Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • समोसे की ‘साइज’ पर भड़के रवि किशन, लोग बोले- बस अब यही बचा है, धड़ल्ले से वायरल हो रहा वीडियो
    • प्रियंका गांधी का तीखा वार, बोलीं: मोदी ने इतने दोस्त बनाए, बदले में क्या मिला
    • पहले मुझसे निपट लो, PM को कहां बुलाओगे? अमित शाह ने कांग्रेस को ललकारा
    • जब सिंदूर ही उजड़ गया तो नाम क्यों रखा ‘ऑपरेशन सिंदूर’? संसद में जया बच्चन का फूटा गुस्सा!
    • Kolhapuri Chappals Markets: कोल्हापुरी स्टाइल बनी आज की यूथ की पहली पसंद, जानिए भारत के प्रमुख कोल्हापुरी चप्पल बाज़ार
    • Sahasralinga Temple Story: शलमाला नदी में बसा सहस्रलिंग मंदिर, जहां जल में छिपे हैं हजारों शिवलिंग
    • Sri Padmanabhaswamy Temple: केरल का ऐतिहासिक और रहस्यमयी मंदिर
    • बिहार चुनाव से पहले नीतीश कुमार का बड़ा तोहफा, आशा और ममता कार्यकर्ताओं की सैलरी में बढ़ोतरी
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » टी-शर्ट का रंग बदल लिया है, रणनीति भी बदल पाएँगे राहुल?
    भारत

    टी-शर्ट का रंग बदल लिया है, रणनीति भी बदल पाएँगे राहुल?

    By December 22, 2024No Comments5 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    संसद का शीतकालीन सत्र समाप्त हो गया है और लड़ाई के मैदान अब बदलने वाले हैं! क्या मोदी-शाह के ख़िलाफ़ लड़ाई में राहुल को अपनी रणनीति बदलने की सलाह देने के लिए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन से कहलवाया जा सकता है

    विपक्षी दलों के तमाम नेताओं के बीच स्टालिन ही नज़र आते हैं जिनकी राहुल इज्जत करते रहे हैं और उनके कहे पर कान दे सकते हैं! राहुल की दूसरी ‘भारत जोड़ो यात्रा‘ की मुंबई में समाप्ति पर हुई ‘इंडिया ब्लॉक’ की बड़ी जनसभा में स्टालिन ने कहा था: ’राहुल भाई की तरह है। मैं उनके लिए ही यहाँ आया हूँ।’ स्टालिन सभा में ज़्यादा देर रुके भी नहीं थे।

    राहुल को सलाह यह देनी है कि मोदी-शाह की राजनीति से हकीकत में मुक़ाबला करना है तो उनकी मौजूदा रणनीति काम नहीं कर पाएगी। विपक्ष को कुचलने में महारथ हासिल कर चुके नेताओं के ख़िलाफ़ राहुल उसी तरह से लड़ना चाह रहे हैं जिस तरह आज़ादी-प्राप्ति के पहले कांग्रेस महात्मा गांधी के नेतृत्व में अंग्रेजों के ख़िलाफ़ लड़ती थी। वह रणनीति इसलिए कारगर साबित नहीं होगी कि अंग्रेज़ प्रजातांत्रिक थे, भाजपा अधिनायकवाद की दिशा में जा रही है।

    राहुल को सही सलाह देने का काम कांग्रेस में कोई नहीं कर सकता। कारण यह कि कांग्रेस में अधिकांश नेता या तो राहुल से डरते हैं या उनकी चापलूसी के अवसर तलाशते रहते हैं। पार्टी में एक वर्ग भाजपा के मुखबिरों का भी सक्रिय बताया जाता है। इसलिए राहुल को सलाह देने का काम कोई थर्ड पार्टी ही कर सकती है। स्टालिन, सोरेन आदि को छोड़ दें तो ‘इंडिया ब्लॉक’ के कई नेता काफ़ी पहले अपनी विश्वसनीयता भाजपा के मुद्दों के हवाले कर चुके हैं।

    संसद-परिसर में 19 दिसंबर को हुई अप्रिय घटना के बाद राहुल के ख़िलाफ़ दर्ज प्रकरणों की संख्या भी बढ़कर उन्नीस हो गई बताई जाती है। इनमें पंद्रह प्रकरणों का संबंध ‘मानहानि’ से और एक का वित्तीय अनियमितता से है। ताज़ा घटना में शिकायत के आधार पर पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता की जिन धाराओं में राहुल के ख़िलाफ़ प्रकरण दर्ज किया है वे धमकाने, चोट पहुँचाने, बल प्रयोग करने, आदि से संबंधित हैं। इनमें एक धारा ग़ैर-ज़मानती है। सजा सात साल से उम्र क़ैद तक की हो सकती है।

    दलाल मीडिया के पत्रकार खोज करके बता सकते हैं कि साल 1999 से 2004 के बीच जब अटलजी के नेतृत्व वाली एनडीए की सरकार केंद्र में थी विपक्ष के कितने नेताओं के ख़िलाफ़ मुक़दमे दर्ज हुए

    इसी तरह, 2004 से 2014 के बीच के दस सालों में यूपीए की सरकार द्वारा भाजपा सहित कितने विपक्षी नेताओं को मुक़दमों के निशानों पर लिया गया मनमोहन सिंह की सरकार के ख़िलाफ़ भाजपाइयों ने कोई तो आंदोलन किया होगा! संसद में भी हल्ला मचाया होगा। मोदी और शाह भी गिना सकते हैं कि चार दशकों के राजनीतिक जीवन में ‘आपातकाल’ के विरोध सहित कितने नागरिक आंदोलनों में उन्होंने भाग लेकर मुक़दमों का सामना किया 

    सत्ता-विरोध की जिस रणनीति पर राहुल चल रहे हैं उसे वर्तमान का शासक समूह बिना साँस लिए निगल जाएगा। अतः रणनीति को बदलना पड़ेगा। बाबा साहेब आंबेडकर पर की गई अमित शाह की ‘अपमानजनक’ टिप्पणी का ‘इंडिया ब्लॉक’ के अन्य दल राहुल की तरह ही विरोध नहीं कर रहे थे। वे चतुराई दिखा रहे थे। संसद के ‘मकर द्वार’ पर राहुल-प्रियंका के झुंड के साथ कांग्रेस के अलावा द्रमुक, उद्धव की शिवसेना और ‘आप’ के ही सांसद थे। सावरकर मुद्दे पर उद्धव राहुल से नाराज़ हैं और केजरीवाल राहुल के स्थायी विरोधी हैं! केजरीवाल दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ रहे हैं। उद्धव भी आगे-पीछे यही करेंगे!

    सपा के सांसद संसद-परिसर में ही रामगोपाल यादव के नेतृत्व में एक अलग स्थान पर विरोध कर रहे थे। तृणमूल कांग्रेस शाह की टिप्पणी के ख़िलाफ़ सिर्फ़ विशेषाधिकार नोटिस देकर खुश हो रही थी। वह राहुल के साथ खड़ी नहीं दिखना चाहती थी। अडानी और ईवीएम मुद्दों पर इंडिया ब्लॉक में दरार पड़ चुकी है। 

    इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया जाना चाहिये कि सत्तारूढ़ दल द्वारा जितना ग़ुस्सा राहुल के ख़िलाफ़ व्यक्त किया जाता है उतना किसी दूसरे विपक्षी दल या नेता के ख़िलाफ़ नहीं किया जाता!

    भाजपा की रणनीति राहुल को अन्य विपक्षी दलों से ‘आयसोलेट’ करने की भी है और मुक़दमों के ज़रिये उन्हें मैदान से हटाकर कांग्रेस को नेतृत्व-विहीन करने की भी। एक घबराई हुई सत्ता अपने उद्देश्य की पूर्ति में किसी भी हद तक जा सकती है, सारे विकल्पों को खुला रखना चाहती है। उसे 2047 के अगस्त में विभाजन की विभीषिका का सौवाँ ‘शोक दिवस’ और उस स्वतंत्रता-प्राप्ति का शताब्दी-पर्व अपने नेतृत्व में मनाना है जिसके संग्राम में वह शामिल नहीं थी।

    राहुल के नागरिक-संघर्ष का संस्कार स्वतंत्रता संग्राम से निकला है जबकि सत्तारूढ़ दल का उसके पितृ-संगठनों के उन नायकों की वैचारिक कोखों से जिन पर कांग्रेस के ख़िलाफ़ षड्यंत्र करने और गांधी-हत्याकांड में शामिल होने के आरोप लगते रहे हैं। 

    सावरकर द्वारा प्रारंभ किया गया हिंदू राष्ट्र की स्थापना का काम अगर संघ-भाजपा द्वारा किसी भी क़ीमत पर पूरा किया जाना है तो सत्तारूढ़ संगठनों की वैचारिक प्रतिबद्धता राहुल की सक्रियता को भी उतनी ही बाधक मानेगी जितना महात्मा गांधी की सक्रियता को माना जाता था। वक़्त का तक़ाज़ा है जिस तरह राहुल ने अपनी टी-शर्ट का रंग बदल लिया है अब अपनी रणनीति भी बदल डालें!

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleफडणवीस के पास ही रहा गृह विभाग, शिंदे को शहरी, निर्माण, आवास मंत्रालय मिले
    Next Article South Indian Food in Lucknow: लखनऊ में यहां मिलेगा आपको ऑथेंटिक साउथ इंडियन खाना, कम दाम और स्वादिष्ट व्यंजन

    Related Posts

    ट्रंप की तकरीर से NATO में दरार!

    June 25, 2025

    ईरान ने माना- उसके परमाणु ठिकानों को काफी नुकसान हुआ, आकलन हो रहा है

    June 25, 2025

    Satya Hindi News Bulletin। 25 जून, शाम तक की ख़बरें

    June 25, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    मूंग की फसल पर लगा रसायनिक होने का दाग एमपी के किसानों के लिए बनेगा मुसीबत?

    June 22, 2025

    केरल की जमींदार बेटी से छिंदवाड़ा की मदर टेरेसा तक: दयाबाई की कहानी

    June 12, 2025

    जाल में उलझा जीवन: बदहाली, बेरोज़गारी और पहचान के संकट से जूझता फाका

    June 2, 2025

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    MECL में निकली भर्ती, उम्मीवार ऐसे करें आवेदन, जानें क्या है योग्यता

    June 13, 2025

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.