कट्टरपंथी एक सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर कंचन कुमारी के खुलेपन और बिंदास अंदाज वाले विचारों को बर्दाश्त नहीं कर पाए! उनका दुस्साहस देखिए कि खुलेआम हत्या की बात कबूल कर रहे हैं! दरअसल, कार में मृत पाई गई लुधियाना की कंचन कुमारी की हत्या की ज़िम्मेदारी अमृत पाल सिंह महरों ने ली है। इसको लेकर महरों ने अपने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट की है। उस पोस्ट में महरों ने लिखा कि ‘खालसा’ कभी स्त्रियों पर हमला नहीं करता है पर जब किसी औरत ने तख्त पर हमला किया तो उसे मार दिया गया। उसने लिखा कि कंचन ने सिखों के इतिहास और संस्कृति को बदनाम करने के लिए ‘कौर’ नाम का बेजा इस्तेमाल किया, उसे भी सजा दी गई।
आरोप है कि कमल कौर की हत्या की साजिश अमृतपाल सिंह महरों ने अपने दो साथियों जसप्रीत सिंह और निमरतजीत सिंह के साथ मिलकर की। उसने पहले भी कंचन को धमकाया था। कंचन कुमारी एक सोशल मीडिया इन्फ़्लुएन्सर थीं जो इंस्टाग्राम पर कमल कौर भाभी के नाम से प्रसिद्ध थीं। उनके लगभग चार लाख फॉलोअर थे। कमल कौर के और भी सोशल मीडिया अकाउंट थे। एक अन्य अकाउंट ‘कमर कौर लाइव’ पर उनके लगभग 16 हजार फॉलोअर थे।
कंचन अक्सर अपने वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया करती थीं। उनके वीडियो पर कट्टरपंथी सिख समुदाय काफ़ी नाराज़ रहता था। कट्टरपंथी समुदाय को कंचन के वीडियो अश्लील नज़र आते। कंचन ने अपने कमल कौर भाभी अकाउंट पर आखिरी पोस्ट लगभग चार दिन पहले की है। इस पोस्ट में उन्होंने एक काली टीशर्ट पहनी हुई है और अंग्रेजी-पंजाबी मिक्स भाषा में लिखा है ‘कोई प्रेम नहीं, कोई भाव नहीं, कोई रतिसंयोग नहीं, केवल शक-शक-शक…’।
कंचन के सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला जाए तो ऐसे ही कई वीडियो मिल जाएंगे। कई बार दो तरह के अर्थों से भरे हुए उनके संवाद को लेकर उन्हें खालिस्तानी कट्टरपंथी अर्श डाला ने भी धमकी दी थी। इन धमकियों में उनसे बार-बार कहा जा रहा था कि अश्लील कंटेन्ट न पोस्ट किया करें, जबकि कंचन काफी बिंदास थीं। वे अपनी बात खुलकर रखा करती थीं। कंचन के कई वीडियो कॉमेडी का पुट लिए हुए भी होते थे।
कंचन की माँ के मुताबिक़ 9 जून को कंचन अपनी माँ को किसी प्रमोशन के लिए बठिंडा जाने की बात कहकर निकली थी। उसके बाद उनकी लाश बिना नंबर की एक गाड़ी में ख़राब हालत में मिली थी।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि अमृतपाल 7 जून को कंचन के घर पहुंचा था जहां उसने कंचन से प्रमोशन का कोई काम करने की बात कही थी। अगले दिन वह फिर कंचन के पास पहुँचा और उसे बठिंडा आने के लिए मना लिया। बताया जा रहा है कि अमृतपाल सिंह महरों ने 9 जून को फिर से कंचन से संपर्क किया और वह मान गई। उस रात 11 बजे के बाद उसकी मां का उससे कोई संपर्क नहीं रहा।
इस मामले में सिटी एसएसपी ने दावा किया है कि आरोपी ने उसे कार की मरम्मत करवाने के बहाने एक वर्कशॉप में भी बुलाया था। आरोप है कि बहस के दौरान जसप्रीत ने अपनी कमरबंद निकाल कर उससे कंचन का गला घोंट दिया। पुलिस का कहना है कि इस हत्या की योजना पहले ही बना ली गई थी जिसे बड़ी कुशलता से अंजाम दिया गया। बाद में पुलिस को गुमराह करने के लिए शव को उसकी कार में फेंक दिया गया।
गौरतलब है कि भारत में महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध की संख्या लगातार बढ़ रही है। महिलाओं के ख़िलाफ़ अपराध में दहेज हत्या, प्रेम में हत्या, छेड़-छाड़, बलात्कार के साथ ही ऑनर किलिंग भी शामिल है।
गृह मंत्रालय द्वारा 11 मार्च 2025 को लोकसभा में एक जवाब में बताया गया कि केवल 2020 से 2022 के बीच देश में लगभग 100 हत्याएँ ऑनर किलिंग के नाम पर हुईं। इसमें सबसे अधिक 16 हत्याएँ पंजाब और झारखंड में दर्ज की गईं।