कैनेडियन रॉकीज के कनानास्किस में आयोजित 51वें जी7 शिखर सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच समय से पहले सम्मेलन छोड़ दिया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पुष्टि की कि ट्रम्प मध्य पूर्व की स्थिति के कारण जी7 नेताओं के साथ रात्रिभोज के बाद वाशिंगटन लौट रहे हैं।
ट्रम्प ने जी7 सम्मेलन के दौरान संवाददाताओं से कहा, “मुझे जल्दी वापस जाना होगा, यह बहुत महत्वपूर्ण है।” उन्होंने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर ईरान की राजधानी तेहरान के निवासियों से “तुरंत शहर खाली करने” की चेतावनी दी, जिससे अटकलें तेज हो गईं कि अमेरिका इसराइल के साथ मिलकर ईरान पर सैन्य कार्रवाई की योजना बना सकता है। हालांकि, व्हाइट हाउस और पेंटागन ने स्पष्ट किया कि अमेरिकी सेना केवल रक्षात्मक स्थिति में है और अभी युद्ध में शामिल होने की कोई योजना नहीं है।
ट्रम्प ने सम्मेलन में कहा कि ईरान ने मध्यस्थों के माध्यम से संदेश भेजे हैं कि वह इसराइल के साथ तनाव कम करना चाहता है। उन्होंने ईरान को तत्काल बातचीत शुरू करने की सलाह दी, यह कहते हुए कि “ईरान यह युद्ध नहीं जीत रहा, और उन्हें बात करनी चाहिए, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए।”
फ्रांस के राष्ट्रपति का दावा: ट्रम्प ने की युद्धविराम की पेशकश
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने संवाददाताओं से कहा कि ट्रम्प ने इसराइल और ईरान के बीच युद्धविराम के लिए एक “प्रस्ताव” दिया है, जो व्यापक बातचीत की शुरुआत कर सकता है। मैक्रों ने कहा, “यदि अमेरिका युद्धविराम हासिल कर लेता है, तो यह बहुत अच्छी बात होगी। फ्रांस इसका समर्थन करेगा।” हालांकि, ट्रम्प ने बाद में ट्रुथ सोशल पर मैक्रों के इस दावे का खंडन किया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह युद्धविराम के लिए नहीं, बल्कि “कहीं अधिक बड़े” कारण से वाशिंगटन लौट रहे हैं। उन्होंने मैक्रों पर “प्रचार की तलाश” का आरोप भी लगाया।
जी7 का प्रस्ताव
सोमवार देर रात, जी7 नेताओं ने एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें इसराइल-ईरान संघर्ष में “तनाव कम करने” और गाजा में युद्धविराम की अपील की गई। बयान में कहा गया, “हम इसराइल के आत्मरक्षा के अधिकार की पुष्टि करते हैं। हम यह भी दोहराते हैं कि ईरान को कभी भी परमाणु हथियार हासिल नहीं करने दिया जाएगा। हम आग्रह करते हैं कि ईरानी संकट का समाधान मध्य पूर्व में व्यापक तनाव कम करने की दिशा में ले जाए, जिसमें ग़ज़ा में युद्धविराम शामिल है।”
हालांकि, शुरुआत में एक अमेरिकी अधिकारी ने रॉयटर्स को बताया था कि ट्रम्प इस बयान पर हस्ताक्षर नहीं करेंगे, लेकिन अंततः मसौदे में बदलाव के बाद ट्रम्प ने इस पर सहमति जताई। यह बयान जी7 की एकता को बनाए रखने के लिए एक कूटनीतिक समझौता था, हालांकि इसकी भाषा को कुछ हद तक कमजोर माना गया।
इसराइल-ईरान संघर्ष की ताजा स्थिति
इसराइल और ईरान के बीच पांच दिनों से हवाई हमले जारी हैं। इसराइल ने ईरान के सैन्य ठिकानों, विशेष रूप से परमाणु और बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रमों को निशाना बनाया है, जबकि ईरान ने तेल अवीव और हाइफा पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए। ईरानी सरकारी मीडिया के अनुसार, इसराइली हमलों में कम से कम 224 लोग मारे गए हैं, जबकि इसराइल में 24 लोगों की मौत हुई है।
इसराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उनके हमलों ने ईरान के परमाणु और मिसाइल कार्यक्रमों को “काफी नुकसान” पहुंचाया है, लेकिन “पूरी तरह नष्ट करने के लिए अभी और समय चाहिए।” नेतन्याहू ने यह भी संकेत दिया कि वह ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई को निशाना बनाने से इनकार नहीं कर रहे हैं।
जी7 में और क्या चर्चा हुई
हालांकि मिडिल ईस्ट संकट सम्मेलन पर हावी रहा, लेकिन जी7 नेताओं ने व्यापार, ऊर्जा सुरक्षा और यूक्रेन में चल रहे युद्ध जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। ट्रम्प ने ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर के साथ एक व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर किए, जिसमें यूके के ऑटो, स्टील और एल्यूमीनियम पर अमेरिकी टैरिफ हटाए गए। कनाडाई प्रधानमंत्री मार्क कार्नी के साथ भी ट्रम्प ने 30 दिनों के भीतर व्यापार समझौते पर बातचीत करने की प्रतिबद्धता जताई।
जी7 नेताओं ने वैश्विक ऊर्जा बाजारों की स्थिरता बनाए रखने के लिए तालमेल की प्रतिबद्धता जताई। ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने कहा, “संघर्ष के बढ़ने का जोखिम स्पष्ट है, और इसके क्षेत्रीय और वैश्विक प्रभाव बहुत बड़े हैं। इसलिए ध्यान तनाव कम करने पर होना चाहिए।”
हालांकि, ट्रम्प की जल्दी वापसी और तेहरान को खाली करने की उनकी चेतावनी ने ईरान में अराजकता पैदा कर दी है, जहां लोग बड़े पैमाने पर शहर छोड़ रहे हैं। यह देखना बाकी है कि क्या ट्रम्प की कथित युद्धविराम पेशकश और जी7 का तनाव कम करने का आह्वान क्षेत्र में शांति ला सकता है, या यह संघर्ष और गहराएगा।