Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • भारत-पाक के बीच नियंत्रण रेखा का जन्म कैसे हुआ?
    • नए पोप के रूप में रॉबर्ट प्रीवोस्ट के नाम की घोषणा फ्रांस के कार्डिनल डोमिनिक माम्बरटी ने की
    • भारत-पाकिस्तान तनावः ईरान, सऊदी अरब, यूएस क्यों चाह रहे हैं न हो युद्ध
    • Live ताज़ा ख़बरेंः चंडीगढ़ में हमले के मद्देनज़र सायरन गूंजा, दिल्ली में सुरक्षा बढ़ी
    • वेटिकन में नया नेतृत्व, लेकिन ट्रम्प और वेंस की नीतियों से असहमत हैं पोप लियो
    • US के बाद सिंगापुर ने अपने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी, ‘पाकिस्तान की यात्रा न करें’
    • पाकिस्तान के हमले शुरू, भारत कर रहा नाकाम
    • अमेरिका ने भी अपने नागरिकों और दूतावास के अधिकारियों के लिए एडवाइजरी जारी की, लाहौर से निकल जाएं अमेरिकी नागरिक
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » संघर्षविराम प्रस्ताव पर पुतिन का रुख – शांति की राह या रणनीतिक चाल?
    भारत

    संघर्षविराम प्रस्ताव पर पुतिन का रुख – शांति की राह या रणनीतिक चाल?

    By March 14, 2025No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा है कि मॉस्को अमेरिका के संघर्षविराम प्रस्ताव से सहमत है, लेकिन उसकी एक शर्त है। पुतिन ने जोर देकर कहा कि किसी भी संघर्षविराम का मक़सद स्थायी शांति होना चाहिए और यह यूक्रेन संकट के मूल कारणों को दूर करने वाला होना चाहिए। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको के साथ क्रेमलिन में बातचीत के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पुतिन ने इस मुद्दे पर अपनी स्थिति साफ़ की।

    पुतिन ने संघर्षविराम के व्यावहारिक पहलुओं पर सवाल उठाए। उन्होंने पूछा, ‘क्या इसका मतलब यह होगा कि वहां मौजूद सभी यूक्रेनी सैनिक चले जाएंगे क्या हम उन्हें छोड़ दें, जबकि उन्होंने वहां नागरिकों के ख़िलाफ़ कई अपराध किए हैं, या यूक्रेनी नेतृत्व उन्हें आत्मसमर्पण करने का आदेश देगा’ इसके साथ ही, उन्होंने 2000 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा पर कथित यूक्रेनी घुसपैठ और इसके बड़े पैमाने पर प्रभावों पर भी चिंता जताई।

    पुतिन ने यह भी चेतावनी दी कि युद्ध में ठहराव यूक्रेन को फिर से हथियार जुटाने और अपनी सेना को मज़बूत करने का मौका दे सकता है। उन्होंने कहा, ‘क्या यह यूक्रेन को जबरन भर्ती जारी रखने, हथियारों की आपूर्ति करने और नई इकाइयों को प्रशिक्षित करने की अनुमति देगा, या यह नहीं होगा’ उनका यह बयान रूस की उस चिंता को दिखाता है कि संघर्षविराम का लाभ यूक्रेन और उसके पश्चिमी समर्थकों को मिल सकता है।

    पुतिन ने शांतिपूर्ण तरीक़े से संघर्ष को ख़त्म करने के विचार का समर्थन किया, लेकिन साथ ही अमेरिकी अधिकारियों के साथ आगे की चर्चा और संभवतः अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की ज़रूरत पर बल दिया। इससे पहले, क्रेमलिन के सहायक यूरी उशाकोव ने अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार माइक वाल्ट्ज से कहा था कि मॉस्को 30 दिनों के संघर्षविराम को ‘यूक्रेनी सेनाओं के लिए एक छोटी राहत’ से ज़्यादा कुछ नहीं मानता। उशाकोव ने रूस के सरकारी टेलीविजन को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘ऐसे कदम जो केवल शांतिपूर्ण कार्रवाइयों की नकल करते हों, इस स्थिति में किसी के लिए ज़रूरी नहीं हैं।’

    पुतिन संघर्षविराम नहीं चाहते: ज़ेलेंस्की

    यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने गुरुवार को अपने शाम के संबोधन में कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एक संघर्षविराम प्रस्ताव को खारिज करने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन वह इसे सीधे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को कहने से डरते हैं। 

    जेलेंस्की ने दावा किया कि रूस संघर्षविराम पर ऐसी शर्तें थोप रहा है, जिससे या तो इसे टाला जा सके या यह पूरी तरह लागू ही न हो।

    जेलेंस्की के अनुसार, मॉस्को ऐसी शर्तें रख रहा है ताकि संघर्षविराम या तो न हो, या जितना संभव हो उतना विलंब हो। उनका मानना है कि एक संघर्षविराम लंबी अवधि की सुरक्षा और वास्तविक, भरोसेमंद शांति से संबंधित सभी सवालों के जवाब तैयार करने के लिए और युद्ध को खत्म करने की योजना को मेज पर लाने के लिए समय देगा।

    ज़ेलेंस्की का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पुतिन ने अमेरिकी संघर्षविराम प्रस्ताव पर सशर्त सहमति जताई थी, लेकिन उनकी शर्तों को यूक्रेन और पश्चिमी देशों के लिए अस्वीकार्य माना जा रहा है। जेलेंस्की का यह आरोप पुतिन की मंशा पर सवाल उठाता है और रूस की कूटनीति को संदेह के घेरे में लाता है।

    बहरहाल, पुतिन के बयान और उशाकोव की टिप्पणी से यह संकेत मिलता है कि रूस अमेरिका समर्थित संघर्षविराम योजना को मौजूदा स्वरूप में स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं है, भले ही यूक्रेन ने इसे सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया हो। रूस का मानना है कि यह योजना उसके हितों को पूरी नहीं करती। पुतिन का ‘स्थायी शांति’ और ‘मूल कारणों को हल करने’ पर जोर देना इस बात की ओर इशारा करता है कि मॉस्को अपनी शर्तों पर ही समझौता चाहता है, जिसमें यूक्रेन के नाटो से दूरी और रूसी-नियंत्रित क्षेत्रों पर उसका दावा शामिल हो सकता है।

    पुतिन का यह बयान कूटनीतिक रणनीति और सैन्य दबाव के लिए दिया गया लगता है। 

    एक ओर, पुतिन शांति की बात करके अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने सकारात्मक छवि पेश करना चाहते हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी शर्तें और सवाल यह दिखाते हैं कि रूस यूक्रेन और पश्चिमी देशों पर दबाव बनाए रखना चाहता है।

    यह भी संभव है कि मॉस्को अमेरिका के नए प्रशासन के साथ संबंध सुधारने की कोशिश कर रहा हो, खासकर ट्रंप के साथ बातचीत का ज़िक्र करके।

    हालांकि, रूस की यह सशर्त सहमति संघर्षविराम की राह को और जटिल बना सकती है। अगर दोनों पक्ष अपनी-अपनी शर्तों पर अड़े रहे, तो यह प्रस्ताव कागजी बातों तक सीमित रह सकता है। कुल मिलाकर, पुतिन का यह बयान शांति की संभावना से ज़्यादा एक रणनीतिक चाल नज़र आता है, जिसका मक़सद यूक्रेन और उसके समर्थकों को कमजोर करना और रूस की स्थिति को मज़बूत करना है।

    यूक्रेन संकट का समाधान अभी दूर की कौड़ी लगता है। पुतिन के ताज़ा बयान से यह साफ़ है कि रूस बिना अपनी मांगें पूरी किए पीछे हटने को तैयार नहीं है। अब गेंद अमेरिका और यूक्रेन के पाले में है कि वे इस प्रस्ताव को कैसे आगे बढ़ाते हैं।

    (इस रिपोर्ट का संपादन अमित कुमार सिंह ने किया है)

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticleBlack Hole Ka Rahasya: ब्लैक होल, ब्रह्मांड का रहस्यमय अजगर, आइए जानते हैं इसके बारे में
    Next Article चीन से J-35 फाइटर जेट नहीं खरीदेगा सऊदी अरब, भड़केंगे जिनपिंग?

    Related Posts

    भारत-पाक के बीच नियंत्रण रेखा का जन्म कैसे हुआ?

    May 9, 2025

    भारत-पाकिस्तान तनावः ईरान, सऊदी अरब, यूएस क्यों चाह रहे हैं न हो युद्ध

    May 9, 2025

    Live ताज़ा ख़बरेंः चंडीगढ़ में हमले के मद्देनज़र सायरन गूंजा, दिल्ली में सुरक्षा बढ़ी

    May 9, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    दीपचंद सौर: बुंदेलखंड, वृद्ध दंपत्ति और पांच कुओं की कहानी

    May 3, 2025

    पलायन का दुश्चक्र: बुंदेलखंड की खाली स्लेट की कहानी

    April 30, 2025

    शाहबाद के जंगल में पंप्ड हायड्रो प्रोजेक्ट तोड़ सकता है चीता परियोजना की रीढ़?

    April 15, 2025

    सरकार ने बढ़ाए कपास बीज के दाम, किसान बोले बढ़ती लागत को कम करे

    April 14, 2025

    जल संकट: मध्य प्रदेश के 6 जिलों में 100% से ज़्यादा हो रहा भूजल दोहन

    April 14, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    नए पोप के रूप में रॉबर्ट प्रीवोस्ट के नाम की घोषणा फ्रांस के कार्डिनल डोमिनिक माम्बरटी ने की

    May 9, 2025

    US के बाद सिंगापुर ने अपने नागरिकों के लिए जारी की एडवाइजरी, ‘पाकिस्तान की यात्रा न करें’

    May 8, 2025

    अमेरिका ने भी अपने नागरिकों और दूतावास के अधिकारियों के लिए एडवाइजरी जारी की, लाहौर से निकल जाएं अमेरिकी नागरिक

    May 8, 2025
    एजुकेशन

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025

    NEET UG 2025 एडमिट कार्ड जारी, जानें कैसे करें डाउनलोड

    April 30, 2025

    योगी सरकार की फ्री कोचिंग में पढ़कर 13 बच्चों ने पास की UPSC की परीक्षा

    April 22, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.