
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह ईरान के साथ परमाणु मामले का “वास्तविक अंत” चाहते हैं। उन्होंने संकेत दिया कि वह वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों को ईरान भेज सकते हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर सीबीएस न्यूज के एक रिपोर्टर द्वारा पोस्ट की गई टिप्पणियों के अनुसार, उन्होंने यह टिप्पणी कनाडा से आधी रात को प्रस्थान के दौरान की, जहां उन्होंने सोमवार को ग्रुप ऑफ सेवन नेशंस के शिखर सम्मेलन में भाग लिया।
ट्रम्प ने कहा की कि इसराइल ईरान पर अपने हमलों में कमी नहीं लाएगा। सीबीएस पत्रकार ने एयर फोर्स वन पर ट्रम्प के हवाले से कहा, “आपको अगले दो दिनों में पता चल जाएगा। आपको पता चल जाएगा। अभी तक किसी ने भी हमले धीमे नहीं किए हैं।” उन्होंने कहा, “मैं ऐसा कर सकता हूँ।” उन्होंने संकेत दिया कि ईरान के अधिकारियों से मिलने के लिए हम मिडिल ईस्ट दूत स्टीव विटकॉफ या उपराष्ट्रपति जेडी वेंस को भेज सकते हैं। पोलिटिको की रिपोर्ट के अनुसार, ट्रम्प ईरान द्वारा “पूरी तरह से हार मानने” की उम्मीद कर रहे हैं।
एक अन्य न्यूज एजेंसी ने व्हाइट हाउस के चार सूत्रों के हवाले से बताया कि मिडिल ईस्ट में अमेरिकी दूत स्टीव विटकॉफ़ और ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची के बीच इस बैठक की संभावना पर मंथन चल रहा है। यह बैठक इसी सप्ताह हो सकती है।
ट्रम्प प्रशासन का कहना है कि राष्ट्रपति अभी भी ईरान के साथ परमाणु समझौते का लक्ष्य बना रहे हैं, भले ही सैन्य टकराव सामने आ रहा हो। जी-7 शिखर सम्मेलन में विश्व नेताओं की बैठक में इसराइल ईरान से संघर्ष को कम करने का आह्वान किया गया, जिसमें कहा गया कि ईरान अस्थिरता का स्रोत है और उसके पास कभी भी परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए, जबकि इसराइल के आत्मरक्षा के अधिकार की वकालत की गई।
अमेरिकी रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने फॉक्स न्यूज पर कहा, “राष्ट्रपति ट्रम्प अब भी शांति की आशा रखते हैं।” उन्होंने स्पष्ट किया कि अमेरिका अब भी बातचीत को तरजीह दे रहा है।
सूत्रों के अनुसार, सोमवार को ही ट्रम्प प्रशासन ने ईरान के साथ संभावित बैठक पर चर्चा की थी। G7 सम्मेलन के दौरान ट्रम्प ने कहा, “हम फोन पर बात कर रहे हैं, लेकिन आमने-सामने बात करना बेहतर है।” उन्होंने उम्मीद जताई कि ईरान समझौते के लिए राज़ी होगा। मुझे लगता है कि एक डील साइन होगी। ईरान के लिए यह समझदारी होगी।”
हालांकि फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने पत्रकारों से कहा कि ट्रम्प ने अन्य नेताओं से ईरान और इसराइल के बीच युद्धविराम की जरूरत पर बात की। उन्होंने कहा, “अमेरिका ने ईरान से मिलने का प्रस्ताव रखा है। अब देखते हैं आगे क्या होता है।” लेकिन ट्रम्प ने फौरन ही मैक्रों का मजाक उड़ाते हुए कहा कि वो किसी बड़े मिशन पर जी 7 सम्मेलन छोड़कर जा रहे हैं। मैक्रों ने प्रचार पाने के लिए यह बात कही है। लेकिन जल्द ही मैक्रों की बात सही निकली कि ट्रम्प ईरान के साथ समझौते के लिए काम कर रहे हैं।