
Lord Shiva & Shivratri (Photo Credit – Social Media)
Mahashivratri Famous Shiv Temples: भारत, देवताओं की भूमि मानी जाती है, और यहां भगवान शिव की आराधना विशेष रूप से महत्वपूर्ण मानी जाती है। हिंदू धर्म में शिव को संहार और सृजन के देवता माना जाता है। भगवान शिव की पूजा अनेक मंदिरों में की जाती है, जिनमें 12 ज्योतिर्लिंग विशेष महत्व रखते हैं। इसके अलावा, कई अन्य प्रसिद्ध शिव मंदिर भी हैं, जहां भक्तजन बड़ी श्रद्धा के साथ पूजन-अर्चन करते हैं। महाशिवरात्रि का पर्व इन मंदिरों में विशेष उल्लास और भक्ति के साथ मनाया जाता है। इस लेख में, हम भारत के प्रमुख शिव मंदिरों और उनमें महाशिवरात्रि के भव्य उत्सव का वर्णन करेंगे।
12 ज्योतिर्लिंग के रूप में शिव के दिव्य रूप

हिंदू धर्म में 12 ज्योतिर्लिंगों का विशेष महत्व है। यह मान्यता है कि जो भी श्रद्धालु इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करता है, उसे मोक्ष की प्राप्ति होती है।
1. सोमनाथ ज्योतिर्लिंग – गुजरात (Somnath, Gujrat)
सोमनाथ मंदिर, भारत का सबसे प्राचीन और महत्वपूर्ण शिव मंदिर है। यह मंदिर अरब सागर के किनारे स्थित है और इसका उल्लेख पुराणों में भी मिलता है। महाशिवरात्रि के दिन यहां विशेष पूजा-अर्चना होती है। मंदिर को फूलों से सजाया जाता है और विशेष आरती का आयोजन किया जाता है।
2. मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग – आंध्र प्रदेश(Mallikarjun, Andhra Pradesh)
यह ज्योतिर्लिंग श्रीशैलम पर्वत पर स्थित है और इसे ‘कल्याण तीर्थ’ भी कहा जाता है। यह स्थान शक्तिपीठों में भी शामिल है। यहां भक्तजन रात्रि भर जागरण करते हैं और विभिन्न अनुष्ठानों में भाग लेते हैं। मंदिर परिसर में विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है।
3. महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग – मध्य प्रदेश(Mahakaleshwar, Madhya Pradesh)
उज्जैन में स्थित महाकालेश्वर मंदिर तंत्र-मंत्र की साधना के लिए प्रसिद्ध है। यह भारत का एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। महाशिवरात्रि पर यहां विशेष भस्म आरती होती है, जिसमें भगवान शिव को भस्म से श्रृंगारित किया जाता है। रातभर भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
4. ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग – मध्य प्रदेश (Onkareshwar, Madhya Pradesh)
नर्मदा नदी के मध्य स्थित ओंकारेश्वर मंदिर का आकार ओंकार (ॐ) जैसा माना जाता है। यहां जलाभिषेक और रुद्राभिषेक का आयोजन होता है। भक्त नर्मदा स्नान के बाद शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं।
5. केदारनाथ ज्योतिर्लिंग – उत्तराखंड(Kedarnath, Uttarakhand)
हिमालय की गोद में स्थित केदारनाथ मंदिर, चार धामों में से एक है और यह शिवभक्तों के लिए अत्यंत पवित्र स्थल है। महाशिवरात्रि के अवसर पर केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजा होती है। ठंड के कारण मंदिर सर्दियों में बंद रहता है, लेकिन उत्सव के दौरान विशेष अनुष्ठान होते हैं।
6. भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग – महाराष्ट्र (Bhimashankar, Maharashtra)
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग पुणे जिले में स्थित है। यह स्थल सह्याद्रि पहाड़ियों में स्थित होने के कारण प्राकृतिक सुंदरता से भरपूर है। यहां भगवान शिव की विशेष महाआरती होती है और भक्त रात्रि जागरण करते हैं।
7. काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग – उत्तर प्रदेश (Kashi Vishvnath, Uttar Pradesh)
वाराणसी स्थित यह मंदिर भगवान शिव के प्रिय स्थानों में से एक है। कहा जाता है कि यहां मृत्यु को प्राप्त करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है। काशी में इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व होता है। भगवान शिव को दूध, बेलपत्र और शहद अर्पित किया जाता है।
8. त्र्यंबकेश्वर ज्योतिर्लिंग – महाराष्ट्र(Trimbakeshwar, Maharashtra)
त्र्यंबकेश्वर मंदिर नासिक में गोदावरी नदी के किनारे स्थित है। इस ज्योतिर्लिंग में भगवान शिव के साथ ब्रह्मा और विष्णु के भी स्वरूप हैं। भक्तजन रुद्राभिषेक और महामृत्युंजय जाप का आयोजन करते हैं।
9. वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग – झारखंड(Vaidyanath, Jharkhand)
देवघर स्थित इस ज्योतिर्लिंग को ‘वैद्यनाथ धाम’ के नाम से जाना जाता है। यह स्थल शिव भक्तों की आस्था का केंद्र है। कांवड़ यात्रा के बाद महाशिवरात्रि पर यहां रुद्राभिषेक और भव्य आरती होती है।
10. नागेश्वर ज्योतिर्लिंग- गुजरात(Nageshwar, Gujrat)
द्वारका के समीप स्थित यह ज्योतिर्लिंग भगवान शिव के एक अद्भुत स्वरूप को दर्शाता है। यहां जलाभिषेक और भजन-कीर्तन का आयोजन किया जाता है।
11. रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग – तमिलनाडु(Rameshwar, Tamilnadu)
रामेश्वरम ज्योतिर्लिंग का संबंध भगवान श्रीराम से है, जिन्होंने लंका जाने से पहले यहां शिवलिंग की स्थापना की थी। भक्तजन समुद्र स्नान के बाद मंदिर में विशेष पूजा करते हैं।
12. घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग – महाराष्ट्र (Ghrineshwar, Maharashtra)
यह मंदिर एलोरा गुफाओं के समीप स्थित है और भगवान शिव के अंतिम ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है। श्रद्धालु यहां रुद्राभिषेक कर भगवान शिव की आराधना करते हैं।
अन्य प्रमुख शिव मंदिर और उनके महाशिवरात्रि उत्सव

• अमरनाथ मंदिर – जम्मू-कश्मीर(Amarnath Jammu & Kashmir):- यहां बर्फ से निर्मित स्वयंभू शिवलिंग महाशिवरात्रि के अवसर पर विशेष रूप से पूजित होता है।

• तुंगनाथ मंदिर – उत्तराखंड(Tungnath, Uttarakhand):- महाशिवरात्रि पर यहां विशेष अनुष्ठान होते हैं।
• बृहदीश्वर मंदिर – तमिलनाडु(Brihadeeswarar, Tamil Nadu):- इस मंदिर में महाशिवरात्रि पर रथ यात्रा निकाली जाती है।
महाशिवरात्रि का महत्व और उत्सव

महाशिवरात्रि भगवान शिव और माता पार्वती के विवाह की रात मानी जाती है। इस दिन देशभर के शिव मंदिरों में रात्रि जागरण, शिव अभिषेक, शिव तांडव नृत्य, भजन-कीर्तन और हवन का आयोजन किया जाता है। भक्त इस दिन उपवास रखते हैं और रात्रि में चार प्रहर की पूजा करते हैं। बेलपत्र, धतूरा, भांग और दूध से शिवलिंग का अभिषेक किया जाता है।
महाशिवरात्रि उत्सव का महत्व और पूजन विधि
महाशिवरात्रि के दिन भक्तजन भगवान शिव को बेलपत्र, दूध, शहद, चंदन, गंगाजल और धतूरा अर्पित करते हैं। इस दिन व्रत रखकर रात्रि जागरण किया जाता है और शिव पुराण का पाठ किया जाता है।
भारत के प्रसिद्ध शिव मंदिरों में महाशिवरात्रि का पर्व अत्यंत धूमधाम से मनाया जाता है। भक्तजन इस दिन भगवान शिव की आराधना कर उनसे आशीर्वाद प्राप्त करते हैं। इन मंदिरों का दर्शन करना न केवल धार्मिक बल्कि आत्मिक शांति भी प्रदान करता है। भगवान शिव की भक्ति करने से जीवन के कष्ट दूर होते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।