Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    Trending
    • असम: रहीमा बेगम को ‘बांग्लादेश में धकेला’, ग़लती पता चली तो वापस लाया
    • विमान गिरने के मामले में मोदी सरकार ने देश को गुमराह कियाः खड़गे
    • Satya Hindi News Bulletin। 31 मई, सुबह तक की ख़बरें
    • बड़े मुद्दों पर चुप क्यों रहते हैं बॉलीवुड सितारे?
    • धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर
    • ऑपरेशन सिंदूर पर बॉलीवुड सितारों में सन्नाटा क्यों है?
    • ‘लव जिहाद’ के झूठे जाल में फंसा साक़िब, 5 साल बाद मिला इन्साफ़
    • लव जिहाद का पहला मामला यूपी कोर्ट में धराशायी, योगी सरकार लाई थी कानून
    • About Us
    • Get In Touch
    Facebook X (Twitter) LinkedIn VKontakte
    Janta YojanaJanta Yojana
    Banner
    • HOME
    • ताज़ा खबरें
    • दुनिया
    • ग्राउंड रिपोर्ट
    • अंतराष्ट्रीय
    • मनोरंजन
    • बॉलीवुड
    • क्रिकेट
    • पेरिस ओलंपिक 2024
    Home » UP Politics: यूपी की सियासी पिच पर सपा को छोड़ अकेले बैटिंग करने में जुटे राहुल, कांग्रेस को मजबूत बनाने की कोशिश
    राजनीति

    UP Politics: यूपी की सियासी पिच पर सपा को छोड़ अकेले बैटिंग करने में जुटे राहुल, कांग्रेस को मजबूत बनाने की कोशिश

    By December 12, 2024No Comments4 Mins Read
    Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Share
    Facebook Twitter LinkedIn Pinterest Email

     यूपी की सियासी पिच पर सपा को छोड़ अकेले बैटिंग करने में जुटे राहुल, कांग्रेस को मजबूत बनाने की कोशिश: Photo- Social Media

    UP Politics: कांग्रेस नेता राहुल गांधी उत्तर प्रदेश में अपनी सक्रियता बढ़ाते हुए नजर आ रहे हैं। गुरुवार को उन्होंने अचानक हाथरस पहुंचकर सबको चौंका दिया। राहुल गांधी के इस दौरे के बारे में स्थानीय प्रशासन भी बुधवार तक बेखबर था। हाथरस में उन्होंने रेप पीड़िता के परिजनों से मुलाकात की। राहुल गांधी के इस दौरे के सियासी मायने निकाले जा रहे हैं। इससे पहले उन्होंने संभल जाने का भी प्रयास किया था। हालांकि पुलिस प्रशासन की रोक के कारण वे संभल नहीं पहुंच सके थे।

    बाद में उन्होंने संभल हिंसा के पीड़ितों से दिल्ली में अपने आवास पर मुलाकात की थी। मजे की बात यह है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस का सपा के साथ गठबंधन है मगर राहुल गांधी उत्तर प्रदेश की सियासी पिच पर अकेले बैटिंग करते हुए कांग्रेस को मजबूत बनाने की कोशिश में जुट गए हैं। राहुल गांधी की ओर से किए जा रहे इन प्रयासों को सपा के लिए झटके के तौर पर देखा जा रहा है।

    Photo- Social Media

    राहुल के हाथरस दौरे का सियासी मतलब

    उत्तर प्रदेश में अगला विधानसभा चुनाव 2027 में होने वाला है। सियासी जानकारों का मानना है कि इसके मद्देनजर राहुल गांधी ने पार्टी को मजबूत बनाने का प्रयास शुरू कर दिया है। राहुल गांधी गुरुवार की सुबह अचानक दिल्ली से हाथरस के लिए निकले और उनके दौरे के लिए पुलिस प्रशासन को रेप पीड़िता के गांव में आनन-फानन में सुरक्षा प्रबंध करने पड़े। हाथरस में राहुल गांधी ने रेप पीड़िता के परिजनों से करीब 45 मिनट तक बातचीत की। इस बातचीत के बाद राहुल ने मीडिया से कोई चर्चा नहीं की।

    दरअसल पीड़ित परिवार की ओर से जुलाई महीने में राहुल गांधी को पत्र लिखा गया था। इस पत्र में सरकार की ओर से किए गए वादों को पूरा न करने की शिकायत की गई थी। पीड़ित परिवार का कहना है कि सरकार की ओर से न तो घर मिला और न नौकरी। पिछले चार साल से जेल जैसी स्थिति में रहने की भी शिकायत की गई थी। हाथरस दौरे के बाद माना जा रहा है कि राहुल गांधी पीड़ित परिवार के मदद की दिशा में कोई बड़ा कदम उठाएंगे।

    Photo- Social Media

    संभल मुद्दे पर भी दिखाई सक्रियता

    इससे पहले राहुल ने अपनी बहन प्रियंका के साथ संभल जाने का भी प्रयास किया था। हालांकि पुलिस की ओर से रोके जाने के कारण वे संभल नहीं पहुंच सके थे। बाद में उन्होंने दिल्ली स्थित आवास पर संभल हिंसा से पीड़ित लोगों से मुलाकात की थी और उन्हें मदद देने का आश्वासन दिया था। उत्तर प्रदेश से जुड़े बड़े मुद्दों को लेकर राहुल गांधी की सक्रियता का सियासी मतलब निकाला जा रहा है।

    जानकारों का कहना है कि राहुल गांधी इन मुद्दों पर ज्यादा सक्रिय दिख रहे हैं जिनकी पिच समाजवादी पार्टी की ओर से तैयार की गई है। हाथरस और संभल जैसे मुद्दों पर समाजवादी पार्टी भी सक्रिय रही है मगर जब सपा शांत हुई तो राहुल गांधी ने अकेले इन मुद्दों पर सक्रियता दिखाकर प्रदेश सरकार को घेरने का प्रयास किया है। इसके जरिए उन्होंने कांग्रेस को मजबूत बनाने की कोशिश की है और सपा को भी यह संदेश देने का प्रयास किया है कि पार्टी को कमजोर न समझा जाए।

    Photo- Social Media

    उपचुनाव में सपा ने दिया था झटका

    अभी हाल में उत्तर प्रदेश की नौ विधानसभा सीटों पर उपचुनाव हुए थे। उपचुनाव के दौरान सीटों को लेकर कांग्रेस की ओर से रखी गई डिमांड को सपा ने पूरा नहीं किया था। सपा अकेले प्रदेश की सभी नौ सीटों पर चुनाव लड़ी थी मगर पार्टी को चुनाव के दौरान करारा झटका लगा था।

    भाजपा गठबंधन ने सात सीटों पर जीत हासिल कर ली थी जबकि सपा को सिर्फ करहल और सीसामऊ विधानसभा सीट पर जीत मिली थी। सपा की ओर से इनकार किए जाने के बाद कांग्रेस ने खुद को ठगा हुआ महसूस किया था।

    Photo- Social Media

    यूपी में कांग्रेस को मजबूत बनाने की कोशिश

    माना जा रहा है कि इसी कारण राहुल ने कांग्रेस को मजबूत बनाने का प्रयास किया है। हालांकि कांग्रेस प्रवक्ता सुरेंद्र सिंह राजपूत का कहना है कि राहुल गांधी की अगुवाई में पार्टी जनता से जुड़े मुद्दों पर हमेशा लड़ाई लड़ती रही है। ऐसे में उनके दौरे को सियासी चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए।

    दूसरी ओर सियासी जानकारों का मानना है कि कांग्रेस खुद को मजबूत बनाने की कोशिश में जुट गई है ताकि गठबंधन में चुनाव लड़ने की स्थिति में भी पार्टी सीटों को लेकर मजबूत दावेदारी कर सके।

    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Email
    Previous ArticleJapan Tour Package: जापान में पर्यटक, छात्र बन कर हासिल कर रहे यहां की संस्कृति और परंपराओं का गूढ़ ज्ञान
    Next Article दिल्ली चुनाव 2025ः आप की खास पेशकश, जीते तो महिलाओं को 2100/= हर महीने

    Related Posts

    थरूर के बाद अब इस कांग्रेस नेता पर BJP ने डाले डोरो, बोले- विपक्ष में कुछ अच्छे लोग इन्हें भाजपा के साथ मिलकर काम करना चाहिये।

    May 31, 2025

    Malaiyarasan D: मलैयारासन डी – एक किसान से संसद तक का सफर, कल्लाकुरिची की नई आवाज

    May 30, 2025

    कांग्रेस में बगावती सुर से बढ़ा घमासान! शशि थरूर के बाद एक और नेता ने की मोदी सरकार की सराहना

    May 30, 2025
    Leave A Reply Cancel Reply

    ग्रामीण भारत

    गांवों तक आधारभूत संरचनाओं को मज़बूत करने की जरूरत

    December 26, 2024

    बिहार में “हर घर शौचालय’ का लक्ष्य अभी नहीं हुआ है पूरा

    November 19, 2024

    क्यों किसानों के लिए पशुपालन बोझ बनता जा रहा है?

    August 2, 2024

    स्वच्छ भारत के नक़्शे में क्यों नज़र नहीं आती स्लम बस्तियां?

    July 20, 2024

    शहर भी तरस रहा है पानी के लिए

    June 25, 2024
    • Facebook
    • Twitter
    • Instagram
    • Pinterest
    ग्राउंड रिपोर्ट

    धूल में दबी जिंदगियां: पन्ना की सिलिकोसिस त्रासदी और जूझते मज़दूर

    May 31, 2025

    मध्य प्रदेश में वनग्रामों को कब मिलेगी कागज़ों की कै़द से आज़ादी?

    May 25, 2025

    किसान मित्र और जनसेवा मित्रों का बहाली के लिए 5 सालों से संघर्ष जारी

    May 14, 2025

    सरकार की वादा-खिलाफी से जूझते सतपुड़ा के विस्थापित आदिवासी

    May 14, 2025

    दीपचंद सौर: बुंदेलखंड, वृद्ध दंपत्ति और पांच कुओं की कहानी

    May 3, 2025
    About
    About

    Janta Yojana is a Leading News Website Reporting All The Central Government & State Government New & Old Schemes.

    We're social, connect with us:

    Facebook X (Twitter) Pinterest LinkedIn VKontakte
    अंतराष्ट्रीय

    पाकिस्तान में भीख मांगना बना व्यवसाय, भिखारियों के पास हवेली, स्वीमिंग पुल और SUV, जानें कैसे चलता है ये कारोबार

    May 20, 2025

    गाजा में इजरायल का सबसे बड़ा ऑपरेशन, 1 दिन में 151 की मौत, अस्पतालों में फंसे कई

    May 19, 2025

    गाजा पट्टी में तत्काल और स्थायी युद्धविराम का किया आग्रह, फिलिस्तीन और मिस्र की इजरायल से अपील

    May 18, 2025
    एजुकेशन

    ISRO में इन पदों पर निकली वैकेंसी, जानें कैसे करें आवेदन ?

    May 28, 2025

    पंजाब बोर्ड ने जारी किया 12वीं का रिजल्ट, ऐसे करें चेक

    May 14, 2025

    बैंक ऑफ बड़ौदा में ऑफिस असिस्टेंट के 500 पदों पर निकली भर्ती, 3 मई से शुरू होंगे आवेदन

    May 3, 2025
    Copyright © 2017. Janta Yojana
    • Home
    • Privacy Policy
    • About Us
    • Disclaimer
    • Feedback & Complaint
    • Terms & Conditions

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.