्र के उपयोग की मांग की। यह मांग इसलिए भी अहम है क्योंकि पाकिस्तान ने पहले अफ़ग़ानिस्तान में अमेरिकी सैन्य अभियानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र का उपयोग करने की अनुमति दी थी।
    इस मुलाक़ात ने भारत सहित क्षेत्रीय शक्तियों के बीच चिंता पैदा की है। ईरान के साथ मजबूत आर्थिक और रणनीतिक संबंध रखने वाला भारत इस घटनाक्रम पर क़रीबी नज़र रख रहा है। कुछ लोग इसे अमेरिका और पाकिस्तान के बीच बढ़ती निकटता के रूप में देख रहे हैं, जो भारत की क्षेत्रीय रणनीति के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। 
    वैश्विक स्तर पर यह मुलाक़ात अमेरिका की ईरान नीति में बदलाव का संकेत दे सकती है। ट्रंप प्रशासन ने पहले भी ईरान के ख़िलाफ़ सख़्त रुख़ अपनाया था, और इस मुलाक़ात को इसराइल के समर्थन में अमेरिका की सक्रियता के रूप में देखा जा रहा है।
    ट्रंप और मुनीर की यह मुलाक़ात न केवल अमेरिका-पाकिस्तान संबंधों के लिए, बल्कि पूरे दक्षिण एशिया और मध्य पूर्व के लिए अहम है। यह मुलाक़ात क्षेत्रीय शक्ति संतुलन, ईरान-इसराइल तनाव और अमेरिका की विदेश नीति के भविष्य पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। लेकिन सवाल वही है कि क्या पाकिस्तान अमेरिका के दबाव में आएगा या वह अपने पड़ोसी ईरान के साथ संतुलन बनाए रखेगा?
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleईरान ने कैसे तोड़ा इसराइल का अभेद्य वायु रक्षा कवच? जानें क्या है रणनीति
    Next Article इसराइल ने अस्पताल पर ईरानी हमले की निंदा की – लेकिन गाजा के बारे में क्या?
    Janta Yojana

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    Related Posts

    Satya Hindi News Bulletin । 20 जून, दिनभर की ख़बरें

    June 20, 2025

    युवा अब डिग्री के साथ बेरोजगारी भी ढो रहे हैं?

    June 20, 2025

    इसराइल पर इस्तेमाल की गई ईरान की सेजिल मिसाइल कितनी ख़तरनाक़?

    June 20, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.