Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • असम: रहीमा बेगम को ‘बांग्लादेश में धकेला’, ग़लती पता चली तो वापस लाया
    • विमान गिरने के मामले में मोदी सरकार ने देश को गुमराह कियाः खड़गे
    • Satya Hindi News Bulletin। 31 मई, सुबह तक की ख़बरें
    • बड़े मुद्दों पर चुप क्यों रहते हैं बॉलीवुड सितारे?
    • धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर
    • ऑपरेशन सिंदूर पर बॉलीवुड सितारों में सन्नाटा क्यों है?
    • ‘लव जिहाद’ के झूठे जाल में फंसा साक़िब, 5 साल बाद मिला इन्साफ़
    • लव जिहाद का पहला मामला यूपी कोर्ट में धराशायी, योगी सरकार लाई थी कानून
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » भोपाल में कल्याणनगर के रहवासी 8 साल से कर रहे हैं नाला बनने का इंतज़ार
    ग्राउंड रिपोर्ट

    भोपाल में कल्याणनगर के रहवासी 8 साल से कर रहे हैं नाला बनने का इंतज़ार

    Janta YojanaBy Janta YojanaJune 28, 2024Updated:August 11, 2024No Comments6 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

    भोपाल में मानसून पहुँच चुका है. गर्मी से तप रहे भोपाल के लिए यह मानसून राहत देने वाला होगा. मगर 26 वर्षीय विजय के लिए मानसून ऐसा नहीं है. वह जानते हैं कि मानसून आते ही उनका काम कई दिनों तक ठप्प रहेगा. गन्दा पानी न  सिर्फ़ घर में घुसेगा बल्कि पीने का साफ़ पानी मिलना भी मुश्किल हो जाएगा. 

    विजय भोपाल से मात्र 9 किमी दूर कल्याणनगर में रहते हैं. मगर उनकी स्थिती को इस पते से समझिए कि ‘विजय कल्याणनगर में एक कच्चे नाले के किनारे रहते हैं.’

    यह नाला बदबूदार कचरे से पटा पड़ा है. यह कचरा अलग-अलग समय में पानी के साथ बहकर आया है जो अब विजय के घर के सामने इकठ्ठा हो गया है. 3 दिन पहले ही प्री-मानसून की बारिश में कल्याणनगर जलमग्न हो गया था. 

    इसे बताते हुए यहाँ के एक अन्य नागरिक कैलाश विश्वकर्मा (40) बेहद हल्के ढंग से कहते हैं,

    “यह तो हर साल की कहानी है. थोड़ा सा पानी गिरता है तो हमारे घर डूब जाते हैं.” 

    मानसून में कल्याणनगर के घरों में नाले का पानी भर जाता है

    आजीविका पर असर

    कैलाश एक दुकान में वेल्डिंग का काम करते हैं. मगर बारिश के दिनों में वो अक्सर अपने काम पर नहीं जा पाते हैं. वह कहते हैं कि पानी भरने के बाद घर की साफ़-सफाई करते हुए अक्सर उनकी तबियत ख़राब हो जाती है.

    आजीविका पर मानसून की ऐसी ही मार विजय पर भी पड़ती है. विजय रैपिडो बाइक चलाते हैं मगर मानसून में उनके मोहल्ले और घर में ऐसा पानी भरता है कि बाइक निकालना उनके लिए मुश्किल हो जाता है. 

    विजय बताते हैं कि वह एक दिन में 500 से 700 रूपए तक कमा लेते हैं. इससे उनके परिवार को आर्थिक मदद हो जाती है. मगर मानसून में उनकी इस कमाई पर पानी फिर जाता है,

    “बारिश शुरू होती है तो महीने में 10 से 12 दिन काम पर नहीं जा पाता हूँ. हम रोज़ कमा कर खाने वाले लोग हैं ऐसे में इतने दिन का नुकसान हमारे लिए बड़ा है.”

    दरअसल विजय के घर के सामने एक कच्चा रास्ता है जिसे पार करके ही मुख्य सड़क तक पहुंचा जा सकता है. मगर नाले के बगल में स्थित यह रास्ता बारिश के दिनों में पानी भरने से बंद हो जाता है. स्थानीय लोगों ने हमें बताया कि पहले यह पूरा रास्ता असमतल था जिससे पानी उतरने के बाद भी निकलना कठिन होता था. 

    पाइपलाइन में छेद होने के चलते बारिश में पीने के पानी में नाले का पानी मिल जाता है

    कच्चा रास्ता और दूषित पानी

    लेकिन मोहल्ले के लोगों ने आपसी सहयोग से खुद से ही यह रास्ता बनवाया है. मुकेश कुमार साहू को यहाँ रहते हुए 20 साल से भी ज़्यादा समय हो चुका है. वह कहते हैं कि उन्होंने कई पार्षदों को इस रास्ते के निर्माण के लिए आवेदन दिया मगर नतीज़ा निल बटे शून्य ही रहा.

    “10 साल पहले हम लोगों ने ही मिलकर इस रास्ते को बनवाया. इसमें 10 से 12 हज़ार का खर्च आया था. पार्षद से कह-कहकर हम थक गए थे. कोई सुनने वाला नहीं था.”  

    इसी पतले से रास्ते में ही पीने के पानी की पाइपलाइन बिछी हुई है. मुमताज़ खान यहाँ 3 साल पहले ही रहने आई हैं. उन्होंने हाल ही में 10 हज़ार रूपए संपत्ति कर जमा करके नल का कनेक्शन लगवाया है. मगर वह शिकायत करते हुए कहती हैं,

    “बारिश के दिनों में बदबूदार पानी आता है. इसे पीना तो दूर कोई नहा भी नहीं सकता.”

    वहीँ विजय के घर के सामने स्थित पाइपलाइन में बड़े-बड़े छेद दिखाई देते हैं. इनमें मोटर लगाकर ही वह पानी भरते हैं. मगर इन छेदों के चलते बाढ़ आने पर नाले का पानी इसमें मिल जाता है. इससे न सिर्फ पीने के पानी की किल्लत होती है बल्कि बिमारी फैलने का ख़तरा भी बढ़ जाता है. मुमताज़ बताती हैं कि उनके बच्चे गंदगी के कारण अक्सर बीमार पड़ जाते हैं.

    इस पर और जानकारी देते हुए विजय बताते हैं कि नगर पालिका द्वारा जो पाइपलाइन बिछाई गई थी नाले में आई बाढ़ के चलते वह ख़राब हो गई थी. उसके बाद पाइपलाइन की मरम्मत नहीं की गई जिससे पानी का बहाव अवरुद्ध हो रहा था. विजय कहते हैं,

    “…इसलिए हमने में पाइप से लगे हुए पाइप निकाल दिए. अब हम मेन लाइन में डायरेक्ट मोटर लगाकर ही पानी भर लेते हैं.”  

    गंदे नाले और ख़राब पड़ी पाइपलाइन के चलते कल्याण नगर के रहवासी गन्दा पानी इस्तेमाल करने को मजबूर हैं

    गौरतलब है कि भोपाल शहर में हर दिन 255.75 एमएलडी सीवेज घरेलू कचरे के रूप में निकलता है. मगर भोपाल में केवल 144 एमएलडी सीवेज ही ट्रीट हो पाता है. ऐसे में यह नाले सीवेज से बुरी तरह भरे होते हैं. 

    कल्याण नगर के इस नाले में बाढ़ आने और फिर यहाँ पानी भर जाने का एक प्रत्यक्ष कारण नाले में भारी मात्रा में कचरे का होना भी है. स्थानीय लोग भी इसी के चोक होने को अपने परेशानी का प्रमुख कारण मानते हैं. लोगों का कहना है कि लगभग 8 सालों से इस नाले की सफाई नहीं हुई है. 

    इस मामले में आधिकारिक पक्ष जानने के लिए हमने भोपाल नगर निगम के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की है. संपर्क होने पर खबर को अपडेट कर दिया जाएगा.

    भोपाल में मानसून की बारिश जैसे ही रोज़ाना होना शुरू होगी वैसे ही पानी भरने की कहानियाँ आम हो जाएंगी. ऐसे में स्थानीय नगर निगम से यह आपेक्षित था कि नालों की साफ़ सफाई की जाएगी. मगर कल्याण नगर का उदाहरण यह दिखाता है कि नगर निगम ने इस साल भी अपनी ज़िम्मेदारियों को पूरा करने का काम नहीं किया है.

    यह भी पढ़ें

    Bhopal Tree Cutting: माननीयों के आवास के लिए कटेंगे 29 हज़ार पेड़
    जल गंगा संवर्धन अभियान: समसगढ़ की बावड़ियों की कब सुध लेगा प्रशासन?
    “ज़्यादा गर्मी में हम भले ही मर जाएँ लेकिन ये काम करना ही पड़ेगा”
    अमृतकाल में ‘सरोवर’ की राह ताकते मध्य प्रदेश के गाँव

    पर्यावरण से जुड़ी खबरों के लिए आप ग्राउंड रिपोर्ट को फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम, यूट्यूब और वॉट्सएप पर फॉलो कर सकते हैं। अगर आप हमारा साप्ताहिक न्यूज़लेटर अपने ईमेल पर पाना चाहते हैं तो यहां क्लिक करें।

    पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन से जुड़ी जटिल शब्दावली सरल भाषा में समझने के लिए पढ़िए हमारी क्लाईमेट ग्लॉसरी

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous Articleशहर भी तरस रहा है पानी के लिए
    Next Article पुराने पेड़ों को काट कर 51 लाख पौधे लगाएगा इंदौर, अमित शाह लेंगे भाग
    Janta Yojana

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    Related Posts

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025

    सरकार की वादा-खिलाफी से जूझते सतपुड़ा के विस्थापित आदिवासी

    May 14, 2025

    दीपचंद सौर: बुंदेलखंड, वृद्ध दंपत्ति और पांच कुओं की कहानी

    May 3, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.