
Hawaii Island 14 February History
Hawaii Island�Independance History: हवाई, जो प्रशांत महासागर में स्थित एक द्वीप समूह है, आज अमेरिका का 50वां राज्य है। लेकिन इसका अमेरिकी संघ में शामिल होने का सफर एक जटिल और विवादित इतिहास से भरा हुआ है। 14 फरवरी, 1893 को हवाई की सत्ता में एक बड़ा परिवर्तन हुआ, जिसने इसके भविष्य को हमेशा के लिए बदल दिया। इस लेख में हम विस्तार से हवाई पर अमेरिकी अधिग्रहण, उसके राजनीतिक कदमों, उसके प्रभाव और वर्तमान परिप्रेक्ष्य की चर्चा करेंगे।
हवाई का प्रारंभिक इतिहास
हवाई द्वीपसमूह का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। यह द्वीप पहले पोलिनेशियाई नाविकों द्वारा बसाया गया था और कालांतर में यहाँ एक संगठित राजशाही की स्थापना हुई। 18वीं शताब्दी के अंत में, किंग कामेहामेहा प्रथम ने इन द्वीपों को एकीकृत कर एक स्वतंत्र हवाई राष्ट्र की स्थापना की।

19वीं शताब्दी में हवाई व्यापार और सैन्य दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण बन गया। यूरोपीय और अमेरिकी व्यापारियों, मिशनरियों और चीनी श्रमिकों का प्रवाह बढ़ा। इस दौरान हवाई की अर्थव्यवस्था मुख्यतः गन्ने और अनानास की खेती पर निर्भर थी और इसमें अमेरिकी कंपनियों की भारी भागीदारी थी।
अमेरिका की हवाई में बढ़ती रुचि
अमेरिका ने 19वीं शताब्दी के मध्य तक हवाई में व्यापार और सैन्य हित स्थापित कर लिए थे। 1875 में अमेरिका और हवाई के बीच ‘रिक्रिप्रोसिटी ट्रीटी’ (Reciprocity Treaty) पर हस्ताक्षर किए गए, जिससे हवाई को अमेरिकी बाजारों तक कर-मुक्त पहुंच मिली। 1887 में ‘पर्ल हार्बर’ को अमेरिकी नौसेना अड्डे के रूप में उपयोग करने की अनुमति दी गई।

1887 में, अमेरिकी व्यापारिक हितों और स्थानीय अमेरिकी मूल के निवासियों के दबाव में हवाई के राजा कलाईकौआ को ‘बायोनेट संविधान’ पर हस्ताक्षर करने के लिए मजबूर किया गया। इस संविधान ने हवाई के राजा की शक्ति को सीमित कर दिया और अमेरिका समर्थित गन्ना व्यापारियों और मिशनरियों को अधिक शक्ति प्रदान की।
14 फरवरी, 1893 की घटनाएँ
- 1891 में राजा कलाईकौआ की मृत्यु के बाद, उनकी बहन लिलियूकलानी हवाई की नई रानी बनीं। उन्होंने अपने राष्ट्र की स्वतंत्रता को पुनः सशक्त करने का प्रयास किया और बायोनेट संविधान को समाप्त करने का संकल्प लिया। यह निर्णय हवाई में अमेरिकी व्यापारियों और सैन्य बलों के लिए अस्वीकार्य था।
- जनवरी 1893 में, अमेरिकी गन्ना व्यापारियों और उनके समर्थकों ने रानी को हटाने की साजिश रची। 16 जनवरी, 1893 को, अमेरिकी नौसेना के सैनिकों ने हवाई की राजधानी होनोलूलू में प्रवेश किया। 17 जनवरी, 1893 को अमेरिका समर्थित व्यापारियों ने रानी लिलियूकलानी को पद से हटा दिया और एक अस्थायी सरकार की स्थापना कर दी।
- 14 फरवरी, 1893 को अमेरिकी सरकार और राष्ट्रपति बेंजामिन हैरिसन ने हवाई को अमेरिका में विलय करने की योजना को समर्थन देना शुरू किया। हालांकि, राष्ट्रपति ग्रोवर क्लीवलैंड, जो मार्च 1893 में पद ग्रहण करने वाले थे, इस विलय के विरोध में थे। उन्होंने कहा कि हवाई पर अमेरिकी अधिग्रहण अनैतिक था और उन्होंने रानी लिलियूकलानी को सत्ता में बहाल करने की मांग की। लेकिन अमेरिका समर्थित अस्थायी सरकार ने इस मांग को ठुकरा दिया।
- 1894 में, सैनफोर्ड बी. डोल के नेतृत्व में हवाई को एक स्वतंत्र गणराज्य घोषित कर दिया गया। लेकिन यह स्थिति अधिक समय तक नहीं रही। 1898 में अमेरिका और स्पेन के बीच युद्ध हुआ, और प्रशांत महासागर में सैन्य शक्ति बढ़ाने के लिए अमेरिका ने हवाई को एक रणनीतिक अड्डे के रूप में देखा।
- 1898 में ‘न्यूलैंड्स रिजॉल्यूशन’ के तहत, अमेरिकी कांग्रेस ने हवाई को अमेरिका में विलय करने के लिए प्रस्ताव पारित किया। 12 अगस्त, 1898 को, हवाई औपचारिक रूप से अमेरिका का एक क्षेत्र बन गया। 1959 में एक जनमत संग्रह के बाद, हवाई को अमेरिका का 50वां राज्य घोषित किया गया।
हवाई अपनी प्राकृतिक सुंदरता, सांस्कृतिक विरासत, और रणनीतिक महत्व के कारण दुनिया भर में प्रसिद्ध है। इसके प्रसिद्ध होने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
1. प्राकृतिक सौंदर्य और परिदृश्य
हवाई में अद्वितीय ज्वालामुखी, हरे-भरे वर्षावन, और खूबसूरत समुद्र तट हैं।हवाई ज्वालामुखी राष्ट्रीय उद्यान (Hawai’i Volcanoes National Park) में सक्रिय ज्वालामुखी किलाउआ और मौना लोआ स्थित हैं।प्रसिद्ध समुद्र तटों में वाइकिकी बीच, हानाउमा बे, और काउई द्वीप के नैपली तट शामिल हैं।

2. जलवायु और पर्यटन
हवाई में सालभर सुहावना मौसम रहता है, जो इसे पर्यटकों के लिए आदर्श बनाता है।यह अमेरिका और दुनिया के अन्य हिस्सों से पर्यटकों के लिए एक लोकप्रिय अवकाश गंतव्य है।
3. समृद्ध हवाईयन संस्कृति और इतिहास
हवाई की सांस्कृतिक धरोहर में पारंपरिक हुला नृत्य, हवाईयन संगीत, और लुओउ उत्सव शामिल हैं।

यहाँ की मूल पोलिनेशियन संस्कृति अद्वितीय है और अभी भी संरक्षित की जा रही है।पर्ल हार्बर का ऐतिहासिक महत्व भी हवाई को खास बनाता है।
4. सर्फिंग की जन्मस्थली
हवाई को सर्फिंग (Surfing) की जन्मभूमि माना जाता है और यहाँ की लहरें दुनिया के सर्वश्रेष्ठ सर्फर्स को आकर्षित करती हैं।नॉर्थ शोर, ओआहू में दुनिया की सबसे प्रसिद्ध सर्फिंग प्रतियोगिताएँ होती हैं।
5. अमेरिकी सैन्य रणनीतिक केंद्र
हवाई का पर्ल हार्बर अमेरिकी नौसेना का एक प्रमुख सैन्य अड्डा है।इसका ऐतिहासिक महत्व है, क्योंकि 7 दिसंबर, 1941 को जापान ने यहाँ हमला किया था, जिससे अमेरिका द्वितीय विश्व युद्ध में शामिल हुआ।
6. हॉलीवुड और फिल्म इंडस्ट्री
हवाई कई हॉलीवुड फिल्मों और टीवी सीरीज की शूटिंग का प्रमुख स्थान रहा है, जैसे जुरासिक पार्क, मूआना, लॉस्ट, और हवाई फाइव-ओ।

7. वन्यजीवन और जैव विविधता
हवाई में दुर्लभ वनस्पतियाँ और जीव पाए जाते हैं, जैसे होनू (हवाईयन ग्रीन सी टर्टल) और हवाईयन मोनेक सील।यह दुनिया के सबसे अलग-थलग द्वीपों में से एक होने के कारण जैव विविधता के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है।
8. लोकप्रिय हनीमून और शादी का स्थान
हवाई अपनी रोमांटिक प्राकृतिक सुंदरता के कारण हनीमून और डेस्टिनेशन वेडिंग के लिए प्रसिद्ध है।
वर्तमान परिप्रेक्ष्य
आज हवाई अमेरिका का एक महत्वपूर्ण राज्य है, जो पर्यटन, सैन्य रणनीति और सांस्कृतिक विरासत के लिए प्रसिद्ध है। हवाई की अर्थव्यवस्था मुख्यतः पर्यटन और रक्षा उद्योग पर निर्भर है।
हालांकि, हवाई के मूल निवासी (Native Hawaiians) अभी भी अपने ऐतिहासिक अधिकारों, भूमि स्वामित्व और सांस्कृतिक पहचान को बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। कुछ समुदाय अभी भी हवाई की संप्रभुता की पुनर्बहाली की मांग कर रहे हैं। 1993 में, अमेरिकी कांग्रेस ने एक औपचारिक माफी प्रस्ताव पारित किया, जिसमें यह स्वीकार किया गया कि अमेरिका ने हवाई की संप्रभुता का उल्लंघन किया था।

हाल ही में, जलवायु परिवर्तन और अति-पर्यटन से हवाई को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। हवाई में रहने की लागत बढ़ रही है, जिससे स्थानीय निवासियों के लिए जीवनयापन कठिन होता जा रहा है।
हवाई का अमेरिका में विलय एक जटिल राजनीतिक और ऐतिहासिक प्रक्रिया थी, जिसमें आर्थिक, सैन्य और रणनीतिक कारण प्रमुख थे। 14 फरवरी 1893 को शुरू हुई घटनाएँ अंततः हवाई को अमेरिका का हिस्सा बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मोड़ थीं। आज हवाई अमेरिका का अभिन्न हिस्सा है, लेकिन वहाँ के मूल निवासी अब भी अपनी संप्रभुता और सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने के प्रयास में लगे हुए हैं।
आधुनिक हवाई में ऐतिहासिक अन्यायों को सुधारने, पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखने और मूल निवासियों के अधिकारों की रक्षा करने की दिशा में सतत प्रयास जारी हैं।