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Lucknow News: बुधवार को समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल ने मुख्य निर्वाचन अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है। इस ज्ञापन में कुंदरकी उपचुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए मंडलायुक्त से लेकर कई थानेदारों तक पर कार्रवाई करने की मांग की गई है। ज्ञापन में बताया गया कि 20 नवम्बर 2024 को कुन्दरकी उपचुनाव में मतदान के दिन वोट डालने से रोकने वाले पुलिस कर्मियों व प्रशासन के लोगों तथा मण्डलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह, कुन्दरकी थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार सेहरावत, चौकी इंचार्ज राजनाथ सिंह, उपनिरीक्षक अनिल कुमार सिंह व जयवीर सिंह व मैनाठेर के थानाध्यक्ष किरण पाल सिंह व बिलारी के उपजिलाधिकारी विनय कुमार, खण्ड विकास अधिकारी सहित रिटर्निंग ऑफिसर के विरुद्ध कठोर, दण्डात्मक कार्यवाही की जाए जिससे भारत निर्वाचन आयोग की विश्वसनीयता व निष्पक्षता पर प्रश्न चिन्ह न लगे।
पुलिस-प्रशासन ने मतदाताओं को रोका
चुनाव आयोग में सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया कि जनपद मुरादाबाद 29-कुन्दरकी विधान सभा उप-निर्वाचन क्षेत्र में 20 नवम्बर 2024 को मतदान के दिन पुलिस कर्मियों व प्रशासन के लोगों द्वारा बहुत बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के समर्थक, मतदाताओं विशेषकर मुस्लिम मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया। अधिकांश बूथों पर समाजवादी पार्टी के पोलिंग एजेन्ट भी नही बनने दिए गए। जिन बूथों पर समाजवादी पार्टी के पोलिंग एजेन्ट बन गये वहाँ से मतदान शुरू होते ही समाजवादी पार्टी के पोलिंग एजेंटों को मतदान कक्ष से बाहर निकाल दिया गया।
रात में घर जाकर सपा के लोगों को धमकाया
आरोप है कि समाजवादी पार्टी के समर्थक मतदाताओं विशेषकर समाजवादी बूथों में पुलिस द्वारा मतदान से पहले रात में घर-घर जाकर डराया धमकाया गया। घर से नहीं निकलने की चेतावनी दी गयी तथा मतदान के दिन 20 नवम्बर 2024 को गाँव के रास्तों पर बैरिकेडिंग बनाकर भारी पुलिस फोर्स व सीमा सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए। इस दौरान�किसी भी मतदाता को गाँव से बाहर निकलने नहीं दिया गया। यह भी आरोप है कि पुलिस कर्मियों एवं प्रशासन के लोगों द्वारा सपा समर्थक मतदाताओं की आईडी जमा करा ली गई। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी व समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष द्वारा इसकी लिखित शिकायत रिटर्निंग अफसर/जिला निर्वाचन अधिकारी/प्रेक्षक से की गयी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पुलिस ने जबरन रोके वाहन
सपा की तरफ से सौंपे गए ज्ञापन में यह भी कहा गया कि नाम वापसी के बाद समाजवादी पार्टी के अनुमति प्राप्त प्रचार वाहनों को पुलिस द्वारा जबरन रोका गया। ड्राइवरों को मारा पीटा गया, प्रचार वाहनों को थानों में बन्द कर दिया गया जिसकी लिखित शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। रिटर्निंग ऑफिसर ने विधि विरुद्ध ढंग से समाजवादी पार्टी के�समर्थक व कार्यकर्ताओं को गुण्डा एक्ट व शांति भंग की नोटिस देकर उन्हें भयभीत करने का काम किया है। रिटर्निग ऑफिसर ने जिस एक्ट के अन्तर्गत नोटिस जारी की वह एक्ट लोकसभा/राज्यसभा से पहले ही समाप्त हो चुका है। बीएलओ द्वारा सपा समर्थक विशेषकर मुस्लिम मतदाता बाहुल्य आबादी में मतदाता पर्ची बांटी नहीं गई जिसकी लिखित शिकायत की गई फिर भी मतदाता पर्ची नहीं बंटी। मतदान के दिन पिंक कलर की पर्ची से मतदान कराया गया। ये पिंक कलर की मतदाता पर्ची भाजपा प्रत्याशी द्वारा प्रिन्ट करवाई थी जिसकी लिखित शिकायत की गई इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। सादी पर्ची से लोगों को वोट भी नहीं डालने दिया गया।
पुलिस पूछ रही थी पार्टी का नाम, फाड़ रही थी पर्ची
सपा की तरफ से एक और आरोप लगाते हुआ बताया गया कि मतदान के दिन मतदान केन्द्र के पास पुलिस कर्मियों द्वारा मतदाताओं से किस पार्टी को वोट देना है इस बारे में पूछा जाता था। मतदाता द्वारा सपा का नाम लेने पर पुलिस पर्ची फाड़कर भगा देती थी। मतदान के दिन वास्तविक मतदाताओं को वोट डालने से रोका गया और बाहरी लोगों को बुलाकर वोट डलवाया गया।
शिकायतों के बावजूद कार्रवाई नहीं
आरोप है कि समाजवादी पार्टी की तरफ से दिनांक 26.10.2024, 3.11.2024, 7.11.2024, 10.11.2024 को लिखित शिकायत मुख्य निर्वाचन अधिकारी उ0प्र0 से की गई। इसमें मण्डलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह, कुन्दरकी थानाध्यक्ष प्रदीप कुमार सेहरावत, चौकी इंचार्ज राजनाथ सिंह, उपनिरीक्षक अनिल कुमार व जयवीर सिंह, मैनाठेर थानाध्यक्ष किरणपाल सिंह, बिलारी के उपजिलाधिकारी विनय कुमार व खण्ड विकास अधिकारी के खिलाफ चुनाव को प्रभावित करने की लिखित शिकायत की गयी, थानाध्यक्ष किरणपाल सिंह की पुलिस ड्रेस में भाजपा का प्रचार करते हुए फोटो सहित शिकायत की गई फिर भी कोई कार्रवाई�नहीं हुई।