इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के फिलिस्तीन कोर कमांडर सईद इज़ादी की शनिवार को IDF और रक्षा मंत्री इज़राइल कैट्ज़ ने मृत घोषित कर दिया। ईरान की राजधानी तेहरान के दक्षिण में स्थित शहर क़ुम में IAF के लड़ाकू विमानों द्वारा किए गए हमले में इज़ादी की मौत हो गई। इसराइली सेना ने कहा कि वह उन कुछ लोगों में से एक थे जो उस दिन के लिए हमास की योजनाओं के बारे में पहले से जानते थे।इसराइल का आरोप है कि इज़ादी की निगरानी में ग़ज़ा पट्टी और पश्चिमी तट दोनों जगहों पर ईरानी हथियारों की तस्करी और फ़िलिस्तीनी आतंकवादी समूहों को प्रशिक्षण दिया गया। उनके कार्यकाल में हमास के लिए ईरानी फंडिंग में भी वृद्धि हुई।खुफिया और आतंकवाद सूचना केंद्र (आईटीआईसी) के अनुसार, इज़ादी पर फ़िलिस्तीनी आतंकवादी संगठनों, लेबनान स्थित हिज़्बुल्लाह आतंकवादी संगठन और सीरिया में बशर अल-असद के शासन के बीच सहयोग और समन्वय का आयोजन करने का आरोप लगाया था। उन्होंने हमास के प्रमुख अधिकारियों के साथ आईआरजीसी और इस्लामिक रिपब्लिक के वरिष्ठ कमांडरों के बीच सहयोग का भी समन्वय किया।
कुद्स फोर्स के कमांडर को भी मारा
आईडीएफ ने शनिवार को बताया कि इसराइली वायुसेना के लड़ाकू विमानों ने इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स में कुद्स फोर्स के हथियार ट्रांसफर इकाई (यूनिट 190) के कमांडर बेहनाम शाहरियारी पर हमला किया और उन्हें मार गिराया। शाहरियारी की मौत पश्चिमी ईरान में यात्रा करते समय उनके वाहन में हुई, जो इजरायली क्षेत्र से 1,000 किलोमीटर से अधिक दूर है। वह ईरानी शासन से हिजबुल्लाह, हमास, हौथिस और अन्य सहित मध्य पूर्व में अपने प्रॉक्सी को सभी हथियारों के हस्तांतरण के लिए जिम्मेदार थे।
हाइफा पर हमला, 23 लोग घायल
होनोल में ईरान ने हमले किए हैं। लेकिन वहां से कोई जानकारी नहीं दी हई है। ईरान के हमलों ने पूरे उत्तरी और मध्य इसराइल को प्रभावित किया है, जिसमें तेल अवीव जैसे प्रमुख शहर शामिल हैं। होनोल जैसे क्षेत्रों में सायरन और आश्रय अलर्ट सक्रिय हैं। ईरान ने 13 जून 2025 से शुरू हुए इस संघर्ष में अब तक इसराइल पर 470 से अधिक बैलिस्टिक मिसाइलें और लगभग 1,000 ड्रोन दागे हैं। इन हमलों में 24 लोगों की मौत हुई और सैकड़ों घायल हुए। हाइफा में बज़ान तेल रिफाइनरी और रेहोवोत में वीज़मैन संस्थान जैसे महत्वपूर्ण नागरिक स्थलों को नुकसान पहुंचा है। बीरशेबा में एक डेकेयर सेंटर पर क्लस्टर बम से हमला हुआ, हालांकि वहां कोई हताहत नहीं हुआ।इसराइल ने “ऑपरेशन राइजिंग लायन” के तहत ईरान के परमाणु और सैन्य ठिकानों पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए हैं। इन हमलों में ईरान के नतांज़ और इस्फहान परमाणु सुविधाओं, खोंडाब भारी जल रिएक्टर, और सैन्य कमांडरों को निशाना बनाया गया। इजरायल का दावा है कि उसने ईरान के परमाणु कार्यक्रम को “कई साल पीछे” धकेल दिया है।क्षइसराइल में जहां अब तक 24 लोगों की मौत और सैकड़ों घायल हुए हैं, जबकि ईरान में 657 लोगों की मौत की सूचना है, जिनमें अधिकांश नागरिक हैं। इसराइल के तेल अवीव, बीरशेबा, और पेटाह तिक्वा जैसे शहरों में आवासीय और वाणिज्यिक इमारतों को भारी नुकसान हुआ है।